
- मंडियों में बाहर पड़ा लाखों क्विंटल मक्का और धान भीगा
भोपाल/अपूर्व चतुर्वेदी/बिच्छू डॉट कॉम। मप्र के अधिकांश क्षेत्रों में पिछले कुछ दिनों से हुई बारिश के कारण मंडियों के बाहर पड़ा अनाज भीग गया है। इससे किसानों का बड़ा नुकसान हुआ है। गौरतलब है कि प्रदेश में मक्का, बाजरा और धान की फसल तैयार हो गई है। किसान फसलों की कटाई के बाद उसे मंडियों में बेचने पहुंच रहे हैं। इस दौरान पिछले कुछ दिन के भीतर हुई बारिश से जहां छिंदवाड़ा में 1 लाख क्विंटल मक्का तो मालवा-निमाड़ में धान भीग गया है। इससे किसानों की परेशानी बढ़ गई है।
प्रदेश में समर्थन मूल्य पर भले ही धान की खरीदी 29 नवंबर से शुरू होगी, लेकिन अभी से मंडियों में धान बेचने किसान बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। वहीं छिंदवाड़ा जिले में मक्का मंडियों में पहुंच रहा है। दोपहर अचानक हुई बारिश में मंडी प्रांगण में पड़ा 1 लाख क्विंटल मक्का भीग गया। अब आगामी दो दिनों में और बारिश की संभावना बनी हुई है। पिछले तीन दिनों से लगातार अवकाश होने के कारण कृषि उपज मंडी कुसमैली प्रांगण में हजारों क्विंटल मक्का पड़ा हुआ है। इसका कारण यह है कि मंडी में व्यापारियों का माल रखा है और किसानों का माल बाहर है। अचानक हुई बारिश में किसानों का हजारों क्विंटल मक्का भीग गया। कुछ देर हुई बारिश में मक्के में पानी पड़ने के कारण नमी आ गई है। अब सोमवार को मंडी खुलने के बाद पहले इस मक्के को सुखाया जायेगा तभी इसकी बोली लग पायेगी। हालांकी बारिश तेज नही हुई है जिससे नुकसान बहुत कम हुआ है।
मंडियों में मक्के की बंपर आवक की संभावना
छिंदवाड़ा जिले की मंडियों में मक्के की बंपर आवक हो रही है। मंडी में शुक्रवार से ही अवकाश चल रहा था। सोमवार को तीन दिन बाद मंडी फिर से खुली। मंडी में मक्का अब भी बाहर पड़ा है और आज अवकाश के बाद मक्के की बंपर आवक हुई है। अब समस्या यह है कि हजारों क्विंटल मक्के की आवक हुई है तो उसे मंडी प्रबंधन अब कहां रखवायेगा। रविवार को बारिश में व्यापारियों का लगभग एक लाख क्विंटल माल भीग गया।
खुले में रखी मक्का गीली
वहीं बैतूल में भी अचानक हुई बारिश के कारण कृषि उपज मंडी प्रांगण में खुले मैदान में रखी मक्का गीली हो गई। कृषि उपज मंडी में इन दिनों 25 से 30 हजार बोरे की आवक होने के कारण अनाज को शेड में रखने की जगह नहीं होती है, जिसके कारण कुछ किसानों को मक्का और अन्य अनाज खुले मैदान में रखना पड़ रहा है। किसान रामेश्वर ने बताया कि शुक्रवार की रात में वे मक्का लेकर आए थे। शनिवार को मक्का बिक गई, लेकिन तुलाई नहीं होने के कारण रात में बारिश होने से कुछ मक्का गीली हो गई है। व्यापारी गीली मक्का नहीं तुलवा रहे हैं, उनका कहना है कि सूखने के बाद तुलवाई जाएगी।