
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। मुख्यमंत्री कन्यादान योजना फर्जीवाड़ा का प्र्याय बन गई है। हर साल इस योजना में फर्जी शादी करने के मामले सामने आते रहते हैं। दरअसल इसमें फर्जीवाड़ा उस 51 हजार रुपए के लिए किया जाता है, जो शा दी करने पर मिलती है। ऐसा ही नया मामला मुरैना जिले के पहाडग़ढ़ जनपद पंचायत में सामने आया है।
यहां पर दो दिन पहले सोमवार को 26 जोड़ों का विवाह कराया जाना था। सम्मेलन से पहले जनपद पंचायत के कर्मचारी जब इनके घर-घर पूछताछ करने गए तो महिलाओं की मांग भरी देखकर आश्चर्यचकित रह गए। दरअसल जिन युवतियों की शादी होनी थी, वे पहले से ही गले में मंगलसूत्र पहने थीं और उनकी मांग भी भरी हुई थी। इस दौरान की गई सख्ती से पूछताछ में पता चला कि उनकी तो काफी पहले शादी हो चुकी है। इसके बाद इन जोड़ों को अपात्र मानकर नाम काट दिए गए हैं। गौरतलब है कि यहां पर इस योजना में कुल 26 जोड़ों का विवाह होना था, जिसमें से 21 जोड़े विवाहित पाए गए हैं। यही नहीं एक जोड़ा तो नाबालिग निकला। इस तरह सिर्फ चार जोड़े ही शादी के लिए पात्र पाए गए। नियमानुसार विवाह सम्मेलन के लिए पांच जोड़ों का होना अनिवार्य है। इसलिए इस विवाह सम्मेलन को निरस्त कर दिया गया।
बोले नहीं थी नियमों की जानकारी
सामूहिक विवाह सम्मेलन के लिए कुल 26 आवेदन प्राप्त हुए थे। जनपद सीईओ के मुताबिक राकी पुत्री अतिराज जाटव, प्रीति पुत्री अतिराज जाटव, लवली पुत्री ओमप्रकाश शर्मा चिन्नोनी चंबल, की पुत्री दुलारे निवासी तिंदोखर ने बताया कि उन्हें नियमों की जानकारी नहीं थी। इसलिए उन्होंने शादीशुदा होकर भी आवेदन कर दिया।
यह है योजना
मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के अन्तर्गत गरीब परिवार की बेटियों को आर्थिक सहायता के साथ-साथ गृहस्थ जीवन की स्थापना हेतु उपहार भी प्रदान किए जाते हैं। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत राज्य के गरीब निराश्रित, निर्धन, जरूरतमंद परिवारों की बेटियों, विधवा महिलाओं, तलाकशुदा महिलाओं की शादी के लिए प्रदेश सरकार 51 हजार रुपए आर्थिक सहायता प्रदान करती है।
भितरवार में भी मिले चुके हैं शादी शुदा जोड़े
हाल ही में डबरा और भितरवार जनपद पंचायत में भी मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत आज यानी कि 13 मार्च को होने वाले विवाह सम्मेलन में शादीशुदा जोड़ों ने आवेदन कर दिया था। जिम्मेदारों ने भी इन आवेदनों को स्वीकृत कर दिया था। इसके बाद 104 जोड़ों का विवाह कराना तय किया गया था, लेकिन सम्मेलन से एक दिन पहले शिकायत मिलने पर जांच कराई, तो चार जोड़े पहले से ही शादीशुदा निकले। अब उन्हें अपात्र घोषित कर दिया गया है।