
नई दिल्ली/बिच्छू डॉट कॉम। साहा द्रविड़ विवाद के बाद अब टीम इंडिया में एक नया विवाद शुरू हो गया है…. कहा जा रहा है कि टीम इंडिया के गेंदबाजी कोच पारस महाम्ब्रे को टीम से बाहर किया जा सकता है…. मैनेजमेंट ने बीसीसीआई से अनुरोध किया है कि वह उन्हें एक प्रभावशाली और एक्सपीरिएंस गेंदबाजी कोच दे ताकि विश्वकप से पहले गेंदबाजों को और पुख्ता किया जा सके। भारतीय टीम प्रबंधन गेंदबाजी कोच के तौर पर किसी पूर्व अनुभवी खिलाड़ी को चाहता है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के सामने टीम प्रबंधन ने अपनी इच्छा व्यक्त कर दी है। फिलहाल इस पद पर पारस म्हाम्ब्रे हैं। माना जा रहा है कि टीम प्रबंधन अजीत अगरकर या जहीर खान को गेंदबाजी कोच चाहता है। इससे टीम इंडिया के तेज गेंदबाजी आक्रमण को फायदा होगा। सूत्रों ने बताया है कि भारतीय टीम प्रबंधन इस साल के अंत में आस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप और अगले साल भारत में खेले जाने वाले आइसीसी वनडे विश्व कप के लिए पहले से अच्छी तैयारी करना चाहता है। दो टेस्ट और तीन एकदिवसीय मैच खेलने वाले म्हाम्ब्रे को गेंदबाजी कोच तब बनाया गया था, जब राहुल द्रविड़ को रवि शास्त्री के बाद मुख्य कोच नियुक्त किया गया था। शास्त्री की सहयोगी टीम पिछले साल टी 20 विश्व कप के बाद अपने अनुबंध को बढ़ाना नहीं चाहती थी। अजीत अगरकर ने 26 टेस्ट, 191 एकदिवसीय और चार टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में लगभग 350 अंतरराष्ट्रीय विकेट लिए। वहीं जहीर खान वर्तमान में आइपीएल फ्रेंचाइजी मुंबई इंडियंस (डप्) के साथ जुड़े हुए हैं। उन्होंने 92 टेस्ट, 200 एकदिवसीय और 17 टी 20 मैच में कुल मिलाकर 610 अंतरराष्ट्रीय विकेट लिए हैं। म्हाम्ब्रे ने टीम इंडिया की गेंदबाजी कोच की जिम्मेदारी संभालने से पहले द्रविड़ के साथ राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (छब्।) में जूनियर खिलाड़ियों के साथ बड़े पैमाने पर काम किया है। इस बीच यह पता चला है कि अगरकर ने इंडियन प्रीमियर लीग 2022 (प्च्स् 2022) के लिए दिल्ली कैपिटल्स (क्ब्) के साथ गेंदबाजी कोच के तौर पर करार किया है। मुंबई के यह दिग्गज खिलाड़ी आस्ट्रेलियाई दिग्गज और फ्रेंचाइजी के मुख्य कोच रिकी पोंटिंग के साथ काम करेगा। फिलहाल कमेंट्री करने वाले अगरकर पहली बार कोच की भूमिका निभाएंगे। दिल्ली कैपिटल्स के लिए गेंदबाजी कोच की भूमिका निभाने से टीम इंडिया का कोच बनने का रास्ता और आसान होगा।