
भोपाल/प्रणव बजाज/बिच्छू डॉट कॉम। मध्य प्रदेश में एक लोकसभा और तीन विधानसभा उपचुनाव के लिए भाजपा के नामों के तय होने से यह भी पूरी तरह से साफ हो गया है कि इसमें पूरी तरह से संगठन की ही चली है। अन्यथा इसके पहले तक प्रदेश में उपचुनाव में दल कोई भी हो सत्ता की ही पसंद ना पसंद को पूरा ध्यान रखा जाता रहा है। भाजपा ने खंडवा से ज्ञानेश्वर पाटिल, जोबट से सुलोचना रावत, रैगांव से प्रतिभा और पृथ्वीपुर से शिशुपाल यादव को प्रत्याशी बनाया है। यह सभी नेता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश प्रभारी पी मुरलीधर राव और प्रदेश संगठनमंत्री सुहाष भगत की पसंद के चलते ही प्रत्याशी बन सके हैं।
इसकी वजह से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पसंद के बाद भी हर्ष चौहान टिकट की दौड़ से बाहर हो, जबकि उन्हें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अलावा केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर का भी पूरा समर्थन मिला हुआ था। भाजपा के सभी प्रत्याशियों की अधिकृत घोषणा भाजपा द्वारा गुरुवार सुबह कर दी गई है। खास बात यह है कि अब तक प्रत्याशी चयन में लगातार पिछड़ने वाली कांग्रेस ने इस बार इस मामले में भाजपा को पीछे छोड़ दिया है। गौरतलब है कि प्रदेश में होने वाले इन उपचुनावों के लिए नामाकंन भरने की अंतिम तारीख 10 अक्टूबर है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश संगठन ने मंगलवार को चारों नामों की सूची राष्ट्रीय नेतृत्व को भेज दी थी। प्रदेश संगठन द्वारा भेजी गई सूची को ही पार्टी हाईकमान ने मंजूरी दे दी है। इसमें खंडवा लोकसभा क्षेत्र से ज्ञानेश्वर पाटिल को जबकि रैगांव से पुष्पराज बागरी,जोबट से सुलोचना रावत और पृथ्वीपुर से शिशुपाल सिंह यादव को प्रत्याशी बनाया गया है। बता दें कि कांग्रेस ने खंडवा लोकसभा सीट से राज नारायण सिंह, रैगांव से कल्पना वर्मा, जोबट से महेश पटेल और पृथ्वीपुर से पूर्व मंत्री बृजेंद्र सिंह राठौर का कोरोना से निधन होने के बाद अब उनके बेटे नितेंद्र सिंह राठौर को चुनावी मैदान में उतारने का ऐलान पहले ही कर दिया है।
नामांकन में साथ रहेंगे चौहान व वीडी
खंडवा लोकसभा उपचुनाव के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा आज गुरुवार को पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी का नामांकन पत्र जमा कराएंगे। इसके तत्काल बाद सूरजकुंड स्थित जिमखाना ग्राउंड में भाजपा की एक सभा भी आयोजित की गई है।
दो दिन पहले तय हो गया था नाम कटना
खंडवा लोकसभा सीट पर उम्मीदवार तय करने को लेकर भले ही अब जाकर भाजपा प्रत्याशी का नाम भले ही घोषित किया गया है, लेकिन दो दिन पहले ही तय हो गया था कि अब हर्ष चौहान की दावेदारी पूरी तरह से खारिज हो गई है। इसकी वजह है मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का वह बयान जिसमें उनके द्वारा मीडिया के सामने कहा गया था कि भाजपा परिवार या वंशवाद की पोषक नहीं है, यह सब कांग्रेस में चलता है। इसी तरह से पुष्पराज बागरी को भाजपा ने रैंगाव सीट से प्रत्याशी बनाया है। उनके साथ ही उनके ही परिवार के कई सदस्य टिकट की दौड़ में शामिल थे। उनकी दावेदारी को उनके परिवार के अंदर से ही चुनौती मिल रही थी।
अन्य दलों से आए नेताओं कों टिकट
कांग्रेस छोड़कर दो दिन पहले भाजपा में आईं कांग्रेस से तीन बार विधायक रहने वाली सुलोचना रावत को भी भाजपा ने अपना प्रत्याशी बनाया है। रावत पहले एक बार प्रदेश सरकार में मंत्री भी रह चुकी हैं। सुलोचना रावत 1996, 1998 और 2008 में विधायक रह चुकी है। 1998 में दिग्विजय सरकार में वे नर्मदा घाटी विकास राज्यमंत्री भी रहीं, जबकि उनके बेटे विशाल रावत ने 2013 में कांग्रेस से चुनाव लड़ा था। 2018 में टिकट नहीं मिलने पर वे निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे थे, लेकिन दोनों ही बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। इसी तरह से सपा से भाजपा में आए शिशुपाल यादव को पार्टी ने प्रत्याशी बनाया है। शिशुपाल यादव 2018 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लडुा था और वे दूसरे नंबर पर रहे थे। दूसरे स्थान पर रहने के दौरान उन्हें 44816 वोट मिले थे , जबकि भाजपा प्रत्याशी अभय प्रताप सिंह को चौथे स्थान पर रहने को मजबूर होना पड़ा था।