- प्रणव बजाज

स्व. लक्ष्मीकांत की श्रद्धांजलि में भावुक हुए सीएम, कहा- लोकप्रिय जननायक थे
प्र देश के पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा का पिछले दिनों निधन हो गया है। उनके निवास पर सियासत की बड़ी हस्तियों का श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लगा हुआ है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी शनिवार को सिरोंज पहुंचे और पूर्व मंत्री स्वर्गीय लक्ष्मीकांत शर्मा के निवास पर पहुंच कर श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि लोकप्रिय जननायक के निधन से सार्वजनिक जीवन में अपूरणीय क्षति हुई है। मुख्यमंत्री ने दिवंगत नेता के दोनों भाई नलिनीकांत और विधायक उमाकांत से भावुक होकर कहा कि मैं बड़े भाई की भूमिका निभाऊंगा। श्रद्धांजलि व्यक्त करते हुए सीएम ने कहा कि लक्ष्मीकांत शर्मा कुशल संगठक, राष्ट्रवादी चिंतक, सफल प्रशासक, समर्पित जनसेवी और लोकप्रिय जननायक थे।
सांसद तन्खा के प्रयासों से बन रहा महाकौशल में ऑक्सीजन बैंक
कोरोना महामारी के संकट काल में राज्यसभा सांसद और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विवेक तन्खा द्वारा करोड़ों रुपए की मदद महाकौशल क्षेत्र में की गई है। इसके तहत कोरोना मरीजों को दवाइयां, इंजेक्शन, कोविड केयर सेंटर की स्थापना, आॅक्सीजन कंसन्ट्रेटर और चिकित्सकीय सुविधाएं शामिल हैं। इसी कड़ी में अब उनके प्रयासों से महाकौशल क्षेत्र में आॅक्सीजन बैंक की स्थापना राजकृष्ण फाउंडेशन और रोटरी क्लब जबलपुर द्वारा की जा रही है। इसमें उच्च क्षमता के 10 लीटर वाले 32 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर जबलपुर, मंडला, शहडोल और नरसिंहपुर को पेटीएम फाउंडेशन द्वारा उपलब्ध कराए गए हैं। खास बात है कि डबल नोजल वाले इन आॅक्सीजन कंसंट्रेटर से जरूरत पड़ने पर एक साथ दो लोगों को आॅक्सीजन दी जा सकती है। इसी तरह 50 और उच्च क्षमता के 10 लीटर वाले ऑक्सीजन कंसंट्रेटर सांसद तन्खा के मित्र कनाडा निवासी द्वारा उपलब्ध कराए जा रहे हैं, जिनको महाकौशल क्षेत्र के गाडरवारा, सिवनी, कटनी और गोटेगांव आदि स्थानों पर लगाया जाएगा जिन्हें रोटरी और शासन के सहयोग से संचालित किया जाएगा।
अजय सिंह की परेशानी कहीं चौधरी राकेश सिंह तो नहीं!
पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह द्वारा हाल ही में दिए गए बयान से राजनीतिक गहमागहमी बनी हुई है। दरअसल सिंह ने कमलनाथ के विंध्य की हार को लेकर दिए गए बयान पर आपत्ति जताई थी। यही नहीं इस मामले में उन्होंने नाथ के कथन के उलट स्टैंड लिया है। इसको लेकर विंध्य क्षेत्र में उथल-पुथल जा माहौल है। बहरहाल राजनीतिक हलकों में चर्चा जोरों पर है कि कहीं यह पूरा मामला चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी को लेकर तो नहीं है। बता दें कि प्रदेश कांग्रेस ने संगठन का विस्तार करते हुए चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी को रीवा की जिम्मेदारी सौंपी है। जबकि अजय सिंह और चौधरी राकेश सिंह के मतभेद जगजाहिर हैं। राकेश सिंह की नियुक्ति को लेकर विरोध है। ऐसा भी माना जा रहा है कि चौधरी राकेश सिंह से सवाल हो सकता है कि जब विधानसभा में कांग्रेस विधायकों ने सरकार को घेरा था तो इन्होंने दगाबाजी की थी। जिले के होने ने नाते ऐसे में वह कार्यकर्ताओं के लिए आदर्श कैसे स्थापित कर पाएंगे।
बक्स्वाहा के जंगल बचाने युवाओं, सामाजिक संगठनों का अभियान तेज
विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर बक्सवाहा के जंगल बचाने के लिए सामाजिक कार्यकर्ताओं व देशभर से युवाओं ने अलग-अलग तरीके से विरोध जताया है। जंगल बचाने के अभियान को तेज करते हुए इन्होंने नारा दिया कि ‘हीरा नहीं हरियाली चाहिए, बुंदेलखंड की खुशहाली चाहिए’ इसके साथ ही छतरपुर के गांधी आश्रम में सामाजिक कार्यकर्ताओं ने उपवास रखकर जंगल बचाने के लिए प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है। दूसरी ओर अलग अलग बुंदेलखंड राज्य की मांग को लेकर छह सौ से ज्यादा दिन का अनशन कर चुके बुंदेली समाज के संयोजक तारा पाटकर ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खून से पत्र लिखकर जंगल बचाने की मांग की है। बता दें कि कल पांच जून को पर्यावरण दिवस पर देशभर के पर्यावरण प्रेमियों ने हैश टैग इंडिया विथ बक्सवाहा फॉरेस्ट ट्वीट कर विरोध जताया है। ज्ञात हो कि सरकार ने बक्स्वाहा की जमीन से हीरा निकालने के लिए आदित्य बिड़ला ग्रुप को लीज पर दिया है। इसमें लाखों पेड़ कट जाएंगे।