
- शहर के विभिन्न थानों में साइबर फ्रॉड की शिकायतें प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं…
भोपाल/गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। देश के साथ ही प्रदेश में भी जैसे-जैसे डिजिटलाइजेशन बढ़ रहा है उसके साथ ही साइबर फ्रॉड के भी मामलों में लगातार बढ़ोतरी होने लगी है। खास बात है कि साइबर फ्रॉड कर रहे बदमाश अलग अलग तरीके अपनाकर लोगों से ठगी कर रकम उड़ा रहे हैं। यही नहीं साइबर क्राइम करने वाले बदमाश इतने शातिर हैं कि राज्य की साइबर सेल पुलिस भी इन्हें पकड़ने में नाकाबिल साबित हो रही है। यही वजह है कि विभिन्न थानों में साइबर फ्रॉड की शिकायतें प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं।
राजधानी भोपाल की बात करें तो पिछले डेढ़ साल में ही करीब छह हजार लोगों के खातों से करीब पांच करोड़ से भी अधिक की रकम उड़ा दी गई है। यह भी बता दें कि अभी तक इन मामलों में जांच के नाम पर सिर्फ एफआईआर ही हो रही थी। वहीं अब हाल ही में एडीजी भोपाल ए साई मनोहर ने साइबर मामलों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए हैं कि ठगी के ऐसे मामलों में एफआईआर के बाद तुरंत कार्रवाई की जाए। एडीजी के निर्देश के बाद भोपाल साइबर क्राइम ने भोपाल के थानों की तकरीबन छह हजार शिकायतों के बाद तीन सौ ऐसे मामले चिन्हित किए है जिसमें फरियादी की रकम अधिक है। यही नहीं फरियाद इस फ्रॉड की एफआईआर लिखवाकर कार्रवाई भी चाहता है। इसके चलते अब हर रोज थानों में साइबर फ्रॉड के मामले दर्ज किए जा रहे हैं।
पुलिस को दिया जा रहा प्रशिक्षण
उल्लेखनीय है कि साइबर अपराध से निपटने के लिए प्रत्येक थाने में साइबर एफआईआर की जांच के लिए पांच-पांच पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण भी दिया गया है। बता दें कि बीते दो दिन में ही अकेले भोपाल में लगभग दो दर्जन फ्रॉड के मामले दर्ज किए गए हैं। साइबर अपराधी मोबाइल पर ऑफर या लिंक भेज कर खाते से रकम उड़ा जाते हैं।
खाते से इस तरह काट ली रकम
राजधानी के अयोध्या नगर थाने की पुलिस के अनुसार पेशे से टीचर नाजमा हुसैन के पति छह मार्च को अपनी बेटी के लिए जूते खरीद कर लाए थे। घर पहुंच कर देखा कि दोनों पर अलग-अलग रेट लिखा था। इसके लिए उन्होंने कंजूमर फोरम का नंबर इंटरनेट पर सर्च करके उसे कॉल किया। जालसाज ने उन्हें कहा कि हम गूगल पे का रीडिंग कोड भेज रहे हैं, इसमें 39552 भर दीजिएगा। भरोसे में आने के बाद नाजमा ने ऐसा ही किया और खाते से रकम कट गई। इसी तरह गोविंदपुरा पुलिस थाने में शिकायत आई जिसमें कहा गया कि बरखेड़ा निवासी रामस्वरूप मीणा को सितंबर 2020 में उनके बेटे करण मीणा ने उनके मोबाइल पर 48 रुपए का इंटरनेट रिचार्ज किया था। उसके अकाउंट से पैसे कट गए लेकिन रिचार्ज नहीं हुआ। इस पर जब उनके बेटे ने गूगल पर नंबर निकालकर कस्टमर केयर पर बात की तो साइबर अपराधी ने कर्मचारी बनकर बात की। उस युवक ने जैसा बताया वैसे ही प्रोसेस बेटे ने मोबाइल पर कर दी। जिससे उनके अकाउंट से 4999 रुपए कट गए। गोविंदपुरा पुलिस में ही एक और इसी तरह की शिकायत दर्ज की गई। जिसमें बरखेड़ा पठानी निवासी साक्षी उईके 9 अगस्त 2020 में पुरानी शॉपिंग का विवरण जानने के लिए गूगल पर कस्टमर केयर का नंबर सर्च किया। अगले दिन उनके पास एक व्यक्ति ने फोन किया और शॉपिंग का विवरण बताने के लिए मोबाइल पर एक ऐप डाउनलोड करवा दिया। उसके बाद उसने पुराने शॉपिंग वाले एटीएम कार्ड का नंबर सीवीवी नंबर और एक्सपायरी डेट पूछी। साक्षी ने जैसे ही उसे जानकारी उपलब्ध कराई वैसे ही उनके अकाउंट से दस हजार रुपए कट गए। इसी तरह का एक मामला हनुमानगंज थाने में भी आया। इब्राहिमगंज में रहने वाले किम बहादुर ओली के पास मार्च 2020 में एक व्यक्ति ने फोन किया और कहा कि आपको फोन पर ऑफर आया है। अपना फोन खोलकर ऑफर ले लीजिए। जैसे ही उन्होंने लिंक पर क्लिक करके अपना यूपीआई पिन डाला तो उनके खाते से दो बार 17850 रुपए कट गए। इसी थाना इलाके के काजी कैंप में रहने वाले 28 वर्षीय सलमान खान के दोस्त ने पिछले साल मार्च 2020 में मारुति 800 कार को बेचने के लिए ओएलएक्स पर विज्ञापन दिया था। जालसाज ने उनसे संपर्क किया और दोस्त को बोला कि में ग्यारह हजार रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर कर देता हूं ताकि आप किसी को कार नहीं बेचें। इसके बाद उसने लिंक ना पहुंचने का बहाना बनाते हुए उससे दूसरा नंबर मांगा। इस पर दोस्त ने सलमान का नंबर दे दिया। उसके बाद जालसाज ने सलमान के नंबर पर लिंक और नोटिफिकेशन देकर उसके अकाउंट से आठ बार में कुल पैंतालीस हजार रुपए से काट लिए।