
भोपाल/गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। मध्यप्रदेश पुलिस अब इंटरनेट मीडिया पर अपनी सक्रियता बढ़ाने जा रही है। इसके माध्यम से हर वह जानकारी आम आदमी को देने का प्रयास किया जाएगा, जो पुलिस द्वारा किए जाते हैं। यही नहीं इसके माध्यम से उसका मकसद लोगों से अधिक से अधिक संवाद कायम करने का भी है। फिलहाल जिलों की पुलिस की वेबसाइट तो हैं, लेकिन उन पर ताजा जानकारी मिलना तो दूर उन्हें लंबे समय तक अपडेट तक नहीं किया जाता है। यही वजह है कि अब पुलिस मुख्यालय द्वारा सभी पुलिस अधीक्षकों से इंटरनेट मीडिया के अकाउंट बनाने और उन के माध्यम से जनता से सीधे जुड़ने को कहा गया है। इसके साथ ही कहा गया है कि मध्य प्रदेश पुलिस की वेबसाइट पर जिलों की गतिविधियों की जानकारी सार्वजनिक करने के लिए उसका उपयोग अधिकतम रुप से किया जाए, जिससे कि कोई भी कभी भी अपने जिले या थाना क्षेत्र में पुलिस द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी हासिल कर सके। इसी तरह से पुलिस अधिकारियों से अपनी ओर से भी जनहित की सूचनाओं को साझा करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए अब प्रदेश की पुलिस तकनीक आधारित व्यवस्थाओं को तेजी से लागू करने जा रही है। यह कदम प्रदेश की पुलिस द्वारा ऑनलाइन प्रशिक्षण की सफलता के बाद उठाया जा रहा है।
हर दिन हो रही आधा दर्जन ई-एफआईआर
हाल ही में पुलिस की ओर से ई-एफआईआर की सुविधा लोगों को दी गई है। इसको लेकर लोगों में अच्छा रिस्पांस आ रहा है। इस व्यवस्था को 12 अगस्त को परीक्षण के तौर पर शुरू किया गया था। इसके तहत चार दिन में ही 26 एफआईआर दर्ज की गई है। इस प्रारूप में एफआईआर दर्ज कराने वालों में भिंड दतिया जैसे अपेक्षाकृत छोटे जिलों के भी लोग रुचि दिखा रहे हैं। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि तकनीक आधारित व्यवस्था का लाभ छोटे-बड़े शहर के हिसाब से तय नहीं किया जा सकता है। अब देश के किसी भी हिस्से में लोग समान रूप से ऑनलाइन व्यवस्था का लाभ उठा रहे हैं।
अधिक मिल सकेंगी सूचनाएं
जनता और पुलिस अधिकारियों के बीच ऑनलाइन माध्यम से संवाद शुरू होने की वजह से पुलिस को और अधिक सूचनाएं मिलने का रास्ता खुल जाएगा। इस वजह से पुलिस इलाके की गतिविधियों के बारे अधिक अपडेट रह सकेगी। फिलहाल पुलिस महानिदेशक के ट्विटर हैंडल से भी जानकारियां सूचना और बधाई जैसे संदेशों का प्रसारण किया जा रहा है।