
- अपर मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव के तबादले के लिए सीएम और सीएस तैयार
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। मप्र में आईएएस अफसरों के तबादले लगातार हो रहे हैं। लेकिन जिसे बड़े तबादले का सभी को इंतजार है, वह सूची न जाने कहां अटक गई है। जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और मुख्य सचिव अनुराग जैन के बीच अपर मुख्य सचिव और प्रमुख सचिवों के तबादले के लिए सहमति बन गई है। यही नहीं तबादले की सूची भी बनकर तैयार है। लेकिन सीनियर ब्यूरोक्रेट्स की सूची कहां अटक गई है, जिसका सभी को इंतजार है।
गौरतलब है कि प्रदेश में आए दिन दो-चार-छह आईएएस अफसरों के तबादले होते रहते हैं। सरकार अभी तक जिलों में अफसरों की जमावट करती रहती है। लेकिन प्रदेश में एक और बड़ी प्रशासनिक सर्जरी होने वाली है। इस प्रशासनिक फेरबदल में अपर मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव स्तर के अधिकारियों की नई पदस्थापना की जाएगी। जानकारों का कहना है मोहन सरकार के पिछले एक साल के शासन काल के दौरान जो अधिकारी बेस्ट परफॉर्मर रहे हैं, उन्हें बड़ी जिम्मेदारी दी जाएगी। सीएम सचिवालय के अधिकारियों का कहना है कि अपर मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव स्तर के अधिकारियों की नई पदस्थापना को लेकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और मुख्य सचिव अनुराग जैन के बीच चर्चा हो चुकी है और सूची बन भी गई है।
सहमति के बाद भी सूची अटकी
गौरतलब है कि आईएएस अफसरों की बहुप्रतीक्षित तबादला सूची का अफसरों का इंतजार है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और मुख्य सचिव अनुराग जैन के बीच आईएएस के ट्रांसफर को लेकर सहमति बन गई है, लेकिन तबादला सूची जारी नहीं होने से ब्यूरोक्रेसी में उत्सुकता बनी हुई है। इस प्रशासनिक फेरबदल में अपर मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव स्तर के अधिकारियों की नई पदस्थापना होना है। कुछ कलेक्टर भी बदले जाने हैं। दरअसल, वर्तमान में मप्र कैडर के एसीएस और पीएस रैंक के 15 अधिकारी केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ हैं। यही वजह है कि कई एसीएस और पीएस के पास विभागों का अतिरिक्त प्रभार है। चूंकि अधिकारी अतिरिक्त प्रभार वाले विभागों पर ज्यादा ध्यान नहीं दे रहे हैं, वे सिर्फ रुटीन की फाइलें आगे बढ़ा रहे हैं, जिससे इन विभागों में कामकाज प्रभावित हो रहा है। लोक निर्माण जैसे महत्वपूर्ण विभाग का प्रभार गत नवंबर से एसीएस नीरज मंडलोई के पास है। मंडलोई पूर्व से ऊर्जा जैसे बड़े विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। इसे देखते हुए पिछले चार महीने से आईएएस अफसरों के तबादले को लेकर सुगबुगाहट चल रही है, पर तबादला आदेश जारी नहीं हो पाया है। अधिकारियों को भी तबादला सूची जारी होने का बेसब्री से इंतजार है।
मंत्री के अनुमोदन की प्रत्याशा में आरटीओ सस्पेंड
राजधानी में गत 12 मई को बाणगंगा चौराहे पर ट्रैफिक सिग्नल पर खड़े वाहनों को स्कूल बस ने टक्कर मार दी थी। दर्घटना में एक महिला डॉक्टर की मौत हो गई थी। इसके बाद आरटीओ भोपाल जितेंद्र शर्मा को सस्पेंड कर दिया गया। आरटीओ सीहोर रीतेश तिवारी को आरटीओ भोपाल का प्रभार सौंपा गया है। सूत्रों का कहना है कि आरटीओ को सस्पेंड करने संबंधी फाइल परिवहन मंत्री को नहीं भेजी गई। मंत्री के अनुमोदन की प्रत्याशा में आरटीओ शर्मा के निलंबन के आदेश जारी कर दिए गए।
अतिरिक्त प्रभार से मिलेगी राहत
मंत्रालयीन सूत्रों का कहना है कि नई तबादला सूची में अतिरिक्त प्रभार वाले अफसरों को राहत दी गई है। यानी जिन अफसरों के पास एक से अधिक विभाग हैं, उनसे अन्य विभाग लेकर दूसरे अफसरों को जिम्मेदारी दी जाएगी। वर्तमान समय में कई अफसरों के पास अतिरिक्त प्रभार है। अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा के पास एसीएस जल संसाधन विभाग का अतिरिक्त प्रभार है। अपर मुख्य सचिव ऊर्जा नीरज मंडलोई के पास लोक निर्माण जैसे बड़े विभाग का अपर मुख्य सचिव का अतिरिक्त प्रभार है। मंडलोई की लोक निर्माण विभाग में बहुत ज्यादा रुचि नहीं है। वे सिर्फ रुटीन की फाइलें ही आगे बढ़ाते है। अपर मुख्य सचिव वन अशोक वर्णवाल के पास सहकारिता का अतिरिक्त प्रभार, अपर मुख्य सचिव नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मनू श्रीवास्तव के पास खेल एवं युवा कल्याण का अतिरिक्त प्रभार, अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन संजय दुबे के पास साइंस एवं टेक्नोलॉजी का अतिरिक्त प्रभार, अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा अनुपम राजन के पास संसदीय कार्य व उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग का अतिरिक्त प्रभार है। ऐसे ही अपर मुख्य सचिव नगरीय विकास एवं आवास संजय शुक्ला के पास विमानन का अतिरिक्त प्रभार, प्रमुख सचिव वाणिज्यिक कर अमित राठौर के पास कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग का अतिरिक्त प्रभार, प्रमुख सचिव खाद्य रश्मि अरुण शमी के पास महिला-बाल विकास का अतिरिक्त प्रभार, प्रमुख सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग दीपाली रस्तोगी के पास आयुक्त विकास का अतिरिक्त प्रभार, प्रमुख सचिव संस्कृति एवं पर्यटन शिव शेखर शुक्ला के पास प्रमुख सचिव धर्मस्व विभाग का अतिरिक्त प्रभार, प्रमुख सचिव मत्स्य विभाग डीपी आहुजा के पास प्रमुख सचिव आयुष विभाग अतिरिक्त प्रभार, प्रमुख सचिव उद्योग व एमएसएमई राघवेंद्र कुमार सिंह के पास आनंद विभाग का अतिरिक्त प्रभार, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा संदीप यादव के पास आयुक्त खाद्य सुरक्षा का अतिरिक्त प्रभार है। उमाकांत उमराव के पास पीएस पशुपालन एवं डेयरी विभाग, विवेक पोरवाल के पास आयुक्त राहत एवं पुनर्वास, नवनीत मोहन कोठारी के महानिदेशक एप्को का अतिरिक्त प्रभार है। इसके अलावा कुछ सचिव व अपर सचिव स्तर के अधिकारियों के पास दूसरे विभागों का अतिरिक्त प्रभार है। पिछले दिनों में कई अधिकारी सचिव और प्रमुख सचिव के पद पर पदोन्नत हो चुके हैं। उनकी जिम्मेदारियों में भी परिवर्तन किया जा सकता है।
