सैद्धांतिक सहमति के बाद भी जारी नहीं किया जा रहा नोटिफिकेशन

सैद्धांतिक सहमति
  • इन सड़कों के मेंटेनेंस पर राज्य सरकार को करना पड़ रहा सालाना 500 करोड़ खर्च

भोपाल/अपूर्व चतुर्वेदी/बिच्छू डॉट कॉम। केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की सैद्धांतिक सहमति के बाद भी अभी तक प्रदेश के 27 स्टेट हाईवे को नेशनल हाईवे बनाने का नोटिफिकेशन जारी नहीं किया जा सका है। इस कारण प्रदेश सरकार को इन सड़कों के मेंटेनेंस पर सालाना 500 करोड़ रूपए खर्च करने पड़ रहे हैं।
जानकारी के अनुसार दो साल पहले केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्रालय ने इन मार्गों को नेशनल हाइवे बनाने के लिए सैद्धांतिक सहमति तो दे दी, लेकिन नोटिफिकेशन अभी तक जारी नहीं किया है। इसके चलते इनमें से कई सड़कें फोरलेन में नहीं बदल सकी हैं और अभी भी राज्य सरकार को इनका मेंटेनेंस कराना पड़ रहा है।
मंत्री तथा ईएनसी केंद्र सरकार को लिख चुके हैं कई पत्र
इस मामले में पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव तथा ईएनसी ने कई बार केंद्र सरकार को पत्र भी लिखे, लेकिन अभी भी मामला अटका हुआ है। इनमें से कई मार्ग बीओटी के आधार पर फोरलेन में तब्दील हो चुके हैं, लेकिन करीब 16 मार्ग ऐसे हैं, जो अभी फोरलेन में तब्दील नहीं हुए हैं। यदि इन्हें फोरलेन में बदला जाता है, तो राज्य सरकार को करीब 20 हजार करोड़ से ज्यादा राशि खर्च करनी होगी अथवा इसके लिए लोन लेना पड़ेगा और केंद्र के पास चले जाते, तो फिर केंद्र सरकार इनके संधारण, नवीनीकरण का कार्य करवाएगा। पीडब्ल्यूडी के प्रमुख अभियंता नरेंद्र कुमार का कहना है कि राज्य सरकार ने 27 राजमार्गों को नेशनल हाइवे में तब्दील करने केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्रालय को प्रस्ताव भेजा था। इसके लिए सैद्धातिक सहमति तो मिल गई है, लेकिन अधिसूचना जारी नहीं होने के कारण इन सड़कों पर मेंटेनेंस राज्य सरकार को ही करवाना पड़ रहा है।
दो साल पहले दिया था प्रस्ताव
राज्य सरकार ने केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के समक्ष मप्र के 27 स्टेट हाइवे को नेशनल हाइवे में परिवर्तित करने का प्रस्ताव करीब दो साल पहले दिया था। गडकरी ने इसके लिए सैद्धांतिक सहमति भी दे दी थी, लेकिन एनएचएआई ने इन मार्गों को अभी तक अपनी सूची में शामिल नहीं किया, वहीं मंत्रालय से इनकी अधिसूचना जारी नहीं होने से भी राज्य सरकार पर हर साल मेंटेनेंस का भार पड़ रहा है। यदि ये सड़कें नेशनल हाइवे के लिए अधिसूचित हो जाती, तो फिर इनका मेंटेनेंस और नवीनीकरण का कार्य केंद्र सरकार को करना पड़ेगा।
ये हैं कुछ महत्वपूर्ण राष्ट्रीय राजमार्ग
मार्ग का नाम क्रमांक किमी
कोरिल यूपी बार्डर 50 87.00
पोहरी-करहाल 51ए 93.00
नीमच-मंदसौर राज. 52 248.00
सिंगरौली- रतनगढ़ 53 60.00
पारोन-फतेहगढ़-गुना 54 119.00
टीकमगढ़, गुलगंज यूपी 54 बी 70.00
अजयगढ़-पन्ना, यूपी 55 279.00
कालिंजर-नागौद 56 56.00
रीवा – ब्यौहारी, शहडोल 57 170.00
प्रतापगढ़ राजस्थान बार्डर 58 58.00
झालावार, आगर- उज्जैन 59 323.00
सिरोंज-मैहुना-बना 611 97.00
खिमलासा-खुरई, पिपरिया 62 327.00
सागर-गढ़ाकोटा, ताला 63 297.00
जावरा-नागदा, उन्हेल 65 204.00
स्रोत: पीडब्ल्यूडी

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