
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया इन दिनों अपने गृह नगर ग्वालियर में बेहद सक्रिय हैं। उनकी इस सक्रियता को लेकर सियासी मायने तलाशे जाने लगे हैं। जिसमें कहा जा रहा है कि वे शायद अगला लोकसभा चुनाव गुना -शिवपुरी सीट की जगह ग्वालियर सीट से लडऩा चाहते हैं। फिलहाल इस सीट से केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर सांसद हैं। श्रीमंत बीते लंबे समय से अलग-अलग समाजों के साथ बैठक कर रहे हैं। सिंधिया तीन दिवसीय दौरे पर ग्वालियर आए तो अलग -ग समाजों में अपनी पैठ बनाते हुए नजर आए। उन्होंने इस दौरान खटीक, पंजाबी समाज, बाल्मिकी समाज, रजक समाज, जैन और ब्राह्मण समाज सहित अन्य समाजों के साथ बैठक की। इसके अलावा वे ग्वालियर में हो रहे विकास कार्यों का भी निरीक्षण समय-समय पर कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि गुना शिवपुरी संसदीय क्षेत्र को ग्वालियर सिंधिया राजघराने का गढ़ माना जाता है। इसकी वजह है इस सीट पर उपचुनाव सहित 20 चुनाव हुए हैं, जिनमें से सिंधिया राजघराने के प्रतिनिधियों को 14 बार जीत मिली। यहां से श्रीमंत की दादी विजया राजे सिंधिया 6 बार, पिता माधवराव सिंधिया चार बार और स्वयं ज्योतिरादित्य सिंधिया 4 बार चुनाव जीते हैं। इसके बाद 2019 के लोकसभा चुनाव में सिंधिया गुना शिवपुरी संसदीय सीट पर केपी यादव से चुनाव हारे थे। अब महाराज का गुना- शिवपुरी संसदीय क्षेत्र से मोहभंग होता हुआ नजर आ रहा है।
कांग्रेस में कोई बड़ा चेहरा नहीं
बीजेपी के कद्दावर नेता जयभान पवैया से सिंधिया परिवार को खतरा बना था, लेकिन अब सिंघिया बीजेपी में शामिल हो गए हैं, ऐसे में जयभान पवैया उनके साथ हैं। सिंघिया के खिलाफ कांग्रेस में कोई बड़ा चेहरा चुनाव के लिए नजर नहीं आ रहा है। ऐसे में कयास यही लगाया जा रहा है कि इस बार महाराज ग्वालियर से चुनाव लड़ सकते हैं। माधवराव सिंधिया के विमान दुर्घटना में हुई मौत के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि 7 ज्योतिरादित्य ग्वालियर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। लेकिन उन्होंने गुना शिवपुरी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और 2002 में चार लाख से अधिक वोटों से जीत हासिल की।