सरकारी स्कूलों में शुरू होंगी प्री-नर्सरी की कक्षाएं

सरकारी स्कूलों
  • नए शिक्षण सत्र में शुरू होंगी डेढ़ हजार नए प्री-प्रायमरी कक्षाएं

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। नवीन शैक्षणिक सत्र 2024-25 में प्रदेश के  साढ़े चार हजार सरकारी स्कूलों में प्री-नर्सरी कक्षाएं शुरू होंगी। इससे महंगे निजी प्ले स्कूलों में अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए मजबूर होने वाले अभिभावकों को बड़ी राहत मिलेगी। अभी तक प्रदेश के सरकारी स्कूलों में तीन हजार प्री-नर्सरी कक्षाएं स्वीकृत हैं। अब डेढ़ हजार नए प्री-प्रायमरी कक्षाएं शुरू होने से इनकी संख्या साढ़े चार हजार हो जाएगी।
गौरतलब है कि प्रदेश में शिक्षा दिन पर दिन महंगी होती जा रही है। इसको देखते हुए प्रदेश सरकार की कोशिश रही है कि सरकारी स्कूलों में निजी स्कूलों जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। ताकि सस्ती और अच्छी शिक्षा दी जा सके। इसके के मद्देनजर सरकार स्कूलों में प्री-नर्सरी कक्षाएं शुरू करने जा रही है।
अभी तक प्रदेश के सरकारी स्कूलों में तीन हजार प्री-नर्सरी कक्षाएं स्वीकृत हैं। अब डेढ़ हजार नए प्री-प्रायमरी कक्षाएं शुरू होने से इनकी संख्या साढ़े चार हजार हो जाएगी। स्कूल शिक्षा विभाग इस उद्देश्य से सरकारी स्कूलों में प्री-नर्सरी कक्षाएं शुरू कर रहा है, ताकि बच्चों को पढ़ाने से उनकी बुनियाद मजबूत होगा और पहली कक्षा में शिक्षकों को पढ़ाने में आसानी होगी।
जून से शुरू होंगी कक्षाएं
 राज्य शिक्षा केंद्र के संचालक धनराजू एस का कहना है कि अगले सत्र से प्रदेश के सरकारी स्कूलों में डेढ़ हजार प्री-नर्सरी की कक्षाएं शुरू की जाएंगी। जून से ये कक्षाएं शुरू कर दी जाएंगी और प्रवेश दिया जाएगा। गौरतलब है कि दो साल पहले राज्य सरकार ने शाला पूर्व शिक्षा नीति-2022 लागू किया था। प्ले स्कूल के लिए शाला पूर्व शिक्षा नीति का पालन अनिवार्य किया गया है। इसके तहत निजी प्ले स्कूलों को पंजीयन कराना और मान्यता लेना अनिवार्य है। वहीं सरकारी स्कूलों में प्री-प्रायमरी कक्षाएं शुरू की गई हैं। इसका उद्देश्य बच्चों को पहली कक्षा के लिए बुनियादी तौर पर तैयार करना है। इसमें नर्सरी कक्षा के लिए तीन से साढ़े चार साल,केजी-1 में चार से साढ़े पांच साल,केजी-2 में पांच से साढ़े छह साल की उम्र में प्रवेश देना होगा। सरकारी स्कूलों के प्रायमरी के शिक्षकों को प्ले स्कूल में पढ़ाने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि वे बच्चों को खेल-खेल में बुनियादी शिक्षा दे सकें।इनके लिए अलग से पाठ्यक्रम तैयार होगा। साथ ही इनकी कक्षाओं को सुविधाजनक तरीके से सुसज्जित किया जाएगा। स्कूल शिक्षा विभाग प्ले स्कूल में आने वाले तीन से छह वर्ष तक के बच्चों के लिए अलग से सिलेबस तैयार करवा जा रहा है, ताकि बच्चों का पांच तरह का विकास हो सके। इसके तहत बच्चों का शारीरिक, भाषायी, संज्ञानात्मक, सौंदर्य बोध और सामाजिक विकास किया जाएगा।

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