भाजपा में विस चुनाव के पहले दिखने लगेगा पीढ़ी परिवर्तन का असर

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  • नगर सरकार में भाजपा लगाएगी युवाओं पर दांव

भोपाल/प्रणव बजाज/बिच्छू डॉट कॉम। भाजपा मध्यप्रदेश में ऐसी राजनैतिक पार्टी बनने जा रही है जो नए सिरे संगठन से लेकर सरकार को युवा बनाने में लगी हुई है। इसके लिए पार्टी में पीढ़ी परिवर्तन का दौर चल रहा है। इसका असर विधानसभा चुनाव से पहले नगर सरकार के लिए होने वाले चुनावों में दिखने लगेगा। दरअसल भाजपा ने नगर सरकार के चुनाव में पार्टी की ओर से युवा प्रत्याशियों पर दांव लगाने की तैयारी शुरू कर दी है। इसे विधानसभा चुनाव के पहले की तैयारियों के रुप में देखा जा रहा है। इससे पार्टी के परिवर्तन का टेस्ट के रुप में भी प्रयोग के तौर पर उठाया जाने वाला कदम माना जा रहा है। इसकी वजह से पार्टी को न केवल ऊजार्वान कार्यकर्ताओं को आगे लाने का मौका मिलेगा, बल्कि नए सोच के कार्यकर्ताओं का बेहतर विकास में उपयोग करने का मौका भी मिल सकेगा। इसकी वजह से 30 से 45 साल उम्र के नेताओं और कार्यकर्ताओं को अधिक मौका मिलने की उम्मीदें भी बढ़ गई हैं। संगठन में मंडल स्तर पर अधिकतम 35 एवं जिला स्तर पर 50 साल की अधिकतम आयु वालों को पहले से ही कमान दी जा चुकी है। इस बदलाव की बयार वीडी शर्मा के प्रदेशाध्यक्ष और पी मुरलीधर राव के प्रदेश प्रभारी बनने के साथ हुई है। इसकी वजह से अब भाजपा को लेकर युवाओं में तेजी से क्रेज बढ़ रहा है। वहीं अब पार्षद से विधायक के लिए भी 40 से 45 साल से कम आयु के चेहरों को अधिक मौका देने की रणनीति पर काम किया जा रहा है। इस कवायद के पीछे पार्टी की वह रणनीति है, जिसके तहत अगले दो दशक तक पार्टी में नई पीढ़ी को मौका देकर नेतृत्व तैयार करना है। पार्टी का थिंक टैंक संगठन में ऐसा कोई पीढ़ी अंतराल नहीं चाहता, जिससे पार्टी कुछ वर्षों में वयोवृद्ध या युवाओं की कम मौजूदगी वाले दल के रूप में जानी पहचानी जाए। इससे पहले भाजपा ने लोकसभा और विधानसभा चुनावों में 75 साल या अधिक उम्र के नेताओं को चुनाव मैदान में उतारने से परहेज किया था। वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में पार्टी  ने बाबूलाल गौर, सरताज सिंह, रामकृष्ण कुसमरिया, माया सिंह, कुसुम महदेले सहित कई वयोवृद्ध हो चुके नेताओं के टिकट काट कर उनकी जगह युवा चेहरों पर दांव लगाया था। खास बात तो यह है इनमें से कई नेता तो न केवल मंत्री थे , बल्कि अपराजेय भी रह चुके थे। दरअसल प्रदेश में अगले साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। पार्टी के आंकलन के मुताबिक प्रदेश की 42 विधानसभा सीटें ऐसी हैं, जहां पर आयु वर्ग के हिसाब से युवा निर्णायक की भूमिका में हैं। इधर, संगठन में भी युवाओं को जिस तरह से महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी जा रही हैं, उससे स्पष्ट संकेत मिल रहे हैं कि पार्टी युवा शक्ति और अनुभव को अलग- अलग रखते हुए उनका उपयोग करने के फार्मूेले पर काम कर रही है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि संगठन में बूथ स्तर से प्रदेश स्तर तक के दायित्वों के लिए युवाओं को प्राथमिकता देने से युवा व ऊर्जावान लोगों की सहभागिता बढ़ेगी।  मंडल व जिला स्तर पर चुनावी रणनीति व सामाजिक समीकरणों का भी ध्यान रखा जा रहा है। युवाओं को मौका मिलने से उन वर्गों का भी साथ पार्टी को निश्चित तौर पर मिलेगा, जिनकी भागीदारी अपेक्षाकृत कम रही है। भाजपा के प्रदेश मंत्री रजनीश अग्रवाल कहते हैं कि भारतीय जनता पार्टी में पीढ़ी परिवर्तन कोई विशेष अभियान नहीं, बल्कि स्वाभाविक प्रक्रिया है। कार्यकर्ताओं की भावना और जनता की अपेक्षा के साथ ही जीतने की संभावना पर ध्यान रखते हुए पार्टी विचार करती है। यह पार्टी एक चुनाव के लिए नहीं, बल्कि लगातार एक वैचारिक उद्देश्य को लेकर कार्य करती है इसलिए उस दृष्टि से निर्णय भी लिए जाते हैं।
वीडी व राव माने जाते हैं युवा
प्रचारक से राजनीति में प्रवेश करने वाले वीडी शर्मा की उम्र अभी महज 51 साल है, तो प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव की उम्र 56 साल बताई जाती है। यही नहीं प्रदेश संगठन में अधिकांश पदाधिकारी तो उनसे भी कम उम्र के हैं। यही वजह है कि मप्र के संगठन को भाजपा में सबसे युवा इकाई तक भी कहा जाता है।
मत प्रतिशत वृद्धि पर भाजपाकी बैठक आज
अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी भाजपा ने 10 प्रतिशत वोट शेयर बढ़ाने का लक्ष्य तय किया है। इसकी पूर्ति के लिए बूथ प्रबंधन के साथ अन्य कदम उठाए जा रहे हैं। आज शनिवार को इस संबंध में प्रदेश भाजपा कार्यालय में प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक चल रही है। इसमें जिम्मेदारियां तय की जाएंगी। वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 41.02 प्रतिशत वोट हासिल करके 109 सीटों पर विजय प्राप्त की थी। जबकि, कांग्रेस को 40.89 प्रतिशत वोट मिला था और उसने 114 सीटें जीती थीं। भाजपा ने आगामी विधानसभा चुनाव में 10 प्रतिशत वोट शेयर बढ़ाने का लक्ष्य तय किया है। इसकी प्राप्ति के लिए पार्टी मतदान केंद्र स्तर पर मतदाता संपर्क कार्यक्रम संचालित कर रही है। आगामी दिनों में विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों से संपर्क का अभियान चलाना प्रस्तावित है।

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