- बेंगलुरु में इन्वेस्ट इन मप्र रोड शो आज, मुख्यमंत्री डॉ. यादव निवेशकों से होंगे रूबरू

- इन्वेस्ट इन एमपी सत्र में प्रमुख उद्योग समूह होंगे शामिल
विनोद उपाध्याय
मप्र की राजधानी भोपाल के पड़ोसी जिला सीहोर में बड़ी सौगात हासिल हुई है। यहां जल्द ही भारतीय सेना के ट्रक और वंदे भारत ट्रेनों के कोच का निर्माण प्रारंभ हो जाएगा। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि रक्षा मंत्रालय की प्रतिष्ठित कंपनी भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड (बीईएमएल) ने एमपी में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित करने वाली है। सीहोर में स्थापित हो रही यूनिट में इन अत्याधुनिक कोचों के साथ-साथ भारतीय सेना के ट्रक, तोप खींचने वाले वाहन, पुल प्रणाली और अन्य सैन्य साजो-सामान का भी निर्माण जाएगा। कंपनी अपनी यूनिट का शुभारंभ करें इससे पहले मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज बीईएमएल के बेंगलुरु प्लांट का दौरा भी करेंगे। वे आईटी सेक्टर के निवेशकों से भी मुलाकात करेंगे और मप्र में निवेश की संभावनाओं पर बातचीत करेंगे। आपको बता दें कि बीईएमएल ने इस प्रोजेक्ट में करीब 2500 करोड़ रुपए का निवेश किया है। इसके लिए मध्य प्रदेश इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन द्वारा कंपनी को 200 एकड़ भूमि आवंटित कर दी गई है। आधुनिक और भारी उपकरणों की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापना का मध्य प्रदेश में है पहला मामला है। इससे प्रदेश को औद्योगिक नक्शे पर नई पहचान मिलने के साथ-साथ रोजगार के नए अवसर भी बनेंगे। पहले रीजनल समिट फिर भोपाल में ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट की सफलता से मप्र को इंडस्ट्रियल हब बनाने की दिशा में सरकार निरंतर प्रयासरत है। अब इसी कड़ी में मप्र में औद्योगिक निवेश को नई ऊंचाई देने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज बेंगलुरु में सीइन्वेस्ट इन एमपीसी सत्र में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव बीईएमएल (भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड) परिसर का भ्रमण करेंगे, साथ ही 2100 वें मेट्रो कोच के लोकार्पण समारोह में सम्मिलित होंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव इन्वेस्टमेंट अपॉर्च्युनिटीज इन मध्य प्रदेश विषय पर आयोजित इंटरैक्टिव सेशन को संबोधित कर राज्य की औद्योगिक क्षमताओं और नीतिगत प्रतिबद्धताओं को देश के अग्रणी निवेशकों के समक्ष प्रस्तुत करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव बेंगलुरु पहुंचने के बाद बीईएमएल परिसर जाएंगे, जहां उनका स्वागत बीईएमएल के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक और बोर्ड के सदस्यों द्वारा किया जाएगा। बीईएमएल शॉप विजिट के बाद मुख्यमंत्री डॉ. यादव मेट्रो कोच लोकार्पण और टेस्ट राइड में सम्मिलित होंगे। इसके उपरांत वे इंटीग्रेटेड डिजाइन सेंटर का भ्रमण करेंगे और बीईएमएल के भोपाल संयंत्र पर प्रस्तुति देखेंगे। बीईएमएल द्वारा मध्यप्रदेश में स्थापित की जा रही इकाई के लिए जमीन आवंटन पत्र सौंपे जाने की औपचारिकता भी इस अवसर पर होगी।
राज्य की औद्योगिक ताकत का प्रदर्शन
द लीला पैलेस में आयोजित इंटरैक्टिव सत्र में मुख्यमंत्री डॉ. यादव प्रमुख उद्योग समूहों, निवेशकों और टेक्नोलॉजी कंपनियों से संवाद करेंगे। इस सत्र में मध्य प्रदेश की औद्योगिक नीतियों, अधोसंरचना और क्षेत्रवार निवेश अवसरों पर विभिन्न विभागों द्वारा प्रस्तुतियां दी जाएंगी। प्रमुख सचिव, औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन राघवेंद्र सिंह, अतिरिक्त मुख्य सचिव विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग संजय दुबे तथा प्रमुख सचिव संस्कृति एवं पर्यटन शिव शेखर शुक्ला शामिल मध्यप्रदेश में निवेश के अवसरों पर निवेशकों जानकारी देंगे।
एशिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थमूविंग कंपनी
आपको बता दें कि बीईएमएल न केवल भारत की, बल्कि एशिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थ मुविंग इक्विपमेंट कंपनी है। यह भारी उपकरणों के निर्माण में विशेषज्ञता रखती है। इसके रक्षा, रेलवे और खनन , निर्माण में विशेषज्ञता है। बीईएमएल पहले ही दिल्ली, मुंबई, जयपुर और कोलकाता की मेट्रो परियोजनाओं के लिए कोच सप्लाई कर चुकी है। अब कंपनी ड्राइवरलेस मेट्रो और वंदे भारत ट्रेन के कोच भी बना रही है।
निवेशकों के साथ होंगे वन-टू-वन मीटिंग
मुख्यमंत्री डॉ. यादव निवेशकों के साथ वन-टू-वन बैठकों के माध्यम से सीधे संवाद करेंगे। इन संवादों में आईटी, इलेक्ट्रॉनिक्स, मैन्युफैक्चरिंग, डिफेंस, ऑटोमोबाइल, टूरिज्म और टेक्नोलॉजी सेक्टर के प्रमुख निवेशक शामिल होंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में प्रदेश लगातार एक मजबूत औद्योगिक आधार तैयार कर रहा है। देश के बड़े औद्योगिक समूहों के साथ संवाद की यह श्रृंखला राज्य को निवेश के नए क्षितिज की ओर ले जा रही है, जहां नीति, संसाधन और नेतृत्व तीनों ही स्तर पर उद्योगों को सुरक्षित और गतिशील मंच प्राप्त हो रहा है। भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत एक प्रमुख सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम है, जो मेट्रो रेल कोच, रक्षा उपकरण, खनन एवं निर्माण मशीनरी के निर्माण में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। बेंगलुरु स्थित इसका विनिर्माण परिसर आधुनिक इंजीनियरिंग और स्वदेशी तकनीक का प्रतिनिधित्व करता है, और यह आत्मनिर्भर भारत के विजन में महत्वपूर्ण भागीदार है।