
- पद को लेकर पदाधिकारियों में घमासान
गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। विधानसभा और लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद भी कांग्रेस में समन्वय नहीं दिख रहा है। पहले संगठन के गठन में देरी और अब पदों को लेकर पार्टी नेताओं में घमासान चरम पर है। करीब एक दो सप्ताह पहले प्रदेश कांग्रेस संगठन में बड़ा बदलाव किया गया है। नेताओं को अलग-अलग डिपार्टमेंट का इंचार्ज बनाया गया है। संगठन प्रभारी से इस्तीफे की पेशकश करने वाले राजीव सिंह को पॉलिटिकल एडवाइजर की जिम्मेदारी दी गई है। वहीं संजय कामले संगठन प्रभारी बनाए गए हैं। प्रदेश कांग्रेस के संगठन में पिछले दिनों हुए बदलाव के बाद अब खींचतान शुरू हो गई है। दरअसल, प्रभारियों की सूची में जिस तरह से काम का बंटवारा हुआ है, उसमें संगठन प्रभारी उपाध्यक्ष प्रियव्रत सिंह को बनाए जाने का प्रचार हुआ मगर उसी सूची में महामंत्री संजय कामले को प्रभारी के रूप में संगठन का नाम भी उल्लेख है। इसी तरह कई अन्य प्रभारियों को दी गई जिम्मेदारियों से भी टकराव की स्थिति बन रही है। प्रदेश कांग्रेस ने इलेक्शन मैनेजमेंट, पॉलीटिकल एडवाइजर, ट्रेनिंग डिपार्टमेंट, यूथ कांग्रेस,माइनॉरिटी डिपार्टमेंट, महिला कांग्रेस एनएसयूआई इंचार्ज बनाए गए हैं। जयवर्धन सिंह को यूथ कांग्रेस का इंचार्ज बनाया गया है। वहीं हिना कांवरे को महिला कांग्रेस का इंचार्ज बनाया गया है। प्रियव्रत सिंह को प्रदेश उपाध्यक्ष के साथ ही इलेक्शन मैनेजमेंट का इंचार्ज बनाया गया है। पूर्व मंत्री पीसी शर्मा सरकारी कर्मचारी संगठनों से कॉर्डिनेशन की जिम्मेदारी निभाएंगे। जबकि केके मिश्रा को पीसीसी चीफ का मीडिया एडवाइजर बनाया गया है। जेपी धनोपिया इलेक्शन कमीशन और लीगल वर्क, आनंद राय सिविल सोसायटी आउटरीच देखेंगे अलग-अलग डिपार्टमेंटों के कुल 35 इंचार्ज बनाए गए हैं। इंचार्ज के साथ को-इंचार्ज भी बनाये गए है। इस कार्य विभाजन में पटवारी ने पूर्व विधायक प्रियव्रत सिंह को उपाध्यक्ष संगठन और पीसीसी के प्रशासन प्रभारी संजय कामले को संगठन का प्रभारी नियुक्त कर दिया। कांग्रेस के प्रशासन की जिम्मेदारी कामले की जगह गौरव रघुवंशी को दी है। पीसीसी में पहली बार ऐसा हुआ है कि संगठन में दो प्रभारी बनाए गए हैं।
तालमेल बैठाने की कवायद
यह मामला प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी तक पहुंचा तो उन्होंने आपसी बैठकें कर समाधान निकालने को कहा है। इसी क्रम में कांग्रेस मीडिया विभाग, संगठन पदाधिकारियों की बैठक सोमवार को प्रदेश कार्यालय में आयोजित की गई। संगठन पदाधिकारियों की बैठक में संगठन उपाध्यक्ष पूर्व मंत्री प्रियव्रत सिंह, संगठन महामंत्री डॉ. संजय कामले और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के राजनीतिक सलाहकार राजीव सिंह उपस्थित रहे। साथ ही प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग, रिसर्च एंड कम्युनिकेशन इंचार्ज, सोशल मीडिया और कांग्रेस के विचार विभाग की संयुक्त बैठक भी हुई। जिसमें विभागों के अध्यक्ष मुकेश नायक, अभय तिवारी, भूपेंद्र गुप्ता, चंचलेश व्यास समेत अन्य उपस्थित रहे। बताया गया कि विभागों के अध्यक्षों के साथ हुई बैठक में प्रदेश कांग्रेस के इन विभागों के बीच तालमेल से संगठन में गति लाने के लिए रणनीति तैयार की गई। प्रदेश कांग्रेस महामंत्री संगठन डॉ. संजय कामले ने बताया कि प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग, सोशल मीडिया, कम्युनिकेशन और विचार विभाग मिलकर कांग्रेस संगठन में गति लानें के लिए पूरी सक्रियता, आपसी तालमेल और समन्वय बनाकर प्रयास करेंगे, जिसकी कवायद शुरू कर दी गई है।
प्रकोष्ठों को लेकर भी भ्रम की स्थिति
संगठन प्रभारी की तरह विभाग प्रकोष्ठों को लेकर भी भ्रम की स्थिति बनी हुई है। प्रभारियों की सूची में डॉ. महेंद्र सिंह चौहान को इन सबका प्रभारी बताया गया है और साथ ही कुछ विभागों व प्रकोष्ठों के अलग से प्रभारी बना दिए गए हैं। इस विसंगति में सबसे ऊपर प्रशिक्षण विभाग का नाम है जिसमें प्रभारी महेंद्र जोशी और सह प्रभारी विभा बिंदू व निधि चतुर्वेदी को बनाने का सूची में उल्लेख है। वहीं, अल्पसंख्यक विभाग में हमीद काजी, पिछड़ा वर्ग विभाग में राधे बघेल, विचार विभाग में भूपेंद्र गुप्ता, प्रोटोकॉल विभाग में राजकुमार सिंह व विजय सिरवैया, विधि विभाग में जय हाडिया तथा विधि प्रकोष्ठ में एडवोकेट अजय गुप्ता पृथक से प्रभारी बना दिए गए हैं।
कामले के कक्ष पर रघुवंशी का कब्जा
कामले के संगठन प्रभारी महामंत्री बनाए जाने के बाद भी उनके कक्ष पर प्रशासन प्रभारी गौरव रघुवंशी का कब्जा हो गया है। मध्य प्रदेश कांग्रेस में कुछ दिन पहले नौ जनवरी को संगठनात्मक बदलाव के बाद नेताओं के बीच आपसी खींचतान के बीच नेताओं ने कार्यालय आना बंद कर दिया, तो कुछ के बैठने के लिए प्रदेश कार्यालय में कक्ष भी नहीं है। प्रभारियों के रूप में दी गई जिम्मेदारियों से टकराव की स्थिति पहले दिन से ही बन गई थी, जब सूची जारी हुई थी। संगठन प्रभारी राजीव सिंह के स्थान पर कौन संगठन प्रभारी है, यह पहले दिन से ही असमंजस की स्थिति है। पांचवें और छठवें उपाध्यक्ष प्रियव्रत सिंह को प्रभारी के रूप में संगठन की जिक्र किया गया तो उसी सूची में 21वें नंबर पर महामंत्री संजय कामले को प्रभारी संगठन बताया गया है।