द्रविड़ ने किससे कहा…तुम्हें अच्छा लगे या बुरा….लेकिन मुझे यंग ब्रिगेड चाहिए….इसलिए टीम से तुम्हारी छुट्टी….

द्रविड़-साहा


नयी दिल्ली/बिच्छू डॉट कॉम। क्रिकेट के यंगिस्तान को बुलंदियों पर पहुंचाने वाले कोच द्रविड़ अब टीम इंडिया को संवार रहे हैं….. वे कठोर कदम उठाते हैं और टीम में उन्हीं को स्थान मिलता है जो कुछ खास कर सकें….. पूर्व विकेटकीपन ऋद्धमान साहा द्वारा खुद की आलोचना के बाद कूल मिस्टर द्रविड़ ने कहा है…. आप नाराज हैं मुझे दुख है लेकिन मैं अपना काम कर रहा हूं…  भारतीय क्रिकेट में विकेटकीपर बल्लेबाज रिद्धिमान साहा हाल के समय में सुर्खियों में छाए हुए हैं। वजह है उनका वह बयान, जिससे उन्होंने भारतीय क्रिकेट में हड़कंप मचा दी है। साहा को श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम में नहीं चुना गया। इसके बाद विकेटकीपर ने हेड कोच राहुल द्रविड़ और बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली को लपेटे में ले लिया। बंगाल के क्रिकेटर ने खुलासा करते हुए कहा कि कोच द्रविड़ ने उन्हें संन्यास लेने को कहा था। द्रविड़ ने अब साहा के आरोपों पर अपनी चुप्पी तोड़ी है। भारतीय कोच ने रविवार को वेस्टइंडीज के खिलाफ तीसरे और अंतिम टी20 मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि साहों के बयानों से उन्हें जरा भी तकलीफ नहीं हुई है क्योंकि उनका काम खिलाड़ियों को मुश्किल हालातों से अवगत कराना है। द्रविड़ ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा,  मुझे नहीं लगता है कि खिलाड़ी हमेशा मेरी बातों से सहमत होंगे। लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि हम इन बातों को सामने न लाएं। मैं हमेशा खिलाड़ियों को मुश्किल हालात से अवगत कराने में यकीन रखता हूं और मेरा मानना है कि इससे खिलाड़ियों का नाराज होना जायज है। उनकी नाराजगी से मैं ज्यादा दुखी नहीं हूं। मेरे मन में साहा (रिद्धिमान) और उनकी उपलब्धियों तथा भारतीय क्रिकेट में उनके योगदान को लेकर बहुत सम्मान है। इसी वजह से मैंने उनसे बात की। ईमानदारी और स्पष्ट रुख उनका अधिकार है। मैं नहीं चाहता था कि वह ये बात मीडिया से सुनें।श साथ बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली पर भी निशाना साधा था और कहा था कि दादा ने अपना वादा तोड़ा है। टेस्ट टीम से बाहर किए जाने के बाद साहा ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया था कि उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में नाबाद 61 रन की मैच बचाऊ पारी खेलने के बाद बीसीसीआई अध्यक्ष का एक व्हाट्सएप संदेश मिला था, जिसमें उन्होंने कहा था कि जब तक मैं यहां हूं (बीसीसीआई को संभाल रहा हूं), आप टीम में रहेंगे। 

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