शाह का टास्क समय से पहले पूरा

अमित शाह

गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। मप्र में रिकॉर्ड जीत के साथ भाजपा को सत्ता में बरकरार रखने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने चुनाव की कमान अपने हाथों में ले ली है। प्रदेश की 230 विधानसभा और 29 लोकसभा सीटों को साधने के लिए अमित शाह ने दिग्गज नेताओं को निर्देश दिया था। साथ ही भाजपा के लिए चुनौतिपूर्ण सीटों के लिए नेताओं से सुझाव भी मांगे हैं, ताकि बड़ी जीत की ठोस बुनियाद रखी जा सके। पार्टी सूत्रों के अनुसार इसके लिए शाह ने 60 दिन का समय दिया है। लेकिन पार्टी नेताओं ने शाह के टास्क को समय से पहले पूरा कर लिया है। करीब एक पखवाड़े में भाजपा के दिग्गज नेताओं ने सभी 230 विधानसभा सीटों को नाप डाला है। भाजपा के लिए इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी चुनौती है 2018 की गलतियों से निपटना। ऐसे में अमित शाह चुनावी कमान अपने हाथों में लेने के बाद से सियासी तानाबाना बुन रहे हैं। शाह ने प्रदेश का दौरा कर कई बैठकें करके चुनावी रणनीति बनाकर पार्टी के नेताओं को टास्क सौंप दिया है। पिछले महीने से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का पूरा फोकस मध्य प्रदेश पर है। वे एक-एक चुनावी गतिविधि पर बारीकी से नजर रखे हुए हैं। दो सप्ताह पहले अमित शाह ने इंदौर में कार्यकर्ता सम्मेलन से चुनाव प्रचार का आगाज किया था। उनके निर्देश पर तभी से भाजपा के दिग्गज नेता चुनावी मैदान में उतर गए हैं। वे प्रदेश में आयोजित विधानसभा कार्यकर्ता सम्मेलनों में शामिल होकर पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह का संचार कर रहे हैं, ताकि वे पूरी ऊर्जा से चुनाव प्रचार में जुट जाएं।
केंद्रीय मंत्रियों को भी मिली जिम्मेदारी
गृह मंत्री अमित शाह द्वारा दी गई जिम्मेदारी और निर्देशों के क्रियान्वयन पर पैनी नजर केंद्रीय मंत्री और प्रदेश प्रभारी भूपेंद्र यादव और सह प्रभारी अश्विनी वैष्णव की होगी। इतना ही नहीं चुनौतिपूर्ण मानी जाने वाली सीटों के लिए खास प्लान बनाया गया है, जिसकी जिम्मेदारी शाह ने भूपेंद्र यादव को दे रखी है। बताया जाता है की शाह के निर्देश पर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रहलाद पटेल, फग्गन सिंह कुलस्ते, पार्टी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, प्रभात झा, सीएम शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा समेत अन्य वरिष्ठ नेता लगातार अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में आयोजित कार्यक्रमों में शामिल होकर कार्यकर्ताओं को सक्रिय कर रहे हैं। इनमें से हर नेता इस दरमियान एक-एक दर्जन से ज्यादा विधानसभा क्षेत्रों में कार्यक्रमों में शामिल हो चुके हैं। इसके अलावा ये नेता पार्टी के उन वरिष्ठ नेताओं से संपर्क कर उन्हें मनाने का प्रयास कर रहे हैं, जो कुछ समय से पार्टी की गतिविधियों से दूरी बना चुके हैं। सूत्रों का कहना है कि पार्टी हर विधानसभा क्षेत्र में चुनाव कार्यालय खोल रही है। पार्टी में अगस्त के अंत तक सभी विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव कार्यालय खोलने का लक्ष्य रखा है। इन्हीं कार्यालयों से चुनाव गतिविधियां संचालित की जाएंगी। इसके अलावा हर विधानसभा में बूथ समिति और पन्ना समितियों के सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि पार्टी से नाराज चल रहे नेताओं को मनाने के लिए पार्टी ने तय किया है कि हर पदाधिकारी और कार्यकर्ता 10-10 नेताओं से फोन पर बात करेगा। कार्यकर्ता नेताओं से संगठन और सरकार के कामकाज और चुनाव की तैयारियों को लेकर चर्चा करेंगे। प्रदेश प्रवक्ता भाजपा पंकज चतुर्वेदी का कहना है कि यह हमारी पार्टी का सौभाग्य है कि हमारे पास अमित शाह जैसे कुशल रणनीतिकार हैं। उनका व्यापक चुनावी अनुभव है, जिसका लाभ मप्र के चुनाव में पार्टी को मिलेगा। पूरी पार्टी उनके निर्देश का पालन करेगी।
हर बूथ पर 51 प्रतिशत वोट का संकल्प
हाईकमान के दिशा निर्देशों को पूरा करने के लिए भाजपा नेता लगातार सक्रिय हैं। हर विधानसभा क्षेत्र में कार्यकर्ताओं को हर बूथ पर 51 फीसदी वोट का संकल्प भी दिलाया जा रहा है। गतदिनों  रायसेन जिले के उदयपुरा विधानसभा के बरेली में कार्यकर्ता सम्मेलन में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि देश और प्रदेश में दशकों तक राज करने वाली कांग्रेस ने सिर्फ भ्रष्टाचार, घोटाला, गरीबी, भुखमरी, बीमारी, बेरोजगारी व झूठ परोसने का काम किया है। आज प्रदेश में झूठ बोलने वाली ताकतें घूम रही हैं, इसलिए प्रदेश में झूठ और छलकपट की राजनीति करने वाली ताकतों को जवाब देना होगा। एक-एक कार्यकर्ता को बूथ पर इनकी झूठ की हांडी फोडऩी होगी। हमें हर बूथ पर 51 प्रतिशत वोट हासिल करके इतिहास बनाने का संकल्प लेना है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 के चुनाव में कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में जनता से किए गए वादे पूरे नहीं किए।
60 दिनों में 230 सीटों तक पहुंचने का टॉस्क
सूत्रों की मानें तो अमित शाह ने 60 दिन के अंदर सभी विधानसभाओं में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को पहुंच कर भाजपा नेताओं, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से रूबरू होने और केंद्र तथा प्रदेश सरकार की योजनाओं की जारी देने का निर्देश दिया है। इसके अलावा आगामी लोकसभा को लेकर मोदी सरकार के 9 साल की उपलब्धियों को भी जनता तक पहुंचाने की जिम्मेदारी दी गई है। इससे यह तो साफ है कि अमित शाह ने आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनाव की लगाम पूरी तरह से अपने हाथों में थाम रखी है और भाजपा को जीत का टास्क भी देना शुरू कर दिया है। सूत्रों की मानें तो अमित शाह ने सभी 230 विधानसभाओं में इस मैसेज को पहुंचाने की जिम्मेदारी सभी दिग्गज नेताओं को दी है। प्रदेश संगठन को एकजुट कर भाजपा को मजबूत करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को तालमेल बिठाने की जिम्मेदारी दी गई है। हालांकि, बताया यह भी जा रहा है कि सभी विधानसभा सीटों पर क्षेत्रीय नेताओं के परफोर्मेंस के आधार पर टिकट का वितरण पार्टी करेगी। प्रदेश में पूर्व मंत्रियों और विधायकों के अलावा नए चेहरों के कार्यों पर प्रदेश और चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं।

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