
3163.28 लाख यूनिट बिजली सप्लाई के साथ बिजली की माँग साढ़े 16 हजार मेगावाट पहुँची
भोपाल। मध्यप्रदेश के इतिहास में गत दिवस 21 दिसंबर को सर्वाधिक बिजली आपूर्ति और बिजली की मांग का नया रिकॉर्ड कायम हुआ। इस दिन प्रदेश में 3163.28 लाख यूनिट बिजली की आपूर्ति की गई, जबकि बिजली की सर्वाधिक मांग 16 हजार 514 मेगावाट दर्ज हुई। ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने अधिकतम मांग पर बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करने पर अधिकारी एवं कर्मचारियों की सराहना की है।
वित्तीय वर्ष | अधिकतम मांग (मेगावाट में) | एक दिन में सर्वाधिक आपूर्ति(लाख यूनिट में) |
2017-18 | 12240 | 2355.12 |
2018-19 | 14089 | 2658.69 |
2019-20 | 14555 | 2654.11 |
2020-21 | 15425 | 2954.77 |
2021-22 | 15692 | 2986.16 |
2022-23 | 16514 | 3163.28 |
प्रदेश में कैसी रही बिजली की मांग
प्रदेश में जब बिजली की मांग 16 हजार 514 मेगावाट पर दर्ज हुई उस दौरान मध्यप्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी (जबलपुर, सागर और रीवा संभाग) में 4497 मेगावाट, मध्यप्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी (भोपाल और ग्वालियर संभाग) में 5229 मेगावाट और मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी (इंदौर एवं उज्जैन संभाग) में बिजली की अधिकतम मांग 6459 मेगावाट हुई। रेलवे को 329 मेगावाट बिजली प्रदाय की गई।
प्रदेश में कैसे हुई बिजली सप्लाई
प्रदेश में 21 दिसंबर को जब बिजली की मांग 16 हजार 514 मेगावाट दर्ज हुई, उस समय बिजली की सप्लाई में मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी के ताप और जल विद्युत गृहों का उत्पादन अंश 4137 मेगावाट, इंदिरा सागर-सरदार सरोवर-ओंकारेश्वर जल विद्युत परियोजना का अंश 1374 मेगावाट, सेंट्रल सेक्टर का अंश 3978 मेगावाट तथा आईपीपी का अंश 1667 मेगावाट रहा। अन्य स्त्रोत जिनमें नवकरणीय स्त्रोत और बैंकिंग भी शामिल हैं, से प्रदेश को 4462 मेगावाट बिजली प्राप्त हुई।