
लंदन/बिच्छू डॉट कॉम। ओवल टेस्ट जीतने वाली टीम इंडिया की हर जगह वाहवाही हो रही है लेकिन एक ऐसा खिलाड़ी है जो सही मायने में अंग्रेज बल्लेबाजों के लिए काल बन गया…. उसकी यॉर्कर और बाउंसर की चपेट में आकर इंग्लैंड टीम जो बिखरी तो फिर संभल नहीं पाई… इतना ही नहीं उसने दो भारतीय गेंदबाज का रिकॉर्ड भी ध्वस्त कर दिया…… इस खिलाड़ी का नाम है जसप्रीत बुमराह….. और लोग कह रहे हैं जस्सी जैसा कोई नहीं.. भारत-इंग्लैंड के बीच चौथे टेस्ट के आखिरी दिन तक दोनों टीम बराबरी पर खड़ी थी। मैच किसी भी ओर से जा सकता था। पांचवें दिन खेल शुरू होने से पहले तीनों नतीजे संभव थे। मगर बुमराह के उन दो विकेट ने मैच में इंग्लैंड को पूरी तरह बैकफुट पर ढकेल दिया, जब पांचवें दिन का खेल शुरू हुआ तो दोनों ओपनर्स अच्छी लय में दिख रहे थे। मगर अर्धशतक लगाते ही रोरी बर्न्स को शार्दुल ने निपटाया तो नए बल्लेबाज डेविड मलान रन आउट हो गए। लंच के बाद भारत को दबाव बनाना था। जडेजा ने हसीब हमीद को बोल्ड कर दिया। अब कप्तान कोहली ने बुमराह को गेंद सौंपी, जिस पर वह पूरी तरह खरे उतरे। अगले दो ओवर में दो विकेट लेकर इंग्लैंड की कमर ही तोड़ दी। पहली पारी में 81 रन बनाने वाले ओली पोप भारत की जीत में बड़ा रोड़ा थे। मगर एक अद्भुत गेंद में जस्सी ने उनकी गिल्लियां बिखेर दी। ऑफ स्टंप के लाइन में पड़कर बॉल तेजी से अंदर आई। बैट-पैड के बीच में बड़ा गैप था, जिससे निकलते हुए बॉल ने लेग स्टंप उखाड़ दिया। ओली पोप की पारी सिर्फ दो रन पर सिमट गई। अब 146 रन पर चार विकेट गिर चुके थे। इंग्लिश पारी को संभालने की जिम्मेदारी टीम के दो सबसे अनुभवी बल्लेबाजों पर थी। मगर बुमराह कहां रुकने वाले थे। अपने अगले ही ओवर में उन्होंने ब्रह्मास्त्र निकाला। चिर-परिचित खतरनाक यॉर्कर से जॉनी बेयरस्टो को बोल्ड कर दिया। 145 किमी की रफ्तार से एकदम जड़ में पड़ी गेंद का बेयरस्टो के पास कोई जवाब नहीं था। डिफेंस करने गए, लेकिन समय पर बल्ला अड़ा पाते उससे पहले डंडा उकड़ गया। इंग्लिश विकेटकीपर खाता भी नहीं खोल पाए। इस दौरान जसप्रीत बुमराह टेस्ट में भारत के लिए सबसे तेज 100 विकेट लेने वाले पेसर भी बन गए। करियर के 24वें टेस्ट में उन्होंने यह कमाल किया। बुमराह ने कपिल देव का रेकॉर्ड तोड़ा। भारत को 1983 का विश्व कप दिलाने वाले कपिल ने 25 टेस्ट में 100 विकेट लिए थे।
सबसे तेज 100 विकेट लेने वाले भारतीय पेसर
24- जसप्रीत बुमराह
25- कपिल देव
28- इरफ़ान पठान
29- मोहम्मद शमी
30- जवागल श्रीनाथ
33- इशांत शर्मा