टीम इंडिया से होने वाली है रवि शास्त्री की छुट्टी……कपिल देव भी बोले…. इसमें गलत क्या है….

कपिल देव

नयी दिल्ली/बिच्छू डॉट कॉम। विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में करारी हार के बाद न सिर्फ भारतीय कप्तान विराट कोहली की कप्तानी पर सवाल खड़े हो रहे हैं वरन कोच रवि शास्त्री की कुर्सी भी खतरें में दिखाई दे रही है…… पूर्व कप्तान और भारत को विश्व विजेता का पहला खिताब दिलाने वाले कपिल देव ने भी इस पर चुटकी लेते हुए कहा है कि अगर यह हो रहा है तो इसमें गलत क्या है….राहुल द्रविड़ को श्रीलंका दौरे पर टीम इंडिया की कोचिंग की कमान सौंपकर बीसीसीआई ने जता दिया है, उसका इरादा क्या है. इसका साफ साफ मतलब यही लगता है कि रवि शास्त्री का कार्यकाल खत्म होते ही राहुल द्रविड़ को कोचिंग की बागडोर सौंप दी जाएगी. राहुल द्रविड़ ने इंडिया ए टीम और अंडर 19 टीम के खिलाड़ियों को निखारा है. वहीं रवि शास्त्री की कोचिंग की भी अपनी उपलब्धियां रही हैं. सिर्फ एक प्ब्ब् टूर्नामेंट को छोड़ दें तो टीम ने हर जगह झंडे गाड़े है. शास्त्री की इन्हीं उपलब्धियों को फ्रंट में रखते हुए भारत के पूर्व कप्तान कपिल देव ने भी उनके लिए बैटिंग की है।कपिल देव ने एक शो में कहा कि, ” मुझे नहीं लगता हमें इस बारे में बात करनी चाहिए. श्रीलंका दौरा खत्म होने दें. टीम का जो परफॉर्मेंस रहेगा, उसके आधार पर फिर हम बात कर सकते हैं. अगर हम नया कोच तलाश रहे हैं, तो इसमें कुछ गलत नहीं है. लेकिन अगर रवि शास्त्री बतौर कोच अच्छा काम कर रहे हैं तो मुझे उन्हें हटाने की कोई वजह नहीं दिखती. अब ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा. लेकिन उससे पहले इस पर बात करना अपने कोच और खिलाड़ियों पर बेवजह दबाव बनाने वाला होगा। टीम इंडिया फिलहाल एक साथ दो देशों में मौजूद है. एक टीम शिखर धवन की अगुवाई में श्रीलंका दौरे पर व्हाइट बॉल सीरीज खेलने गई है तो दूसरी टीम टेस्ट सीरीज जीतने के इरादे से इंग्लैंड में है. रवि शास्त्री इंग्लैंड दौरे पर टीम इंडिया के साथ हैं, जिनका कार्यकाल इस साल टी20 वर्ल्ड कप के बाद खत्म हो रहा है. कपिल देव ने कहा, ” ये देखकर अच्छा लग रहा है कि युवा खिलाड़ियों को ज्यादा मौके मिल रहे हैं।”कपिल देव ने भारत की बेंच स्ट्रेंथ की तारीफ में कहा, “ये इस टीम इंडिया की ताकत है. इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता कि हम एक ही वक्त पर दो टीम बनाकर दो देशों में खेलें और जीतें. अगर युवाओं को मौके मिलते हैं तो इसमें कुछ गलत नहीं. लेकिन ये टीम मैनेजमेंट को फैसला करना होगा कि क्या वो दोनों टीमों के दबाव को किस तरह से कम करते हैं। उसे हैंडल करते हैं।”

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