
- ‘अपने’ ही बढ़ा रहे सरकार की परेशानी
गौरव चौहान/भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पदभार संभालते ही घोषणा की था, कि हमारी सरकार सुशासन की राह पर चलेगी। मंत्री हो, विधायक हो या अफसर सभी की प्राथमिकता में जनता सर्वोपरि रहेगी। सभी को मौल-तौलकर बोलना होगा। लेकिन वर्तमान में तीन मंत्रियों और दो आईएएस अधिकारियों की बदजुबानी से प्रदेश का माहौल गरमा गया है। एक मंत्री की बदजुबानी से महिलाओं का अपमान हुआ है तो दूसरे ने अन्नदाता को आहत किया है।
साथ ही नगरीय प्रशासन राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी के भाई की गांजा तस्करी में गिरफ्तारी से सरकार की बदनामी हो रही है। वहीं दो आईएएस अफसरों की बदजुबानी से प्रदेश में जातीय संघर्ष की स्थिति निर्मित हो गई है। यानी सरकार के ‘अपने’ ही उसकी परेशानी बढ़ा रहे हैं। सरकार के जनजातीय कार्य मंत्री विजय शाह के लाड़ली बहनों को लेकर दिए गए बयान के खिलाफ विपक्ष सरकार पर हमलावर हो गया है। प्रदेशभर में सरकार और शाह के खिलाफ कांग्रेस प्रदर्शन कर रही है। वहीं प्रदेश में खाद की किल्लत और वितरण केंद्रों पर किसानों की लंबी कतारों के बीच कृषि मंत्री एंदल सिंह कंषाना ने यह कह कर माहौल गरमा दिया है कि खाद वितरण केंद्रों पर हो रहे हंगामे और वायरल हो रहे वीडियो को पूर्व नियोजित साजिश है। उनका कहना है कि किसानों को गुमराह करने के लिए जानबूझकर ऐसे हालात बनाए जा रहे हैं। उधर, अपने जातिगत विवादों के कारण मप्र ही नहीं देशभर में बवाल कराने वाले आईएएस अधिकारी संतोष वर्मा के नए-नए बयान सामने आ रहे हैं। संतोष वर्मा का एक नया बयान सामने आया है, जिसमें उनके द्वारा समाज के लोगों से एक बार फिर से माई का लाल बनने का आह्वान किया गया। वहीं आईएएस मीनाक्षी सिंह का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह जातिगत पहचान और जातिवाद को समय की जरूरत बता रही हैं। वीडियो में उन्होंने कहा है कि आज के दौर में जाति को पहचानना और उसी आधार पर एक-दूसरे का सहयोग करना जरूरी हो गया है। सवर्ण समाज के लोग सरनेम (उपनाम) देखकर पक्षपात करते हैं और यही मानसिकता हमें भी अपनानी होगी। अपने समाज के लोगों को पहचान कर उनकी मदद करनी चाहिए।
खाद पर होने वाले प्रदर्शन फर्जी
मप्र में खाद की कमी को लेकर किसान परेशान है। वितरण केंद्रों पर रात-रातभर लाइनें लग रही हैं। किसान जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे हैं। लेकिन किसानों की समस्या पर मप्र के कृषि मंत्री के बोल उस वक्त बिगड़ गए, जब उन्होंने इसे फर्जी और प्री प्लान बता दिया। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। दरअसल, कृषि मंत्री एदल सिंह कंसाना दो साल का रिपोर्ट कार्ड पेश कर रहे थे।
जातिवादी सोच हमें भी अपनानी होगी
2013 बैच की आईएएस अधिकारी मीनाक्षी सिंह का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वे जातिवाद को आज की जरूरत बताते हुए कहा है कि हमें जातिवादी होना जरूरी है और अपने बच्चों को अपनी जाति के बारे में बताना चाहिए। वीडियो में उन्होंने कहा है कि आज के दौर में जाति को पहचानना और उसी आधार पर एक-दूसरे का सहयोग करना जरूरी हो गया है। सवर्ण समाज के लोग सरनेम (उपनाम) देखकर पक्षपात करते हैं और यही मानसिकता हमें भी अपनानी होगी। अपने समाज के लोगों को पहचान कर उनकी मदद करनी चाहिए। वायरल वीडियो में मीनाक्षी सिंह बोल रही हैं, कि समाज को जोडऩे की पहली कड़ी परिवार होता है। बच्चों को यह बताना जरूरी है कि वे आदिवासी हैं और उनकी जाति क्या है। आज के समय में जातिगत पहचान और जातिवादी सोच सबसे बड़ी जरूरत बन चुकी है। वीडियो में मीनाक्षी सिंह यह भी कह रही हैं कि सवर्ण समाज पक्षपात करता है और यही जातिवादी सोच हमें भी अपनानी होगी। अपने समाज के लोगों को तलाशिए और उनकी मदद कीजिए।
