2024 तक विहिप जोड़ेगी एक करोड़ नए सदस्य

विहिप
  • 60वीं वर्षगांठ के लिए एजेंडे का ऐलान

भोपाल/हरीश फतेहचंदानी/बिच्छू डॉट कॉम। हिंदी, हिंदू और हिंदुत्व के लिए कार्यरत विश्व हिंदू परिषद ने अपनी 60वीं वर्षगांठ के लिए एजेंडे का ऐलान किया है। एजेंडे के तहत विहिप ने संगठन के विस्तार के साथ-साथ कोर एजेंडे को भी लागू करने के लिए विशेष योजना बनाई है। परिषद ने इस अवसर पर  वर्ष 2024 तक एक करोड़ से अधिक सदस्यों को अपने साथ जोड़ने की घोषणा की है।
गौरतलब है कि अपने मिशन को पूरा करने के लिए विहिप देशभर में कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। इसी सिलसिले में विगत दिनों भोपाल में भी कार्यक्रम आयोजित किया गया और कार्य योजना तैयार की गई। संगठन के सूत्रों का कहना है की विहिप की कोशिश है कि देश के हर घर में उसकी पैठ हो। इसके लिए निरंतर कार्यक्रम चल रहे हैं। ऐसे में अपनी 60वीं वर्षगांठ तक एक लाख गांवों में विहिप का विस्तार करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।  विश्व हिंदू परिषद का उद्देश्य हिंदू समाज को संगठित करना, हिंदू धर्म की रक्षा करना और समाज की सेवा करना है। भारत के लाखों गांवों और कस्बों में विहिप को एक मजबूत, प्रभावी, स्थायी, और लगातार बढ़ते हुए संगठन के रूप में देखा जा रहा है। दुनिया भर में हिंदू गतिविधियों में वृद्धि के साथ, एक मजबूत और आत्मविश्वासी हिंदू संगठन धीरे-धीरे आकार ले रहा है। विहिप अपने मूल मूल्यों, विश्वास और पवित्र परंपराओं की रक्षा के लिए श्री राम जन्मभूमि, अमरनाथ यात्रा, रामसेतु, गंगा रक्षा, गो रक्षा, हिंदू मठ-मंदिर मुद्दा, ईसाई चर्च द्वारा हिंदुओं का धर्मांतरण, आतंकवाद, बांग्लादेशी घुसपैठ जैसे मुद्दों को उठाकर हिंदू समाज को अदम्य शक्ति के रूप में स्वयं को स्थापित कर रहा है। विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल देश तथा समाज हित में सेवा भावना से निरंतर कार्य कर रहे हैं।
धर्मांतरण रोकने सख्त कदम उठाए सरकारें
विहिप की चिंता है कि देश में बड़े पैमाने पर ईसाई मिशनरी मतांतरण के षड्यंत्रों में जुटी हंै। परांडे ने मांग की राज्य सरकारों को तत्काल इस पर रोक लगानी चाहिए। वहीं विहिप ने अवैध कन्वर्जन पर रोक लगाने वाले देश के कुछ राज्यों के कदम का स्वागत हुए इस मामले में तमिलनाडु सरकार के रवैये की आलोचना करते हुए मांग की कि तमिलनाडु सरकार को भी इस पर अंकुश लगाने के लिए तुरंत कानून बनाना चाहिए। विहिप ने हिंदू मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करने की मांग करते हुए कहा कि हिंदू समाज का सदैव से मानना रहा है कि हिंदू मंदिर सरकारी नियंत्रण से मुक्त होने चाहिए।
पुतला दहन करने वालों की हो गिरफ्तारी
परांडे ने कहा कि लक्ष्मणानंद सरस्वती का बलिदान व्यर्थ नहीं होगा। विश्व हिंदू परिषद उनके संकल्प की सिद्धि में जुटी है। उन्होंने पुरी के शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती का पुतला दहन करने तथा उनका अपमान करने वाले कम्युनिस्ट विचार से प्रेरित हिंदू द्रोहियों की गिरफ्तारी की मांग की।
विहिप करेंगी शाखा का विस्तार
2024 में स्थापना के 60 वर्ष पूरे होने पर परिषद एक करोड़ से अधिक सदस्य जोड़ेगी और 15 लाख कार्यकतार्ओं के साथ इसकी इकाइयों की संख्या एक लाख तक पहुंचाई जाएगी। विहिप के केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे का कहना है कि वर्ष 2024 तक देश के एक लाख गांवों तक विहिप का कार्य विस्तार हो जाएगा। उस समय तक विहिप के हित चिंतकों की संख्या भी एक करोड़ तक पहुंचाने का लक्ष्य है। उन्होंने हिंदुओं से विश्व हिंदू परिषद के स्थापना दिवस तथा स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव के कार्यक्रमों में बड़ी संख्या में सम्मिलित होने का आह्वान किया।
विभिन्न मुद्दों पर चलेगा अभियान
वर्ष 2024 तक विहिप लोगों को संगठन से जोड़ने के साथ ही विभिन्न मद्दों पर आंदोलन भी चलाएगा। मंदिरों पर सरकारी नियंत्रण, मंदिरों को तोड़े जाने, अवैध धर्मातरण, हिंदू मान्यताओं और देवी-देवताओं के प्रति हेट स्पीच के बढ़ते मामलों पर  परांडे ने चिंता व्यक्त करते हुए इन पर तत्काल रोक लगाने की मांग भी की है। परांडे ने जनजातीय समुदाय के बीच हिंदुत्व के प्रचार प्रसार में जुटे पूज्य स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती के हत्यारों की अविलंब गिरफ्तारी की मांग की। कहा, वर्ष 2008 में 23 अगस्त को लक्ष्मणानंद सरस्वती की हत्या कर दी गई थी। किंतु उनके हत्यारों की अभी तक पहचान नहीं हुई है। इस मामले में जो जांच आयोग बनाए गए, उनकी रिपोर्ट भी अभी तक सार्वजनिक नहीं की गई है। उन्होंने ओडिशा सरकार से मांग की कि जल्द से जल्द रिपोर्ट सार्वजनिक करे।
15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस मनाएं
परांडे ने कहा कि नौ अगस्त को मूल निवासी दिवस मनाने का भारत में कोई औचित्य नहीं है। भारत का जनजातीय समाज देश, धर्म, संस्कृति की रक्षा का व्रत लिए सदा शेष हिंदू समाज के साथ मिलकर रहने का प्रयास करता रहा है। उन्होंने कहा कि भारतीयों को 15 नवंबर का दिन जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाना चाहिए। इस दिन भगवान बिरसा मुंडा की जयंती है।

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