
- देरी के चलते हुए ओवरएज
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। पुलिस महकमे में 6 साल के लंबे इंतजार के बाद एसआई के 500 पदों पर भर्ती परीक्षा हो रही है, लेकिन भर्ती प्रक्रिया में आयु सीमा में छूट न देने के नियम की वजह से करीब 2 लाख उम्मीदवार परीक्षा से बाहर हो जाएंगे। दरअसल यह परीक्षा पहले साल 2019 में होना थी, लेकिन कोविड-19 महामारी के चलते टल गई जिसके चलते 2 लाख युवा ओवरएज हो चुके हैं।
दरअसल भर्ती परीक्षाओं में आयु सीमा में छूट देने का प्रावधान सरकार ने ही किया था, एमपी पीएससी समेत कई भर्ती परीक्षाओं में ये भी लागू किया गया, लेकिन एसआई भर्ती परीक्षा से हटा दिया है। अब ओवरएज हो चुके कैंडिडेट्स सरकार को इस नियम की याद दिला रहे हैं। उन्होंने इस नियम को बदलने की मांग को लेकर डिप्टी सीएम से लेकर सरकार के मंत्रियों से मुलाकात की है। हालांकि, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव का कहना है कि ऐसा कोई नियम बनाया था, इसकी जानकारी नहीं है।
भर्ती प्रक्रिया में देरी हुई
प्रतियोगियों का कहना है कि प्रदेश के गृह मंत्रालय ने ही लगभग डेढ़ साल पहले भर्ती को लेकर ट्वीट किया था। उसमें लिखा था कि भर्ती प्रक्रिया में अनावश्यक देरी प्रशासनिक स्तर पर हुई है। छात्रों का सवाल है कि इसका खामियाजा वो क्यों भुगते? पिछले कई सालों से एसआई भर्ती परीक्षा
का इंतजार कर रहे युवा भी यही सवाल उठा रहे हैं। वे कहते हैं कि अगर सरकार आयु सीमा में 3 साल की छूट नहीं देती है, तो प्रदेश के कम से कम 2 लाख युवा उम्मीदवार इस भर्ती प्रक्रिया से सीधे तौर पर बाहर हो जाएंगे।
तीन साल पहले सरकार ने निकाला था आदेश
साल 2019 में व्यावसायिक परीक्षा मंडल, यानी कर्मचारी चयन मंडल ने एसआई भर्ती परीक्षा को अपने कैलेंडर में शामिल किया था। उस समय कांग्रेस की सरकार थी और लोकसभा चुनाव भी चल रहे थे। लिहाजा, बिना कोई कारण बताए इस साल यह परीक्षा नहीं हो सकी। इसके बाद कांग्रेस की सरकार गिर गई और एक बार फिर बीजेपी की सरकार बनी। तब तक कोविड-19 ने भी पैर पसार लिए थे। दो साल तक कोविड के चलते कोई भी परीक्षा आयोजित नहीं की गई। 18 सितंबर 2022 को मध्य प्रदेश सरकार ने एक आदेश जारी किया।
