पत्नी की तकलीफ… कोरोना के बाद से बहुत बदल गए हैं ‘ये’

कोरोना
  • राज्य मानव अधिकार आयोग में पारिवारिक विवादों से जुड़े मामलों में तेजी से इजाफा…

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। मेरे पति पहले बहुत अच्छे थे। फिर कोरोना में लगे लॉकडाउन के बाद से वह चिड़चिड़े हो गए हैं। मेरे साथ मारपीट करते हैं। उन्होंने मुझसे बातचीत भी बंद कर दी है। यह उस शिकायत का हिस्सा है, जो एक महिला ने मध्य प्रदेश राज्य मानव अधिकार आयोग में की है। पीड़िता ने कहा कि कुछ समय तक उसने पति के व्यवहार को टाला, लेकिन जब स्थिति लगातार खराब होती ही चली गयी तो उसे आयोग की शरण में आना पड़ा। यह केवल एक बानगी है। कोरोना और उससे जुड़ी  पाबंदियों के बाद से आयोग के सामने घरेलू विवादों की शिकायतों का प्रतिशत बढ़ गया है। गए साल इस तरह की करीब 360 शिकायतों में से 85 फीसदी से अधिक का निराकरण  आयोग द्वारा किया जा चुका है। वैसे आज भी आयोग जी पुलिस प्रताड़ना की ही सबसे अधिक शिकायतें मिल रही हैं। लेकिन इनके बाद घरेलु हिंसा और विवाह से जुड़े विवादों की शिकायतों में तेजी से वृद्धि हुई है। जानकार कहते हैं कि आयोग में शिकायत की प्रक्रिया पुलिस के मुकाबले आसान होने की वजह से यहां आने वालों की संख्या बढ़ रही है। अधिकांश मामलों में दोनों पक्षों की काउंसिलिंग के अच्छे नतीजे सामने आये हैं और इसके चलते रजामंदी से शिकायते वापस ले ली जाती हैं। मसलन, एक युवती ने अपने भाइयों पर पैतृक संपत्ति से वंचित करने का आरोप  लगाया था। आयोग ने दोनों को साथ बिठाकर बातचीत की और मामले का निराकरण कराया।
 वैसे हर मामले में इतनी आसानी से निराकरण नहीं हो पाता है। जैसे एक मामले में आयोग पुलिस के दखल से स्थिति नियंत्रण में कर सका। मामले में महिला ने ससुराल वालों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था। इसी तरह एक अन्य केस में सगे भाइयों के बीच प्रॉपर्टी विवाद को आयोग ने  प्रशासन के माध्यम से हल  करवाया है। ऐसे करें शिकायत आयोग में किसी तरह की शिकायत आॅनलाइन तरीके से या फोन कॉल के जरिये  भी दर्ज करवाई जा सकती है। शिकायत आॅनलाइन ६६६.ँ१ू.ेस्र.ॅङ्म५.्रल्ल वेबसाइट पर दर्ज करा सकते हैं। फोन पर शिकायत के लिए टोल फ्री नम्बर 144334 है।

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