
बिच्छू डॉट कॉम। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, आम आदमी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल समेत अनेक विपक्षी दलों और वाम दलों के नेता मंगलवार को यहां राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार के आवास पर जमा हुए और उन्होंने अनेक विषयों पर बातचीत की। माना जा रहा है कि 2024 लोकसभा चुनाव से पहले शरद पवार की अगुआई में बीजेपी और कांग्रेस का विकल्प पैदा करने की कोशिश की जा रही है। बैठक में शामिल हुए मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता नीलोत्पल बसु ने कहा कि यह राजनीतिक बैठक नहीं थी बल्कि समान विचारों वाले लोगों के बीच संवाद था। उन्होंने कहा, ”बैठक में कोविड प्रबंधन, संस्थानों पर ‘हमले और बेरोजगारी जैसे विषयों पर चर्चा हुई।” बैठक करीब दो घंटे तक चली जिसमें तृणमूल कांग्रेस के नेता और पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा, समाजवादी पार्टी (सपा) के घनश्याम तिवारी, राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के अध्यक्ष जयंत चौधरी, आम आदमी पार्टी (आप) के सुशील गुप्ता और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के विनय विस्वम शामिल हुए।
एनसीपी नेता मजीद मेमन ने कहा, ”आज की बैठक में हमने इस बात की चर्चा कि राष्ट्र मंच राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक माहौल को बेहतर बनाने के लिए क्या कर सकता है। सलाहों को सुना गया। जस्टिस (रिटायर्ड) एपी शाह ने भी अपने विचार रखे।” हालांकि, उन्होंने कहा कि यह राजनीतिक कार्यक्रम नहीं है। मजीद मेनन ने कहा, ”मीडिया में कहा जा रहा है कि शरद पवार की अगुआई में बीजेपी विरोधी दलों को एकजुट करने के लिए शरद पवार की अगुआई में बैठक हुई है। यह पूरी तरह झूठ है। मैं इसे साफ करना चाहता हूं कि यह बैठक पवार के आवास पर हुई, लेकिन उन्होंने यह बैठक नहीं बुलाई थी।”
समाजवादी पार्टी के नेता घनश्याम तिवारी ने कहा, ”हमने इस बात पर भी चर्चा की कि पेट्रोल और डीजल की कीमतें किस तरह आम आदमी पर असर डाल रही हैं, खासकर किसानों और मिडिल क्लास पर। राष्ट्र मंच एक स्थान बनाएगा जहां हर कोई आ सकता है और सरकार तक आवाज पहुंचा सकता है। अगली बैठक और लोगों को शामिल करने पर फोकस करेगी।” नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला, कांग्रेस के पूर्व नेता संजय झा और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के पूर्व नेता पवन वर्मा ने भी बैठक में भाग लिया। इनके अलावा पवार के आवास पर पहुंचने वाले लोगों में जावेद अख्तर तथा के सी सिंह आदि शामिल थे। इससे पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के एक वरिष्ठ नेता ने नाम जाहिर नहीं होने की शर्त पर बताया था कि बैठक की मेजबानी पवार जरूर कर रहे हैं लेकिन इसे ‘राष्ट्र मंच के संयोजक सिन्हा ने आयोजित किया है। सिन्हा ने 2018 में राजनीतिक कार्रवाई समूह ‘राष्ट्र मंच का गठन किया था जिसने भाजपा नीत सरकार की नीतियों पर निशाना साधा।