
- देश का यह है पहला प्रोजेक्ट
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। शिवराज सरकार जल्द चीन की तर्ज पर अलोम सोलर कंपनी के जरिए मध्यप्रदेश में रेत से पॉलीसिलिकॉन निकालने का उद्योग शुरू करने जा रही है। इसकी फैक्टरी प्रदेश के नीमच जिले में लगाई जा रही है। यह देश की पहली पॉलीसिलिकान फैक्टरी होगी। सरकार का दावा है कि इसके बाद सोलर पैनल और सोलर एनर्जी उत्पादन 15 से 20 फीसदी सस्ता हो जाएगा। कंपनी का लक्ष्य 2025 तक 25 हजार टन पॉलीसिलिकॉन उत्पादन का लक्ष्य है।
उद्योग विभाग के अफसरों के अनुसार पॉलीसिलिकॉन फैक्टरी लगाने के लिए सरकार ने नीमच के रतनगढ़ दड़ोली मार्ग पर अलोम सोलर कंपनी को 225 हेक्टेयर जमीन आवंटित कर दी गई है। बताते हैं कि अभी हम पॉलीसिलिकॉन चीन और नार्थ कोरिया से खरीदते हैं। सोलर पैनल निर्माण के लिए आज भी हम चीन और नार्थ कोरिया पर निर्भर हैं। कुछ महीने पहले तक हम सोलर पैनल निर्माण के लिए सोलर सेल भी चीन से ही मंगाते थे। लेकिन अब सोलर सेल का उत्पादन तो देश में होने लगा है। लेकिन इसके रॉ मटेरियल पॉलीसिलिकॉन, जिससे कि सोलर पैनल बनते हैं, उसके लिए हम चीन पर ही निर्भर हैं। केंद्र शासन ने पॉलीसिलिकॉन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए प्रोडक्शन लिंक्ड इन्सेंटिव योजना शुरू की है। इसी के तहत शिवराज सरकार प्रदेश में रेत से पॉलिसिलिकॉन निकालने का उद्योग शुरू करने जा रही है। पॉलीसिलिकॉन फैक्टरी अलोम सोलन कंपनी लगाएगी। यह कंपनी अभी ओडिशा, वेस्ट बंगाल, मेघालय, आंध्रप्रदेश में सोलर पैनल बनाने का काम करती है।
नीमच में ही क्यों लगा रही फैक्टरी
बताते हैं कि पॉलीसिलिकॉन फैक्टरी नीमच जिले में इसलिए लगाई जा रही है, क्यों यहां पॉलीसिलिकॉन फैक्टरी लगाने के लिए पर्याप्त पहाड़ी क्षेत्र और जमीन उपलब्ध है। इसके अलावा यहां गांधीसागर बांध होने से पर्याप्त पानी भी उपलब्ध है। सिलिकॉन बनाने के लिए आवश्यक चारकोल के लिए यहां बबूल और अन्य तरह के पेड़ भी हैं।
हर साल बढ़ रही पॉलीसिलिकॉन की डिमांड
अलोम सोलर कंपनी के आकर्ष अग्रवाल बताते हैं कि वर्ष 2020-21 में पॅालीसिलिकॉन की खपत 2.2 मिलियन टन थी। पॉलीसिलिकॉन की डिमांड 2016 से हर साल 7 फीसदी की दर से बढ़ रही है और इस साल के अंत तक वैश्विक पॉलीसिलिकॉन उत्पादन क्षमता 298 किलोग्राम प्रति वाट तक पहुंच सकती है। उनका कहना है कि पॉलीसिलिकॉन का एक किलोग्राम सौर सेल अपने जीवन कॉल में 7 हजार किलोग्राम से अधिक सीओटू उत्सर्जन बचाता है।
कैसे बनता है पॉलीसिलिकॉन
सोलर एनर्जी उत्पादन के लिए उपयोग होने वाले सोलर सेल बनाने के लिए पॉलीसिलिकॉन की आवश्यकता होती है। जिसे रेत से निकाला जाता है। रेत और कार्बन को 2 हजार डिग्री पर गर्म करने पर पॉलीसिलिकॉन की सिल्लियां तैयार की जाती हैं। इनसे कैमिकल प्रोसेस कर भाप में बदला जाता है, उससे 99.99 शुद्ध पॉलीसिलिकॉन मिलता है। इससे सोलर सेल का निर्माण किया जाता है और सोलर सेल से सोलर पैनल बनाए जाते हैं।