
– मुस्लिम बाहुल्य जिले किए गए चिन्हित
– जिन मुस्लिमों के पूर्वज हिंदू थे उन्हें वापस हिंदू बनाया जाएगा
भोपाल/गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। आने वाले दिनों में विश्व हिंदू परिषद की ओर से घर वापसी का अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान संतों के नेतृत्व में विहिप की टोली गांव-गांव, मोहल्ला-मोहल्ला भ्रमण कर ऐसे मुस्लिम एवं ईसाईयों से संपर्क करेगी, जिनके पूर्वज हिंदू रहे हैं। इन लोगों से वापस अपने मूल धर्म में आने का आग्रह किया जाएगा। यह निर्णय राजधानी भोपाल में विहिप के प्रांत संगठन मंत्रियों के वर्ग में लिया गया। यह अभियान मप्र ही नहीं बल्कि पूरे देशभर में चलाया जाएगा। आरजीपीवी परिसर में चल रहे विहिप के प्रांत संगठन मंत्रियों के वर्ग में देश भर में घर वापसी अभियान चलाने की रणनीति को अंतिम रूप दिया।
गौरतलब है कि राजधानी में 2 अगस्त से विहिप के प्रांत संगठन मंत्रियों का वर्ग चल रहा है। इस वर्ग में देशभर के विहिप पदाधिकारी शामिल हो रहे हैं। संघ प्रमुख मोहन भागवत भी इस वर्ग में शामिल हो रहे हैं। इस वर्ग में विश्व हिंदू परिषद ने हिंदू धर्म से दूसरे धर्म में आए लोगों की घर वापसी के लिए अभियान चलाने का ऐलान किया है। विहिप की ओर से कहा गया कि दूसरे धर्म के कुछ ऐसे लोग, जो मुख्य धारा से भटक गए हैं, उनकी घर वापसी के लिए अभियान चलाया जाएगा। ऐसे लोग जिनके पूर्वज हिंदू रहे हैं, चाहे वह किसी भी धर्म के हों, उन्हें गली मोहल्ले में जाकर ढूंढा जाएगा व संपर्क किया जाएगा। विश्व
आने वाले दिनों में विश्व हिंदू परिषद की ओर से घर वापसी का अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान संतों के नेतृत्व में विहिप की टोली गांव-गांव, मोहल्ला-मोहल्ला भ्रमण कर ऐसे मुस्लिम एवं ईसाइयों से संपर्क करेगी, जिनके पूर्वज हिंदू रहे हैं। इन लोगों से वापस अपने मूल धर्म में आने का आग्रह किया जाएगा। यह निर्णय राजधानी भोपाल में विहिप के प्रांत संगठन मंत्रियों के वर्ग में लिया गया। यह अभियान मप्र ही नहीं बल्कि पूरे देशभर में चलाया जाएगा। आरजीपीवी परिसर में चल रहे विहिप के प्रांत संगठन मंत्रियों के वर्ग में देश भर में घर वापसी अभियान चलाने की रणनीति को अंतिम रूप दिया।
गौरतलब है कि राजधानी में 2 अगस्त से विहिप के प्रांत संगठन मंत्रियों का वर्ग चल रहा है। इस वर्ग में देशभर के विहिप पदाधिकारी शामिल हो रहे हैं। संघ प्रमुख मोहन भागवत भी इस वर्ग में शामिल हो रहे हैं। इस वर्ग में विश्व हिंदू परिषद ने हिंदू धर्म से दूसरे धर्म में आए लोगों की घर वापसी के लिए अभियान चलाने का ऐलान किया है। विहिप की ओर से कहा गया कि दूसरे धर्म के कुछ ऐसे लोग, जो मुख्य धारा से भटक गए हैं, उनकी घर वापसी के लिए अभियान चलाया जाएगा। ऐसे लोग जिनके पूर्वज हिंदू रहे हैं, चाहे वह किसी भी धर्म के हों, उन्हें गली मोहल्ले में जाकर ढूंढा जाएगा व संपर्क किया जाएगा। विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता उनकी घर वापसी के लिए उनसे संपर्क करेंगे। विश्व हिंदू परिषद की योजना बैठक में धर्मांतरण के साथ ही लव जिहाद पर भी चर्चा की गई।
धर्मांतरित आदिवासियों को मिलता है दोहरा लाभ
