अपने बेटे को खेलते नहीं देखना चाहते सचिन तेंदुलकर…..आखिर क्यों!

सचिन-अर्जुन तेंदुलकर

मुंबई/बिच्छू डॉट कॉम।  क्रिकेटर हो या फिर कोई अन्य खेल या कला का क्षेत्र…. हर मां बाप की तमन्ना होती है कि वह अपने बेटे को परफॉर्मेंस करते हुए खुद अपनी आंखों से देखे….. लेकिन विश्व के महानतम बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर को अपने बेटे को खेलते देखने में डर लगता है….. वे खुद कहते हैं कि उसे खेलते हुए नहीं देखना चाहता….आखिर क्या कारण है… आईए आपको बताते हैं विस्तार से….. इंटरनेशनल क्रिकेट के महानतम बल्लेबाजों में शुमार सचिन तेंदुलकर अपने बेटे अर्जुन के क्रिकेट के बेहतर होते देखना चाहते हैं लेकिन उनके मुकाबलों को नहीं देखते। मास्टर ब्लास्टर ने इस बात को साझा किया है कि उनका बेटा जब किसी मैच में खेलने उतरता है तो वह उसे नहीं देखते। इस साल आईपीएल के 15 वें सीजन के लिए की गई मेगा ऑक्शन में अर्जुन को मुंबई इंडियंस ने खरीदा। भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने अपने बेटे अर्जुन तेंदुलकर का मैच नहीं देखने के सवाल पर कहा कि वह चाहते हैं कि अर्जुन को इस खेल से प्यार करने की आजादी मिले। अर्जुन फिलहाल मुंबई की रणजी टीम का हिस्सा हैं और उन्हें आईपीएल की मेगा नीलामी में मुंबई इंडियंस ने 30 लाख रुपये में खरीदा था। सचिन ने कहा, माता-पिता जब अपने बच्चे को खेलते हुए देखते हैं तो इससे उन पर दबाव बढ़ता है, इसलिए मैं अर्जुन को खेलते हुए नहीं देखता। मैं चाहता हूं कि उसे क्रिकेट से प्यार करने की आजादी मिले और अर्जुन उस चीज पर ध्यान केंद्रित करे जो वह करना चाहता है। उसे अपने खेल पर ध्यान लगाना है। जैसे कि मैं नहीं चाहता था कि कोई मुझे देखे। अगर मैं उसका खेल देखने जाऊंगा भी तो कहीं छिप जाऊंगा। अर्जुन को पता नहीं चलेगा कि मैं वहां हूं। उन्होंने कहा, हम लोगों में से किसी ने अर्जुन को क्रिकेट खेलने के लिए बाध्य नहीं किया। वह फुटबॉल खेलता था और फिर उसे शतरंज खेलना पसंद आया। क्रिकेट उसके जीवन में बाद में आया। गौरतलब है कि सचिन बेटे की गेंदबाजी में बेहतर प्रशिक्षण के लिए उनको इंग्लैंड ले गए थे। अर्जुन ने इंग्लैंड क्रिकेट टीम के बल्लेबाजों को नेट्स में काफी गेंदबाजी भी है। तेज रफ्तार गेंद पर एक बार इंग्लैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज जोस बटलर चोटिल भी हुए थे।  

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