मास्टर ब्लास्टर सचिन का एक और कारनामा…लोग कह उठे…वाह सचिन तेंदुलकर…

सचिन तेंदुलकर

नयी दिल्ली/बिच्छू डॉट कॉम। भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और दुनिया भर में मास्टर ब्लास्टर के नाम से मशहूर सचिन तेंदुलकर को एक बेहद संवेदनशील क्रिकेटर और इंसान के रूप में जाना जाता है…. मैदान छोड़ने के बाद भी उनकी लोकप्रियता में कई गुना इजाफा ही हो रहा है हो भी कैसे न…. वे काम ही ऐसा करते हैं कि लोग कह उठते सचिन जैसा कोई नहीं…… इंदौर में लीजेंड क्रिकेट टूर्नामेंट के मैच के दौरान भी सचिन ने कुछ ऐसा ही किया है आईए आपको बताते हैं उन्होंने क्या किया है कि लोग कह रहे हैं वाह सचिन…… मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज में इंडिया लीजेंड्स टीम की कमान संभाल रहे हैं। इंदौर के होलकर स्टेडियम में भारत और न्यूजीलैंड के बीच मैच भले ही बारिश में धुल गया, लेकिन इस मैच में सचिन ने कुछ ऐसा किया, जिसने साबित कर दिया है कि क्यों उन्हें दुनिया का महानतम क्रिकेटर कहा जाता है।  तेंदुलकर ने मध्यप्रदेश के सीहोर जिले के 55 आदिवासी बच्चों को सोमवार को इंदौर के होलकर स्टेडियम में इंडिया लीजेंड्स और न्यूजीलैंड लीजेंड्स के बीच रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज का टी-20 मैच देखने के लिए आमंत्रित किया। यह आमंत्रण परमार्थिक संगठन सचिन तेंदुलकर फाउंडेशन (एसटीएफ) की पहल के तहत दिया गया। प्रेस रिलीज के मुताबिक 55 आदिवासी बच्चे अपने जीवन में पहली बार किसी स्टेडियम में इंटरनेशनल लेवल का क्रिकेट मैच के गवाह बनने पहुंचे थे। हालांकि, ये मैच बारिश के कारण बाधित हुआ। बाद में भीगे मैदान की स्थिति देखकर मुकाबला बिना किसी नतीजे के रद्द कर दिया गया। बारिश की शुरुआत से पहले, मुकाबले में कुछ देर बल्लेबाजी कर सके इंडिया लीजेंड्स के कप्तान सचिन तेंदुलकर ने अपने साथी खिलाड़ियों के साथ होलकर स्टेडियम का चक्कर लगाते हुए करीब 20,000 दर्शकों को धन्यवाद दिया जो आखिरी पल तक मैच बहाल होने की उम्मीद लगाए बैठे थे। प्रेस रिलीज में बताया गया कि इंडिया लीजेंड्स के कप्तान के रूप में मैच खेलने के लिए होलकर स्टेडियम के मैदान पर उतरने से पहले, तेंदुलकर ने इन बच्चों के साथ बातचीत की और उनसे जीवन में अपने कुछ सिद्धांतों के बारे में चर्चा की। तेंदुलकर ने बच्चों से कहा, श्जीवन चुनौतियों से भरा है, लेकिन जो व्यक्ति जीवन में सभी चुनौतियों का समाधान ढूंढता है, वही असली विजेता होता है। प्रेस रिलीज के मुताबिक एसटीएफ के माध्यम से तेंदुलकर मध्यप्रदेश के दूर-दराज के कुछ इलाकों में आदिवासी बच्चों की बेहतरी के लिए विनायक लोहानी के परिवार फाउंडेशन के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।

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