निकायों की मतदाता सूची बनेगी आधार

मतदाता सूची
  • कांग्रेस के वोट चोरी के आरोपों की होगी पड़ताल

    भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। देश में इनदिनों कांग्रेस वोट चोरी का आरोप लगाकर भाजपा और चुनाव आयोग को घेरने में लगी हुई है। कांग्रेस मध्य प्रदेश में भी वोट चोरी का आरोप लगा रही है। मध्य प्रदेश में कांग्रेस द्वारा लगाए जा रहे वोट चोरी के आरोपों की पड़ताल की जाएगी। दरअसल, प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव होने हैं। ऐसे में राज्य निर्वाचन आयोग ने सभी कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि मतदाता सूची की शुद्धता पर विशेष ध्यान दें। किसी भी मतदाता का नाम सूची में छूटना नहीं चाहिए। इसी सूची के आधार पर दिसंबर में प्रस्तावित पंचायत एवं नगरीय निकायों के चुनाव होंगे। इस तरह निकायों की मतदाता सूची से कांग्रेस के वोट चोरी के आरोपों की पड़ताल भी हो जाएगी।
    गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी चुनाव आयोग पर पिछले काफी समय से अनगिनत गंभीर आरोप लगा रही है। कांग्रेस का कहना है कि पूरे देश की मतदाता सूची में बड़ी संख्या में हेरफेर हुई है। इसी को आधार बनाकर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी अक्सर वोट चोरी का राग अलापते हैं। मगर अब सच जल्द ही सामने आ जाएगा। मध्य प्रदेश के जिला मुख्यालयों में कांग्रेस वोट चोरी को लेकर रैलियां निकाल रही हैं। मगर, अब मतदाता सूची में गड़बड़ी का पता निकाय चुनाव की सूची से लगाया जाएगा।
    राहुल ने गहन पुनरीक्षण पर उठाए सवाल
    कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद मतदाता सूची में गड़बड़ी के आरोप लगाए थे। बिहार चुनाव के लिए चुनाव आयोग द्वारा कराए गए गहन पुनरीक्षण को लेकर उन्होंने सवाल उठाए थे। इसके बाद मध्य प्रदेश में भी पार्टी की ओर से वोट चोरी के आरोप लगाए गए थे। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने दावा किया था कि वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में प्रदेश की मतदाता सूची में भी गड़बड़ी हुई थी। विधानसभा चुनाव से पहले जारी की गई अंतिम सूची में 16,05,432 लाख मतदाता बढ़े और मतदाताओं की संख्या 5,60,57,953 हो गई। सात माह में 4.64 लाख और दो महीने में 16 लाख मतदाता बढऩा अप्रत्याशित रहा। वहीं भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल का कहना है कि निकार्यों की मतदाता सूची के पुनरीक्षण से दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्य के कांग्रेस प्रभारी ललित सेन का कहना है कि हम विधानसभा क्षेत्रवार अपने स्तर से सूची की पड़ताल करा रहे हैं। नगरीय निकाय की मतदाता सूची के पुनरीक्षण को लेकर टीम तैनात कर दी है। गलत नाम पर आपत्ति दर्ज कराएंगे और पात्रों के नाम जुड़वाएंगे। राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा पुनरीक्षण से पहले कराए जा रहे इस कार्य से गड़बड़ी का अंदाजा हो जाएगा। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल का कहना है कि वहीं कांग्रेस केवल संवैधानिक संस्थाओं को बदनाम करने का काम कर रही है। चुनाव आयोग निष्पक्ष रूप से काम करता है। निकायों की सूची के पुनरीक्षण से दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। वैसे देश की जनता जानती है कि कांग्रेस के आरोपों की हवा-हवाई और केवल राजनीति से प्रेरित हैं।

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