व्यापारियों ने भावांतर में लगाई सेंध, रिसाइकिल कर बेचा सोयाबीन

सोयाबीन
  • भोपाल, सागर, इंदौर, उज्जैन संभाग की मंडियों में हुआ फर्जीवाड़ा

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश सरकार में सोयाबीन खरीदी के लिए लागू की गई भावांतर योजना में व्यापारियों ने सेंध लगा दी है। कई जिलों में ऐसे मामले सामने आए हैं जहां व्यापारियों ने सोयाबीन को रिसाईकिलिंग करके भावांतर योजना में बेच दिया है। इस मामले में दमोह जिले में 5 व्यापारियों के लाइसेंस निलंबित किए जा चुके हैं। जबकि अन्य मंडियों में शिकायतों की जांच जारी है। भावांतर योजना के तहत भोपाल, इंदौर, उज्जैन संभागों में मंडियों में बिकी सोयाबीन दोबारा भावांतर में बिकने का फर्जीवाड़ा हुआ है। मंडी बोर्ड के मुताबिक सबसे अधिक गड़बड़ी सागर संभाग में हुई है। दमोह जिले की हटा मंडी में पिछली बार से 200 फीसदी अधिक उपज की आवक इस बार हुई है। मामले में 5 व्यापारियों के लाइसेंस सस्पेंड किए गए हैं।

मंडी सचिव को निलंबित किया गया है और 2 व्यापारियों पर एफआईआर के निर्देश हुए हैं। पिछले साल भी कई मंडियों में सरकारी खरीदी की सोयाबीन वापस मंडियों में बिकने आ गई थी। इस बार भी सागर सहित कई संभागों में व्यापारियों के स्टॉक में गड़बड़ी मिली और कई मंडियों में बीते साल से फसल की आवक 100 फीसदी से अधिक रही। हटा, शाहगढ़, पथरिया, छतरपुर, बिजावर, सीतामऊ, लोहारदा (मंदसौर) और आगर सहित लगभग 20 मंडियों में ये गड़बड़ी मिली है। अब तक लगभग 4.5 लाख किसान 8.5 लाख मीट्रिक टन सोयाबीन बेच चुके हैं। इस साल सरकार भावांतर पर सोयाबीन की खरीदी मंडियों में करवा रही है। सोमवार को मॉडल रेट 4277 रुपए क्विंटल रहा।

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