
- कई जिलों में भी बने हुए हैं इसी तरह के हालात
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। सरकार द्वारा की जा रही खरीदी के लिए प्रदेश में प्र्याप्त बारदाना नहीं है। इस बारदाना संकट से प्रदेश के दूसरे जिले तो जूझ ही रहे हैं, लेकिन इनमें खाद्य मंत्री मंत्री गोविंद सिंह का सागर जिला भी शामिल है। यही वजह है कि सागर के लिए पहले दूसरे जिलों से ट्रक भरकर बारदाना मंगाना पड़ा फिर भी कमी दूर नही हुई तो आखिरकर पश्चिम बंगाल से ट्रेन भरकर बारदाना सागर के लिए बुलाना पड़ा है। दरअसल इस बार खाद्य विभाग ने पहले से प्र्याप्त वारदाने की व्यवस्था नहीं की जिसके परिणाम स्वरुप इस संकट का सामना करना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने दो दिन पहले मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और प्रमुख सचिव खाद्य को समीक्षा कर हेराफेरी करने वालों पर कार्रवाई करने के निर्देश देते हुए हर हाल में गेहूं खरीदी के मामले में किसी तरह की लापरवाही नहीं होने देने के लिए कहा था। इसके बाद मंत्री राजपूत को अपने गृह जिले में ही खराब व्यवस्था का सामना करना पड़ा है। सीएम की बैठक के एक दिन बाद सागर पहुंचे मंत्री राजपूत ने गुरुवार को जब सागर जिले के खाद्य और कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ जिले में चल रहे चना, मसूर, सरसों और गेहूं खरीदी की समीक्षा की, तो पता चला कि जिले के खरीद केन्द्रों पर बारदाना तक नहीं है। इसके बाद उनके निर्देश पर प्रदेश के अलग अलग जिलों से ट्रकों के माध्यम से बारदाना सागर जिले के लिए मंगाने पड़े। तब भी वारदाना की प्र्याप्त उपलब्धता नहीं हो सकी तो अब पश्चिम बंगाल से ट्रेन से बारदान की एक रैक सागर जिले के लिए बुलवाई गई है। इसके बाद कहा जा रहा है कि सागर जिले में बारदाने की समस्या का निदान हो जाएगा। लेकिन हकीकत यह है कि सागर जैसे हालात प्रदेश के अन्य जिलों में भी हैं।
छतरपुर से मंगाना पड़ा बारदाना
इस दौरान सागर कलेक्टर संदीप जीआर को भी बारदान की उपलब्धता के लिए अपने स्तर पर पहल करनी पड़ी। सागर कलेक्टर ने अपने पुराने कलेक्टरी वाले जिले छतरपुर से बारदाना मंगाया गया। बारदाने की कमी से जूझते किसानों को राहत देने डिप्टी कलेक्टर नवीन सिंह ठाकुर को भेजकर सागर जिले के हरपालपुर से रबी उपार्जन वर्ष 2025 के लिए बारदान की 1000 गठानें सागर बुलाई गई।
किसानों को समय पर पेमेंट नहीं
खाद्य मंत्री के ही गृह जिले सागर में किसानों को चना, गेहूं, मसूर की खरीदी के बाद समय पर पेमेंट नहीं होने का मामला भी उठा। इसके बाद मंत्री के निर्देश पर सागर की जिला विपणन अधिकारी को हटा दिया गया है। सागर में जिला विपणन अधिकारी (डीएमओ) राखी रघुवंशी के विरुद्ध भ्रष्टाचार की शिकायतें आने पर मंत्री ने भोपाल आने के बाद उन्हें हटाया। रोहित सिंह बघेल को सागर का नया जिला विपणन अधिकारी (डीएमओ) बनाया गया है। खाद्य मंत्री ने बघेल एवं जिला प्रबंधक नागरिक आपूर्ति निगम एवं संयुक्त कलेक्टर जूही गर्ग को सात दिन में किसानों का पेमेंट करने के निर्देश दिए हैं।
कम्पनी पर एफआईआर, ट्रांसपोर्टर ब्लैक लिस्ट होगा: मंत्री ने चना, मसूर व सरसों की खरीदी के बाद सर्वेयर की लापरवाही से पेमेंट में देरी होने और ट्रांसपोर्टर की गलती और धीमी गति से परिवहन के कारण गेहूं परिवहन और भुगतान में देरी पर कार्रवाई के लिए कहा है। मंत्री ने सर्वेयर उपलब्ध कराने वाली कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के साथ ही परिवहनकर्ता को ब्लैकलिस्ट करने का प्रस्ताव मांगा है।
अब तक 6 लाख 44 हजार मीट्रिक टन गेहूं की खरीदी
खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने बताया कि समर्थन मूल्य पर प्रदेश में अभी तक 6 लाख 44 हजार 878 किसानों से 56 लाख 85 हजार 477 मीट्रिक टन गेहूं की खरीदी की जा चुकी है। अभी तक लगभग 4000 करोड़ रुपए का भुगतान किसानों को किया जा चुका है। गेहूं का समर्थन मूल्य 2425 रुपए है और राज्य सरकार द्वारा 175 रुपए प्रति क्विंटल बोनस दिया जा रहा है। इस तरह से गेहूं की खरीदी 2600 रुपए प्रति क्विंटल की जा रही है। किसान गेहूं बेचने के लिए 30 अप्रैल तक स्लाट बुक करा सकते हैं।