- सीएम ने चार अफसरों को किया निलंबित तो कलेक्टरों ने भी गिराई 10 पर निलंबन की गाज
भोपाल/अपूर्व चतुर्वेदी/बिच्छू डॉट कॉम। मध्यप्रदेश में लापरवाह अधिकारी कर्मचारियों पर इन दिनों तेजी से कार्रवाई हो रही है। इसके साथ ही भ्रष्ट अधिकारियों व कर्मचारियों की धरपकड़ का काम भी जारी है। दरअसल यह सब हो रहा है मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा तत्काल निलंबित करने के निर्देशों के बाद। इस मामले में जहां मुख्यमंत्री खुद मौके पर ही नायक फिल्म की तरह कार्रवाई की जा रही है तो अब अफसर भी इसी राह पर चलते दिखना शुरू हो गए हैं। बीते रोज खुद मुख्यमंत्री ने जहां बैतूल में जनता के सामने ही उनके हकों को देने के मामले में लापरवाही बरतने वाले चार अफसरों को तत्काल निलंबित किया है तो वहीं कई जिलों में कलेक्टरों ने भी इसी तरह की कार्रवाई को किया है। दरअसल सीएम ने बैतूल में पदस्थ सीएमएचओ, खनिज अधिकारी और बिजली विभाग के दो जेई को निलंबित कर दिया तो वहीं कटनी के बीडी अग्रवाल वार्ड स्थित आंगनबाड़ी केंद्र में भोजन करने के बाद 9 बच्चे बीमार हो गए थे। जिसके बाद कलेक्टर द्वारा कार्रवाई की गई है। कलेक्टर अवि प्रसाद द्वारा परियोजना अधिकारी और सेक्टर पर्यवेक्षक को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकतार्ओं और सहायिकाओं के नवंबर महीने के 15 दिन के मानदेय में कटौती की गई है। इसके अलावा देवास जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाने के नाम पर पैसे लेने का आरोप लगा है। दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी को नगर निगम आयुक्त द्वारा बर्खास्त कर दिया गया है। हितग्राही से कर्मचारी द्वारा 15 हजार की मांग की गई थी। रुपए खाते में ट्रांसफर करवा लेने के बाद भी काम नहीं होने पर इसकी शिकायत हितग्राही ने आयुक्त से की। जिस पर कर्मचारी को बर्खास्त किया गया है। साथ ही 4 सहायक निरीक्षक पर एफआईआर दर्ज कर उसे जेल भेजा गया है। अन्य कार्रवाई खंडवा जिले में की गई है। जहां देर रात कुछ बदमाशों द्वारा चौकीदार से मारपीट कर 17 बंदूके लूट ली गई थी। जिस पर बुरहानपुर डीएफओ प्रदीप मिश्रा के प्रतिवेदन के आधार पर रेंजर पुष्पेंद्र जादौन को निलंबित कर दिया गया है। कुछ और कर्मचारियों से स्पष्टीकरण की मांग की गई है। इसके अलावा वनपाल चौकी प्रभारी लखनलाल वास्कले बीट गार्ड रामबाबू वर्मा को भी निलंबित किया गया है जबकि छह वनरक्षक को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
आधा दर्जन अतिथि शिक्षक निलंबित
एक अन्य कार्रवाई इंदौर जिले में की गई है। जहां नवीन शासकीय विधि महाविद्यालय के 6 शिक्षकों पर धार्मिक कट्टरता फैलाने का आरोप लगा है। यह शिक्षक भारतीय सेना पर टिप्पणी करते हैं। धारा 370 हटाने का विरोध करते थे। जिस पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं द्वारा कॉलेज पहुंचकर हंगामा किया गया था। वहीं अब कॉलेज के छह अतिथि शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा एक अन्य कार्रवाई टीकमगढ़ में की गई है। जहां निवाड़ी कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी तरुण भटनागर द्वारा लापरवाही करने पर प्राथमिक शिक्षक भरत नायक को निलंबित कर दिया गया है। एक अन्य कार्रवाई दतिया जिले में की गई है। जहां विद्यालय में निरंतर अनुपस्थित रहने पर शासकीय माध्यमिक विद्यालय के माध्यमिक शिक्षक साहब सिंह कौरव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा निरीक्षण करने के दौरान शिक्षक स्कूल में अनुपस्थित पाए गए थे और साथ ही शैक्षणिक व्यवस्था भी प्रभावित हो रही थी। जिस पर उन्हें निलंबित किया गया है।
बालाघाट में पंचायत सचिव निलंबित, 6 को नोटिस
एक अन्य कार्रवाई बालाघाट जिले में की गई है। वहां जहां कलेक्टर गिरीश कुमार मिश्रा द्वारा मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्य में लापरवाही बरतने पर पंचायत सचिव पंकज को निलंबित कर धनेंद्र पटले, बबलू मेश्राम, धनीराम शिंदे की सेवा समाप्ति का नोटिस जारी किया गया है। इसके अलावा सचिव रामगोपाल रिनायत को निलंबित करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।