बिच्छू डॉट कॉम: टोटल रिकॉल/महाकाल की शाही सवारी में शामिल होंगे बेटे के साथ सिंधिया

ज्योतिरादित्य सिंधिया

महाकाल की शाही सवारी में शामिल होंगे बेटे के साथ सिंधिया
उज्जैन में बाबा महाकाल की निकलने वाली भादौ मास की अंतिम शाही सवारी में आज सोमवार को केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और महानआर्यमन सिंधिया शामिल हो रहे हैं। दरअसल, 500 से अधिक सालों से भादौं के दूसरे सोमवार को सवारी निकलती है और सिंधिया राजवंश के मुखिया व परिवार के सदस्य इस शाही सवारी का हिस्सा जरूर होते हैं। दरअसल, राजशाही जमाने में उज्जैन सिंधिया स्टेट का हिस्सा रह चुका है।

लव जिहाद योजनाबद्ध मतांतरण का प्रयास  है: चौहान
प्रदेश के अनुसूचित जाति विकास मंत्री नागर सिंह चौहान ने समाज की बेटियों से विशेष आग्रह करते हुए लव जिहाद से सतर्क रहने की नसीहत दी है। मंत्री ने कहा है कि बेहद सावधान रहें और पूरी तरह परिचित व्यक्ति से ही जान-पहचान बढ़ाएं। किसी के बहकावे में बिल्कुल भी न आएं, क्योंकि कुछ लोग योजनाबद्ध तरह से मतांतरण का प्रयास कर रहे हैं। मंत्री चौहान ने यह बात रविवार को विश्व हिंदू परिषद के 60 वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित धर्मसभा में कही। कार्यक्रम में प्रथम वक्ता दीपिका सोनी थीं।

कानून अनुरूप कार्रवाई नहीं हुई तो आमरण अनशन करूंगा : पटवारी
मुरैना में बालकृष्ण जाटव द्वारा पुलिस हिरासत में आत्महत्या किए जाने पर कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि अनुसूचित जाति के लोग पुलिस के निशाने पर हैं। पुलिस थानों में ही दलितों की हत्या क्यों कर रही है। अंबेडकर की विचारधारा के लोगों से बीजेपी सरकार को इतनी नफरत क्यों है। उन्होंने मुरैना एसपी को तत्काल बर्खास्त करने और पुलिस वालों पर हत्या का मुकदमा दर्ज किए जाने की मांग की है। जीतू पटवारी ने कहा कि अगर कानून के अनुरूप कार्रवाई नहीं होती है, तो मैं मुरैना जाकर आमरण अनशन करूंगा।

आखिर बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में क्षेत्र संचालक की नियुक्ति
राज्य सरकार ने बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में लंबे समय बाद क्षेत्र संचालक की नियुक्ति कर दी है। यहां उत्तर शहडोल के वन संरक्षक गौरव चौधरी को क्षेत्र संचालक का जिम्मा दिया है। अभी क्षेत्र संचालक का प्रभार मुख्य वन संरक्षक शहडोल एलएल उइके संभाल रहे थे। शनिवार को वन विभाग के उप सचिव किशोर कुमार कन्याल ने आदेश जारी कर दिए हैं। क्षेत्र संचालक बनाए गए गौरव चौधरी 2010 बैच के आईएफएस हैं। इन दिनों बाघों की मौत को लेकर बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व सुर्खियों में हैं। इस साल अब तक अकेले बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 11 बाघों की मौत हो चुकी है। इस क्षेत्र में शिकारी भी सक्रिय हैं। इसके चलते राष्ट्रीय बाघ प्रधिकरण ने भी बाघों की मौत पर मप्र वन विभाग से रिपोर्ट मांगी है। वन विभाग ने यहां बाघों की मौत को लेकर अपने स्तर पर जांच कराई है। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में प्रदेश के सबसे ज्यादा बाघ हैं।

Related Articles