
- राजधानी के तीन भाइयों ने विभिन्न क्षेत्रों में बनाई राष्ट्रीय- अंतर राष्ट्रीय पहचान
भोपाल/विनोद उपाध्याय/बिच्छू डॉट कॉम। धर्म, संस्कृति और आध्यात्म से सराबोर एक ऐसा परिवार जहां ज्योतिष, साहित्य और संगीत के स्वर एक साथ सुनाई देते हैं। इस परिवार के तीन भाई जिन्होंने अपनी मेहनत, लगन और प्रतिभा के दम पर विभिन्न क्षेत्रों में अलग पहचान बनाई। आज डॉ आचार्य राजेश ज्योतिष के क्षेत्र में विश्व विख्यात हैं तो डॉक्टर मुकेश कबीर साहित्य के क्षेत्र में। वहीं योगीराज योगेश इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया का जाना माना चेहरा हैं। तीनों अपने फन के माहिर और उस्ताद। गुना जिले के ठिकाना मधुसूदनगढ़ के जागीरदार कायस्थ कुल में जन्म हुआ। आर्ट एंड कल्चर के संस्कार बाबूजी और माताजी से मिले। बाबूजी एन.पी.सक्सेना खुद एक अच्छे ज्योतिषी और गायक थे और वैष्णव दर्शन के मर्मज्ञ ,जिनका प्रभाव तीनों भाइयों पर पड़ा । प्रारंभिक शिक्षा धार्मिक नगरी नरसिंहगढ़ में हुई उसके बाद आचार्य राजेश की नियुक्ति भोपाल हुई तो तीनों भाईयो का शिक्षा और कार्यक्षेत्र भोपाल हो गया। जहाँ इन्होंने अलग- अलग विधाओं में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान बनाई ।
ज्योतिष के क्षेत्र में विख्यात हैं डॉ आचार्य राजेश: धर्म, अध्यात्म और ज्योतिष के क्षेत्र में डॉ आचार्य राजेश आज देश ही नहीं विदेश में भी विख्यात हैं। विदेशों में उनके कई शिष्य उनकी ज्योतिष विधा का लाभ ले रहे हैं। उन्होंने देश के ख्याति नाम हस्तियां- राजनेता,पत्रकार, कलाकार, खिलाड़ी और वैज्ञानिकों की 10,000 से ज्यादा कुंडलियों का अध्ययन एवं विश्लेषण किया है। कई अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उनके शोध प्रकाशित हुए हैं। उन्हें भारतीय ज्योतिष के अनुसार मानसिक रोगों का विभिन्न ग्रह योगों से संबंध विषय पर इंटरनेशनल एग्रेडेशन आग्रेनाइजेशन (यूएसए) द्वारा पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई है। डॉ आचार्य राजेश को दुबई के प्रतिष्ठित इंटरनेशनल आईकॉनिक अवार्ड समेत, ज्योतिष महर्षि, ज्योतिष मार्तंड, ज्योतिष वाचस्पति, ज्योतिष शिखर सम्मान, ज्योतिष भूषण समेत अनेक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है।
मीडिया का जाना माना चेहरा हैं योगीराज योगेश: माखनलाल पत्रकारिता विश्वविद्यालय के पहले बैच 1991-92 से जनसंपर्क में स्नातक करने के बाद योगीराज योगेश बीते 2 दशकों से इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया का जाना माना चेहरा हैं। उन्होंने देश के प्रतिष्ठित समाचार पत्र दैनिक भास्कर में करीब 20 वर्षों तक संपादन कार्य किया। वर्तमान में वे आकाशवाणी भोपाल में न्यूज एडिटर (कैजुअल) के रूप में