मध्यभारत का औद्योगिक हब बनेगा भोपाल

औद्योगिक हब

– राजधानी के आसपास के इंडस्ट्रियल एरिया में होगा हजारों करोड़ का निवेश
– सैकड़ों की संख्या में नई फैक्ट्री और प्लांट लगाए जाएंगे

भोपाल/अपूर्व चतुर्वेदी/बिच्छू डॉट कॉम। मालवा के पीथमपुर की तरह मध्यभारत के भोपाल को औद्योगिक हब बनाया जाएगा। इसके लिए सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है। दरअसल, देश-विदेश के कई बड़े निवेशक भोपाल के आसपास औद्योगिक इकाईयां स्थापित करना चाहते हैं। ऐसे निवेशकों के लिए सरकार ने राजधानी के आसपास के इंडस्ट्रियल एरिया में  निवेश करने के लिए दरवाजे खोल दिए हैं। जानकारी के अनुसार राजधानी के आसपास रोजगार को बढ़ावा देने के लिए नई इंडस्ट्री लगाई जा रही हैं। इसके लिए 4 हजार 601 करोड़ रु. का निवेश विभिन्न प्रकार की इंडस्ट्री में किया जा रहा है। अकेले बगरोदा इंडस्ट्रियल एरिया में अगले साल कुल 440 इंडस्ट्री के लिए करीब 220 करोड़ रु. का निवेश होगा।
उद्योग विभाग के सूत्रों का कहना है मप्र  में भोपाल के आसपास के औद्योगिक क्षेत्रों में निवेश की अपार संभावनाएं है। इसको देखते हुए नई इंडस्ट्री को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने जमीनें देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसमें लकड़ी, स्टील, यूपी के बुलंदशहर में संचालित खुर्जा की क्रॉकरी इंडस्ट्री, गारमेंट्स, बेकरी प्रोडक्ट में ब्रेड, पाव व अन्य खाद्य सामग्री की फैक्टरी और प्लांट लगाए जाएंगे। इसके लिए करीब 500 एकड़ जमीन दी जा रही है। 230 एकड़ जमीन अचारपुरा और बांदीपुरा में दी जाएगी। जबकि गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एरिया में संचालित फर्नीचर और लकड़ी इंडस्ट्री को ही 198 एकड़ जमीन बांदीपुरा में दी जा रही है। इसमें सैकड़ों की संख्या में नई फैक्ट्री और प्लांट लगाए जाएंगे। हर तरह के प्लास्टिक उद्योग के लिए पांच एकड़ जमीन अचारपुरा में दी जा रही है।
लाखों लोगों को मिलेगा रोजगार
प्रदेश में रोजगार के मद्देनजर उन उद्योगों को जल्द से जल्द स्थापित करने जमीनें आवंटित की जा रही हैं, जिनसे लोगों को रोजगार उपलब्ध हो सके। भोपाल ही नहीं आस-पास जिलों के लोगों को भी यहां रोजगार मिलेगा। जिला उद्योग केंद्र के अफसरों के साथ मिलकर नए उद्योगों को जमीनें आवंटित करते जा रहे हैं। उम्मीद है कि आने वाले तीन साल के भीतर शहर के अलग-अलग इलाकों में नई इंडस्ट्री लग जाएंगी। नई इंडस्ट्री के लगने के बाद करीब 1 लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार मिल सकेगा। ग्राम अगरिया छापर में लगभग 200 एकड़ पर औद्योगिक क्लस्टर बनाया जा रहा है। इसमें 450 से अधिक इंडस्ट्री को जगह दी जाएगी। यहां पर करीब 950 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश होगा। करीब 12 हजार से ज्यादा लोगों को यहां रोजगार से जोड़ा जाएगा। 6 अन्य .. क्लस्टर जैसे फूड, प्लास्टिक, फार्मा, मेडिकल डिवाइस, मल्टी प्रोडक्ट एवं रेडीमेड गारमेंट क्लस्टर स्थापित होंगे। इसमें 600 करोड़ का निवेश और 10 हजार लोगों को रोजगार दिया जाना है। वहीं आनंद नगर, रायसेन रोड में शमां फूड पार्क में 25 करोड़ का निवेश होगा, जिससे 600 को रोजगार मिलेगा। बैरसिया में चित्रांश सेल्स कॉपोर्रेशन द्वारा 6.004 एकड़ जमीन पर फूड प्रोसेसिंग क्लस्टर की स्थापना की जा रही है।

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