विश्वकप फुटबाल: मैसी का जलवा देखना है तो आज मैच जरूर देखिए……….अर्जेंटीना और सउदी अरब की भिड़ंत आज…

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दोहा /बिच्छू डॉट कॉम।   मौजूदा दौर के सबसे बड़े दो सितारे आज फीफा वर्ल्ड कप 2022 में मैदान पर उतरेंगे। मौजूदा वर्ल्ड कप फ्रांस की ओर जहां किलियान एम्बापे अपना जलवा दिखाने को बेताब होंगे वहीं अर्जेंटीना के सुपरस्टार लियोनेल मेसी भी आज वर्ल्ड कप के अभियान की शुरुआत करेंगे। ग्रुप-सी में अर्जेंटीना का सामना सऊदी अरब से होगा जबकि ग्रुप-डी में फ्रांस की टक्कर ऑस्ट्रेलिया से होगी। आज दो और मुकाबले भी होंगे। ग्रुप-डी में डेनमार्क और ट्यूनीशिया टकराएंगे जबकि ग्रुप-सी में पोलैंड का सामना मेक्सिको से होगा।मेसी ने शुक्रवार और शनिवार को अकेले ही अभ्यास किया जिससे यह आशंका बन गई है कि सऊदी अरब के खिलाफ वह पूरे 90 मिनट मैदान में रहेंगे या नहीं। मेसी कितने भी समय तक मैदान में रहें, निगाहें उन्हीं पर टिकी रहेंगी। सऊदी अरब के खिलाफ इस मैच में उतर कर वह पांचवें वर्ल्ड कप में खेलने का रेकॉर्ड बनाएंगे जो कि डिएगो माराडोना और जेवियर मासचेरानो से एक अधिक होगा। सऊदी अरब ने भले ही एशियाई क्वॉलिफाइंग से आसानी से वर्ल्ड कप में जगह बनाई लेकिन इस शीर्ष स्तरीय टूर्नामेंट में वह हमेशा जूझता रहा है।वर्ल्ड कप में पांच बार जगह बनाने के बावजूद वह केवल एक बार अंतिम 16 में पहुंचा। अर्जेंटीना ने चार साल पहले वर्ल्ड कप में अपने अभियान की शुरुआत आइसलैंड के खिलाफ 1-1 से ड्रॉ खेलकर किया था लेकिन यहां उसका लक्ष्य सऊदी अरब पर बड़ी जीत दर्ज करना होगा। टीम पिछली बार के प्रदर्शन को दोहराने से बचने के लिए बेताब है।

अर्जेंटीना का पिछले कुछ समय में प्रदर्शन अच्छा रहा है जिसमें 2021 में कोपा अमेरिका का खिताब भी शामिल है। यह उसका पिछले 28 वर्षों में किसी बड़े टूर्नामेंट में पहली खिताबी जीत थी।चोटिल करीम बेंजेमा की गैरमौजूदगी के बावजूद गत चैंपियन फ्रांस की अग्रिम पंक्ति काफी मजबूत है लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मिडफील्ड की कमजोरियों से उबरना होगा। अधिकांश टीम एमबापे, एंटोनी ग्रिजमैन या ओलिवर गिरोऊ को अपनी अग्रिम पंक्ति में शामिल करेंगी, फिर अगर ये तीनों किसी टीम का हिस्सा हों तो फिर सोने पर सुहागा है। इन तीनों ने मिलकर फ्रांस के लिए 119 अंतरराष्ट्रीय गोल दागे हैं जबकि उनकी गति, अनुभव और कौशल का भी कोई जवाब नहीं है। फ्रांस की मिडफील्ड हालांकि उतनी मजबूत नहीं है और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ यह टीम के लिए परेशानी का सबब हो सकता है। दोनों टीम चार साल पहले वर्ल्ड कप के अपने पहले मुकाबले में आमने-सामने थीं तो फ्रांस को 2-1 से जीत दर्ज करने में काफी पसीना बहाना पड़ा था जबकि उस समय टीम के पास मिडफील्ड में उसके सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी मौजूद थे। फ्रांस के कोच डिडिए डेसचौम्प्स को मिडफील्ड में चोटिल एनगोलो कांते और पॉल पोग्बा की कमी खल रही है जो 2018 की टीम का हिस्सा थे। फ्रांस के लिए 91 मैच खेलने वाले पोग्बा ने अपने 11 गोल में से एक गोल क्रोएशिया के खिलाफ फाइनल में टीम की 4-2 की जीत के दौरान दागा था। पोग्बा की फॉर्म में पिछले वर्ल्ड कप के बाद से उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। टीम को हालांकि कांते की कमी अधिक खलेगी जिन्होंने टीम के लिए लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है। ऑस्ट्रेलिया की मिडफील्ड मजबूत है जिसकी अगुआई अनुभवी आरोन मूई करते हैं। वर्ल्ड कप 2014 में मैथ्यू लेकी ऑस्ट्रेलिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी थे और एक बार फिर टीम को उनसे काफी उम्मीदें होंगी। लेकी 13 अंतरराष्ट्रीय गोल के साथ राष्ट्रीय टीम के शीर्ष स्कोरर भी हैं।

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