ऑस्ट्रेलियाई ओपन के पुरुष युगल के फाइनल में बोपन्ना

मेलबर्न। भारत के 43 साल के अनुभवी टेनिस स्टार रोहन बोपन्ना ने अपने ऑस्ट्रेलियाई जोड़ीदार मैथ्यू एबडेन के साथ मिलकर यहां ऑस्ट्रेलियाई ओपन के पुरुष युगल के फाइनल में प्रवेश कर लिया। दूसरी वरीयता की इंडो-ऑस्ट्रेलियाई जोड़ी ने सेमीफाइनल में टॉमस माचेक और झांग झिझेन को कड़े मुकाबले में 6-3, 3-6, 7-6 से हराया। करीब दो घंटे तक चले मैच में सुपर टाइब्रेकर में उनका अनुभव काम आया।भारतीय टेनिस स्टार बोपन्ना ने एक दिन पहले ही युगल में दुनिया में नंबर एक पर आना सुनिश्चित किया था। रोहन ने सेमीफाइनल में शानदार सर्विस की और जरूरत के समय सटीक शॉट लगाए। प्रतिद्वंद्वी झांग (रैंकिंग 54), माचेक (रैंकिंग 75) दोनों एकल में शीर्ष सौ में शामिल हैं। बेसलाइन से उनके तगड़े प्रहारों ने मुकाबलों को काफी कड़ा बना दिया था। बोपन्ना पुरुष युगल में दो बार (2010, 2023) यूएस ओपन के फाइनल में पहुंचे हैं। कॅरिअर के ढलान पर उनके पास पुरुष युगल में ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने का मौका है। वह अपना सपना पूरा करने से बस एक जीत दूर हैं। फाइनल में बोपन्ना-एबडेन की टक्कर इटली के साइमन बोलेली और आंद्रिया वावासेारी से होगी, जिन्होंने अन्य सेमीफाइनल में जर्मनी के यानिक हेनफमैन और डोमिनिक कोइपफर को 6-3, 3-6, 7-6 (5) को हराया।
सर्किट पर हमने कई सुपरटाईब्रेकर खेले हैं। इसने हमें मदद की है। वे अच्छा रिटर्न कर रहे थे। हमारी कोशिश यह थी कि हम अच्छी सर्विस करें। एबडेन के साथ मेरा तालमेल अच्छा है।-रोहन बोपन्ना उम्रदराज होने के बावजूद फाइनल में प्रवेश के बारे में बोपन्ना ने कहा कि पर्दे के पीछे बहुत सारी चीजें चलती हैं। एक पूरी टीम काम करती है। मैं यह सुनिश्चित करता हूं कि मैं उन्हीं चीजों पर फोकस करूं जो मेरे लिए जरूरी है। योग करता हूं। मानसिक मजबूती से भी बड़ी मदद मिलती है। बोपन्ना-एबडेन की जोड़ी दूसरी बार ग्रैंडस्लैम के फाइनल में पहुंची है, पिछले साल ये दोनों यूएस ओपन के फाइनल में पहुंचे थे। 2017 में फ्रेंच ओपन में बोपन्ना ने डोबरोवस्की के साथ मिलकर मिश्रित युगल में ग्रैंडस्लैम जीता था, लेकिन पुरुष युगल अभी तक नहीं जीता है। इस बार उनके पास इतिहास रचने का मौका है।
बोपन्ना की खेल भावना एक बार फिर देखने को मिली जब सातवें गेम में उन्होंने नेट छूने के बाद खुद बताया कि एक अंक गंवा दिया है। बोपन्ना का बैकहैंड शॉट लंबा जाने के बाद वे 15-30 से पीछे हो गए और झांग ने क्रॉसकोर्ट पर फोरहैंड विनर लगाया जिससे बोपन्ना को दो ब्रेक प्वाइंट का सामना करना पड़ा । उनका बैकहैंड शॉट बाहर चला गया जिससे विरोधी टीम ने वापसी की। अगले गेम में बोपन्ना और एबडेन को तीन मैच प्वाइंट मिले जो उन्होंने बचाए। चीनी खिलाड़ियों ने हालांकि वापसी करते हुए एक समय स्कोर 5-5 कर लिया। 11वें गेम में करीबी मुकाबले के बाद एबडेन ने सर्विस बरकरार रखते हुए 6-5 की बढ़त दिलाई जिसके बाद एक और ब्रेक प्वाइंट से वे मैच जीत जाते लेकिन तीसरा सेट टाई रहने पर सुपर टाइब्रेकर हुआ। सुपर टाइब्रेकर में एबडेन ने रिटर्न विनर लगाकर बढ़त बनाई और बोपन्ना ने झांग के रिटर्न पर जबर्दस्त वॉली विनर लगाकर स्कोर 7-5 कर दिया। बोपन्ना ने ऐस के साथ मैच खत्म किया।

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