
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। मध्यप्रदेश सरकार प्रदेश में 194 करोड़ की लागत से संभाग स्तर पर भ्रूण प्रत्यारोपण (एम्ब्रियो ट्रांसप्लांट यानी ईटीटी) तकनीक का सेटअप तैयार करने जा रही है। इससे देशी उन्नत किस्म की गायों की नस्ल तैयार किए जाने की योजना है। इससे दूध उत्पादन में कई गुना वृद्वि हो जाएगी। दरअसल इस तकनीक से ब्राजील ने गुजरात से गिर नस्ल के गोवंश ले जाकर दूध उत्पादन को कई गुना बढ़ा लिया है। इस अभियान की शुरुआत केन्द्र सरकार की मदद से की जा रही है। इस तकनीक से मप्र में एक साल में देसी उन्नत नस्ल की 5 से 10 हजार गाय की बछिया पैदा करने का लक्ष्य है। संभाग स्तर पर सेटअप लगाने के लिए मप्र सरकार ने मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय को प्रस्ताव भी भेज दिया है। प्रस्ताव के अनुसार संभाग स्तर पर ईटीटी/आईवीएफ तकनीक को सभी 10 संभागों में शुरू किया जाएगा। इसके लिए दो-दो नस्लों यानी साहीवाल व गिर और मालवी, निमाड़ी गायों का भ्रूण विकसित करके प्रत्यारोपित किया जाएगा। कृत्रिम गर्भाधान करवाकर सालभर में 5 से 10 हजार तक बछिया पैदा कराई जाने की संभावना है। इससे अभी देश में दूध उत्पादन में तीसरे नंबर पर चल रहे मप्र की स्थिति में तेजी से सुधार हो सकेगा। अभी पहले नंबर एक पर यूपी, दूसरे पर राजस्थान है।
केंद्रीय मंत्री के साथ हो चुकी है बैठक , बताई प्रगति
केवड़िया में केंद्रीय पशुपालन एवं डेयरी विभाग ने राज्यों के मंत्रियों और अफसरों के साथ बैठक की थी। मप्र से मंत्री प्रेम सिंह पटेल ने केंद्रीय मंत्री रूपाला को संभाग स्तर पर ईटीटी सुविधा शुरू करने के लिए प्रस्ताव की प्रति देकर प्रगति के बारे में बताया था। विभाग के एसीएस जेएन कंसोटिया के अनुसार कोशिश है कि इसी वित्तीय वर्ष से योजना के लक्ष्य की तरफ कदम बढ़ाए जाएं।