
शिवपुरी/बिच्छू डॉट कॉम। महिला एवं बाल विकास विभाग में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका पदों पर भर्ती प्रक्रिया चल रही है। नियुक्तियों में रिश्वतखोरी के मामले सामने आने लगे हैं। पहले, बाल परियोजना अधिकारी (सीडीपीओ) दफ्तर नरवर में पर्यवेक्षक को 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते लोकायुक्त टीम ने पकड़ा था। अब पोहरी की महिला बाल परियोजना अधिकारी (सीडीपीओ) का नियुक्तियों में रिश्वत की बातचीत का वीडियो सामने आया है। पोहरी की सीडीपीओ नीलम पटेरिया का शुक्रवार को सोशल मीडिया पर वीडियो सौमने आया है। वीडियो में सीडीपीओ पटेरिया दो ग्रामीणों से आंगनबाड़ी में नियुक्ति के संबंध में बातचीत कर रही हैं। उनमें से एक व्यक्ति ने 25 हजार रु. की बात कही। पटेरिया कहने लगीं कि एसडीएम, साहब के लिए, सीईओ के साइन कराएंगे तो लिफाफे तो देना पड़ेंगे। वहां से फाइनल होना नहीं है, ऑर्डर जिले से निकलना है। फिर जिले वाले नाग बनकर बैठे हैं। सबसे बड़ी परेशानी यही है। वीडियो में पटेरिया कह रही हैं कि हमें मेरिट बनानी होती तो 50 लोगों की पहले से सेटिंग करके बैठे होते। डीपीओ धीरेंद्र जादौन ने बताया कि शिकायत और वीडियो के आधार पर सीडीपीओ नीलम पटेरिया को पोहरी से हटा दिया गया है।