आईएएस पति का धीरेंद्र शास्त्री से छत्तीस का आंकड़ा
मीनाक्षी सिंह के पति दामोदर यादव भी अपने बयानों के लिए जाने जाते हैं। हाल ही में उन्होंने पंडित धीरेंद्र शास्त्री की यात्रा रोकने की बात कहकर लोगों का ध्यान खींचा था। दामोदर यादव पहले कांग्रेस पार्टी में थे, फिर आजाद समाज पार्टी में शामिल हो गए। 2023 में उन्होंने सेंवढ़ा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए। चुनावी हलफनामे के मुताबिक, मीनाक्षी सिंह उनकी दूसरी पत्नी हैं। दामोदर यादव खुद को अंबेडकरवादी बताते हैं। दामोदर यादव मूल रूप से दतिया जिले के इंदरगढ़ के रहने वाले हैं। खेती उनका मुख्य पेशा है और उन्होंने 12वीं तक की पढ़ाई की है। वे खुद को उस इलाके में एक बहुजन नेता के तौर पर स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं। मध्य प्रदेश में वे भीम आर्मी के एक प्रमुख चेहरे के रूप में पहचाने जाते हैं। दामोदर यादव अक्सर बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री का विरोध करते हुए चर्चा में रहते हैं।
बागरी बोली- भाई-बहनोई से कोई वास्ता नहीं
वहीं आखिरकार नगरीय प्रशासन राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी ने स्वीकार कर लिया है कि गांजा तस्करी में गिरफ्तार अनिल उनका भाई है, लेकिन पिछले 5 साल से उसका परिवार से कोई वास्ता नहीं है। इसी तरह बहनोई से भी उनका कोई रिश्ता नहीं है।
‘लाड़ली बहना’ की मेहनत पर फेर रहे पानी
मप्र में जहां एक ओर सरकार ने लाड़ली बहना के माध्यम से अपने वोट बैंक को मजबूत आधार दिया है, वहीं सरकार के जनजातीय कार्य मंत्री विजय शाह के लाड़ली बहनों को लेकर ऐसा बयान दे दिया है जिसको लेकर कांग्रेस सरकार पर हमलावर हो गई है। शाह के बयान के खिलाफ कल राजधानी में महिला कांग्रेस सडक़ पर उतरी और मंत्री के बंगले का घेराव करने की कोशिश की।
फिर बनना पड़ेगा माई का लाल
विवादित बयान के कारण मुश्किलों में फंस चुके आईएएस संतोष वर्मा की परेशानी कम होती नजर नहीं आ रही है। इसकी वजह उनके नए-नए बयान है। वर्मा का एक नया बयान सामने आया है, जिसमें उनके द्वारा समाज के लोगों से एक बार फिर से माई का लाल बनने का आह्वान किया गया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 जैसी ताकत हमें फिर से दिखानी होगी। जानकारों की माने तो वर्मा का यह बयान अजाक्स के सम्मेलन का ही है, जिसमें उनके द्वारा समाज के लोगों को अपनी ताकत दिखाने की बात कही जा रही है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले वर्मा द्वारा ब्राह्मण समाज की बेटियों और हाईकोर्ट को लेकर दिया गया बयान चर्चाओं में रहा। ब्राह्मण समाज द्वारा वर्मा के खिलाफ कार्रवाई को लेकर लामबंद भी हुआ है। राज्य सरकार ने भी वर्मा के खिलाफ प्रशासनिक तौर पर एक्शन लेते हुए उनसे दायित्व लेकर बिना विभाग के मंत्रालय में पदस्थ किया है।
