
नई दिल्ली/बिच्छू डॉट कॉम। टीम इंडिया के ऑलराउंडर और धुरंधर बल्लेबाज हार्दिक पांड्या ने अपने दिल की बात लोगों से शेयर की है। उनका कहना है कि मेरे मां बाप ने मुझे जमीन पर रहना सिखाया है और इसी का नतीजा है कि मैं अब तक टिका हुआ हूं…….. वरना मैं तो किसी पेट्रोल पंप पर नौकरी कर रहा होता। भारत के स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने वर्ल्ड टी-20 से ठीक पहले खुलकर अपने दिल की बात रखी है। ‘ईएसपीएन क्रिकइन्फो की क्रिकेट मंथली’ को दिए गए इंटरव्यू में पंड्या ने अपने जीवन की कई चुनौतियों और धोनी के साथ असाधारण तालमेल पर बात की। पंड्या ने पैसों के चलते जिंदगी में आए बदलावों के बारे में बात की। कहा कि, मेरे लिए परिवार सबसे जरूरी है। पैसा अच्छी चीज है, इससे काफी चीजें बदल जाती हैं। मैं इसका एक उदाहरण हूं। नहीं तो मैं किसी पेट्रोल पंप पर काम कर रहा होता। दुनिया को पता है कि हार्दिक बेहद कठिन हालातों का सामना करते हुए आज इस मुकाम तक पहुंचे हैं। 2019 में किसी ने मुझसे कहा कि आप जैसे युवाओं को पैसे के लिए नहीं जाना चाहिए, लेकिन मैं इससे सहमत नहीं हूं। जब कोई लड़का गांव या छोटे शहर से आता है और उसे बड़ा कॉन्ट्रेक्ट मिलता है तो वह पैसों को सिर्फ अपने लिए नहीं रखता है। वह अपने मां-बाप का ध्यान रखता है। पैसों से फर्क पड़ता है। प्रेरणा भी मिलती है।पंड्या ने स्वीकारा कि वह कभी परफेक्ट नहीं थे, लेकिन उनके परिवार ने सुनिश्चित किया कि उनके पैर हमेशा जमीन पर रहें। उन्होंने कहा, ‘मैं अपनी कमियां स्वीकार करता हूं। करियर के शुरुआती दो साल में काफी भटकाव था, लेकिन हमारा परिवार एक दूसरे के काफी करीब है। परिवार में एक चीज साफ है कि मैं गलत हूं तो गलत हूं। हर कोई अपनी राय देता है और अगर कोई भटकने लगता है तो उसके पैर जमीन पर रखने में परिवार मदद करता है।’ उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें पता है कि सभी की नजरें उन पर होती है। उन्होंने कहा, ‘मैं सुर्खियों में रहना नहीं चाहता, लेकिन ऐसा हो जाता है। जब मैं मैदान पर जाता हूं तो सभी की नजरें मुझ पर होती है, क्योंकि उन्हें पता है कि मैं फॉर्म में रहा तो अपने दम पर मैच जिता सकता हूं।’ हार्दिक का मानना है कि टी-20 विश्व कप उनके करियर की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है क्योंकि धोनी की गैर मौजूदगी में फिनिशर की जिम्मेदारी उनके कंधों पर होगी।