सेवाएं दे रहे हैं। वे आकाशवाणी के विविध भारती, शास्त्रीय संगीत और समाचार विभाग के लिए अलग-अलग ऑडिशन के जरिए चयनित होने वाले पहले कलाकार हैं। विविध भारती पर उद्घोषक के रूप में उन्होंने अपनी अलग छाप छोड़ी। करीब 2 दशकों से दूरदर्शन में एंकर और प्रतिष्ठित न्यूज चैनल बंसल, आईबीसी 24, स्वराज एक्सप्रेस सहित अन्य टीवी चैनलों में राजनीतिक विश्लेषक के रूप में सहभागिता निभा रहे हैं। आए दिन टीवी चैनलों पर उन्हें भाजपा और कांग्रेस प्रवक्ताओं के बीच धारदार तर्कों और तथ्यों से अपनी बात रखते हुए देखा जा सकता है। देश के प्रतिष्ठित समाचार पत्र दैनिक भास्कर, संडे मेल, नवभारत, सरिता, मुक्ता समेत कई समाचार पत्र-पत्रिकाओं में ज्योतिष, धर्म, संस्कृति, राजनीति, खेल, कला संगीत पर उनके 2000 से ज्यादा आलेख प्रकाशित हो चुके हैं। वर्तमान में विभिन्न समाचार पत्रों के लिए स्वतंत्र लेखन कर रहे हैं।
डॉ.मुकेश कबीर याने हिंदुस्तान जिंदाबाद
साहित्य के क्षेत्र में डॉक्टर मुकेश कबीर इन दिनों अखिल भारतीय कवि सम्मेलनों में खासी सुर्खियां बटोर रहे हैं। उनका हिंदुस्तान जिंदाबाद.. गीत काफी चर्चा में है। हिंदुस्तान जिंदाबाद… शीर्षक से ही उनकी पुस्तक प्रकाशन के लिए छापेखाने में है। यह साहित्य जगत की इकलौती और अनोखी कलाकृति है जो एक ही गीत पर केंद्रित है। पुस्तक में इस गीत के 108 बंध रचे गए हैं। यह भी अपने आप में एक रिकॉर्ड है कि एक ही गीत पर पूरी पुस्तक प्रकाशित होने जा रही है। कबीर ने दिल्ली, मुंबई, शिमला, चंडीगढ़, कुरुक्षेत्र, राजकोट, अहमदाबाद समेत कई अन्य शहरों में हुए अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में शिरकत की है। साहित्य के क्षेत्र में पीएचडी हासिल करने वाले डॉ मुकेश कबीर को कई राष्ट्रीय सम्मान से नवाजा जा चुका है। इनमें अटल स्मृति सम्मान, राष्ट्रीय साहित्य रत्न सम्मान,काव्य गौरव सम्मान समेत अन्य कई सम्मान शामिल हैं। दूरदर्शन के भोपाल, चंडीगढ़ और शिमला आदि केंद्रों ने उनके व्यक्तित्व और कृतित्व से संबंधित प्रोग्राम प्रसारित किए हैं। मुकेश कबीर राष्ट्रपति भवन में भी प्रस्तुति दे चुके हैं और गणतंत्र दिवस समारोह में प्रदेश के सांस्कृतिक दल का नेतृत्व भी कर चुके हैं।
ध्रुपद गायन में सिद्धहस्त हैं योगेश- मुकेश
शास्त्रीय गायन की अति प्राचीन शैली ध्रुपद के सिद्धहस्त कलाकार हैं योगेश और मुकेश। वे ध्रुपद युगल गायन में आॅल इंडिया रेडियो के बी हाई ग्रेड के कलाकार हैं। बीते एक दशक से आकाशवाणी भोपाल से उनके ध्रुपद गायन के कार्यक्रम प्रसारित हो रहे हैं। देश के सबसे प्रतिष्ठित कला मंच भारत भवन में ध्रुपद जुगलबंदी की प्रस्तुति के अलावा वे राजकोट, बनारस और मुंबई सहित कई शहरों में अपनी प्रस्तुतियां दे चुके हैं।