
भोपाल/रवि खरे/बिच्छू डॉट कॉम। कोरोना की भयावहता की स्थिति की वजह से मध्यप्रदेश सरकार ने भले ही माध्यमिक शिक्षा मंडल की 12वीं की परीक्षा रद्द कर दी है लेकिन इसका रिजल्ट किस फार्मूले पर बनेगा इसके लिए अभी तक कुछ तय नहीं हो पाया है। हालांकि इसके लिए सरकार ने मंत्री समूह का भी गठन किया है। प्रदेश के स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री इंदर सिंह परमार का कहना है कि सभी बिंदुओं पर मंथन किया जा रहा है निजी स्कूलों के पास पिछले साल का 11वीं का रिजल्ट नहीं है तो भी दिक्कत नहीं है। कोई ना कोई विकल्प इसके लिए निकाला जाएगा। विशेषज्ञ फार्मूला तैयार कर रहे हैं इसे अंतिम रूप मंत्री समूह द्वारा ही दिया जाएगा। वहीं माध्यमिक शिक्षा मंडल रिजल्ट का फार्मूला तय करने को लेकर पिछले कई दिनों से कवायद कर रहा है। आज फिर इसके संबंध में बैठक की जा रही है। बहरहाल इस बैठक में फार्मूला निकलने की उम्मीद है। बता दें कि माशिमं से जुड़े प्रदेश के निजी स्कूलों के पास पिछले साल की 11 वीं का रिजल्ट ही नहीं था। पिछले साल जनरल प्रमोशन दिया गया था। यही वजह रही कि 10वीं 11वीं और 12वीं के नंबर वाला पहला फार्मूला पहली बार में ही रिजेक्ट कर दिया गया था। उल्लेखनीय है कि अब भी फार्मूला तय करने में सबसे बड़ी अड़चन यही है। अब तक करीब 12 बैठकें हो चुकी हैं लेकिन कुछ भी तय नहीं हो पाया।
माशिमं को कराना है फॉर्मूला तय
दिलचस्प बात है कि माशिमं ने पिछले साल जनरल प्रमोशन दिए जाने के बाद भी पिछले महीने एक आदेश जारी करके सभी निजी और सरकारी स्कूलों से पिछले साल की 11 वीं का रिजल्ट तक मंगवा लिया था। बहरहाल अब मंडल को ही 12वीं की कक्षा के लिए रिजल्ट का फार्मूला तय कराना है। यही वजह है कि माध्यमिक शिक्षा मंडल के अधिकारी ही स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर विशेषज्ञों से बातचीत कर राय ले रहे हैं। हालांकि अभी सिर्फ विकल्पों पर ही विचार चल रहा है फाइनल कुछ भी नहीं है।
फार्मूले के लिए विशेषज्ञों ने दिया सुझाव
उल्लेखनीय है कि विशेषज्ञों द्वारा अब तक जो फार्मूले सुझाए गए हैं उनमें पहला कि सिर्फ 10 वीं कक्षा के फाइनल रिजल्ट के आधार पर ही 12वीं के रिजल्ट का फार्मूला तैयार कर दिया जाए। वहीं दूसरा सुझाव है कि दसवीं कक्षा की सालाना परीक्षा और 12वीं कक्षा की छमाही परीक्षा के नंबरों के आधार पर रिजल्ट तैयार किया जाए। हालांकि यह सिर्फ फार्मूले के लिए सुझाव हैं। माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा फार्मूला तैयार किए जाने के बाद मंत्री समूह द्वारा निर्णय लिया जाएगा।