धर्मांतरण पर चर्चा के दौरान यह बात सामने आई की मिशनरियां आदिवासियों के धर्मांतरण पर जोर देती हैं। वहीं, धर्मांतरण के पीछे जिस गरीबी का हवाला दिया जाता है, वह गरीबी तो मुसलमानों में हैं। फिर मिशनरियां उनका धर्मांतरण क्यों नहीं कराती है। निष्कर्ष में यह बात सामने आई कि आदिवासियों का धर्मांतरण कराने के बाद भारतीय संविधान के तहत उसे दोगुना फायदा होता है। पहला आदिवासी होने का लाभ मिलता है और दूसरा ईसाई बनने के बाद अल्पसंख्यक का भी लाभ मिलने लगता है। इसलिए बैठक में मांग की गई कि सरकार को ऐसा कानून बनाना चाहिए कि धर्मांतरित आदिवासी को दोहरा लाभ नहीं मिले। वैसे धर्मांतरण को रोकने के लिए आदिवासियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए अभियान चलाया जाएगा। उन्हेंं कौशल विकास का प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर भारत अभियान से जोड़ने का काम किया जाएगा। संतों का गांवों में प्रवास बढ़ाया जाएगा। बैठक में निर्णय लिया गया कि विहिप के कार्यकर्ता अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं समाज के अन्य वर्गों के बीच सामाजिक समरसता बढ़ाने के लिए काम करेंगे।
संघ के बड़े पदाधिकारियों का जमावड़ा भोपाल में
2 अगस्त से चल रहा विहिप का शिविर 7 अगस्त तक चलेगा। संघ प्रमुख मोहन भागवत 2 अगस्त से 4 अगस्त तक शिविर में रहे। भागवत ने विहिप पदाधिकारियों से कहा कि अब विहिप को धर्मांतरण रोकने और घर वापसी करने के साथ सामाजिक समरसता से जुड़े सेवाकार्य हाथ में लेना चाहिए। पूर्व सरकार्यवाह भैयाजी जोशी पहले दिन से विहिप के शिविर में हैं। वे 7 अगस्त तक रहेंगे। सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले भी पिछले दिनों भोपाल आए थे। उन्होंने विश्व संघ शिविर का शुभारंभ किया था। भागवत यहां से विश्व संघ शिक्षा वर्ग में पहुंच गए हैं। शनिवार को इसका समापन होगा।
मप्र में 9 जिलों पर फोकस
बैठक में निर्णय लिया गया है कि विश्व हिंदू परिषद मप्र के नौ जिलों में घर वापसी अभियान चलाएगी। विहिप का नारा होगा शून्य प्रतिशत धर्मांतरण और शत प्रतिशत घर वापसी। राजस्थान के बांसवाड़ा में विहिप का यह प्रयोग काफी सफल रहा है। विहिप ने घर वापसी के लिए भोपाल, सीहोर, बैतूल, रायसेन, गुना, अशोक नगर, शिवपुरी, ग्वालियर और मुरैना की उन तहसीलों का चयन किया है जहां मुस्लिम आबादी ज्यादा है। इन लोगों के बीच जाकर विहिप उन्हें बताएगी कि तीन-चार पीढ़ी पहले उनके पूर्वजों ने किसी वजह से धर्म परिवर्तन कर लिया था। लेकिन मूल रूप से तो वे हिंदू ही हैं। उन्हें धीरे-धीरे सामाजिक परंपराओं से जोड़ा जाएगा और उसके बाद घर वापसी होगी। विहिप ने बच्चों को रामायण की शिक्षा देने हिंदी में सुबोध रामायण पुस्तक तैयार कराई है। विभिन्न स्कूलों में विहिप यह पुस्तक उपलब्ध कराएगी। जिन स्कूलों में शिक्षक इसे पढ़ाने में असमर्थ होंगे वहां विहिप के पदाधिकारी पढ़ाएंगे।
धर्मांतरण रोकने भी चलेगा अभियान
आदिवासी बहुल राज्यों में मिशनरियों की ओर से चल रहे धर्मांतरण के खेल को रोकने के लिए भी विहिप अभियान चलाएगी। इसके साथ ही अनुसूचित जाति, जनजाति एवं समाज के अन्य वर्गो के बीच सामाजिक समरसता बनाए रखने का प्रयास करेगी। विहिप के कार्यकर्ता घर-घर जाएंगे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने अपने संबोधन में कहा कि अंतरराष्ट्रीय योजनाओं के अंतर्गत देश में हो रहे धर्मांतरण को रोकना होगा। साथ ही जो धर्मांतरित हो गए हैं, उनकी घर वापसी करानी होगी। अब तक ये काम जिस गति से होने चाहिए, उस गति से नहीं हो पाए। इन उद्देश्यों के लिए कार्यकर्ताओं की संख्या बढ़ानी होगी। उन्होंने कहा कि प्रांत स्तर के पदाधिकारियों का भी जीवन एवं आचरण अनुकरणीय बने, क्योंकि अधिकारियों के चरित्र का प्रभाव कार्यकर्ताओं पर पड़ता है। संघ प्रमुख ने कहा कि हजार वर्षों के आक्रमण और विदेशियों की गुलामी के काल में समाज में जन्मी कुरीतियों का निवारण करना होगा।