
मुंबई/बिच्छू डॉट कॉम। इसी माह 26 मार्च से शुरू होने जा रहे आईपीएल पर एक बार फिर संकट के बादल मंडराने लगे हैं…… इस संकट का कारण है यूरोप में पैर पसारता कोरोना…… जानकारों का कहना है कि अगर कोरोना की यही रफ्तार रही तो इसे भारत में प्रवेश करते देर नहीं लगने वाली… और फिर क्या होगा यह तो सभी जानते ही हैं….तो क्या फिर एक बार बायो बबल में खिलाड़ियों को खेलने के लिए मजबूर होना पड़ेगा…… यह बड़ा सवाल है… इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के आगामी सत्र का आयोजन बंद दरवाजों के पीछे बिना दर्शकों के हो सकता है। यह टूर्नामेंट 26 मार्च से शुरू होना है और फिलहाल मुंबई और पुणे में होने वाले लीग चरण के लिए स्टेडियमों की 25 प्रतिशत क्षमता में दर्शकों के प्रवेश की अनुमति है। लेकिन, एक बार फिर कोविड-19 के मामले बढ़ने की वजह से इस अनुमति को अगले सात दिनों में वापस लिया जा सकता है। 26 मार्च को आइपीएल का पहला मुकाबला चेन्नई सुपरकिंग्स (सीएसके) और कोलकाता नाइटराइडर्स (केकेआर) के बीच खेला जाएगा। लेकिन, इससे पहले केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र सरकार को राज्य में नए कोविड-19 वैरिएंट मिलने की चेतावनी दी है। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा, हमें केंद्र सरकार से अलर्ट रहने के लिए एक पत्र मिला है क्योंकि यूरोपीय देशों, दक्षिण कोरिया और चीन में कोविड-19 के मामलों में फिर वृद्धि देखने को मिली है। इसी के तहत हमारे स्वास्थ्य विभाग ने आईपीएल गवर्निंग काउंसिल को पत्र जारी कर सतर्क रहने और आवश्यक कदम उठाने को कहा था। आईपीएल मैचों को लेकर हम अभी कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं। आईपीएल के आगामी सत्र को पूरी तरह से बायो-बबल (कोरोना से बचाव के लिए बनाए गए सुरक्षित माहौल) में आयोजित करवाने के लिए तैयारी कर ली है। इस दौरान मुंबई और पुणे में 70 लीग मुकाबले होने हैं। आईपीएल गवर्निंग काउंसिल और महाराष्ट्र सरकार ने आईपीएल मैचों के लिए 25 प्रतिशत दर्शकों को अनुमति देने की योजना बनाई थी। पिछले कुछ हफ्तों में कोविड-19 मामलों में गिरावट के कारण टूर्नामेंट के लिए टिकट भी मिलने शुरू हो गए थे। हालांकि टूर्नामेंट के पहले मुकाबले से ठीक एक हफ्ते पहले कोविड-19 मामलों में वृद्धि के कारण उन योजनाओं में एक बड़ी बाधा आ सकती है। टोपे के अनुसार, श्केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र सरकार को यूरोपीय देशों, दक्षिण कोरिया और चीन में कोरोना के बढ़ते मामलों के प्रति सचेत कर दिया है।