
भोपाल/गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश सरकार ने हाल ही में जल आवंटन समिति की बैठक में मध्य प्रदेश जल निगम को रीवा, सतना और सीधी जिले को पानी देने की अनुमति प्रदान कर दी है। समूह जल प्रदाय योजना के तहत इन तीनों जिलों के ग्रामीण क्षेत्रों को बाणसागर बांध से पीने का पानी दिया जाएगा। अनुमति के अनुसार बाणसागर से सालाना 125 मिलियन घन मीटर पानी उपलब्ध कराया जाएगा। जिससे करीब 15 से 20 लाख आबादी को फायदा मिलेगा।
इसके लिए जल निगम को खुद के खर्चे पर इंटेकवेल का निर्माण और सिविल कार्य कराने होंगे। बैठक में एक निर्णय यह भी लिया गया कि बेस्ट टू एनर्जी प्रोजेक्ट लिमिटेड रीवा को पहाड़ियां में स्थापित कचरे से छह मेगावाट बिजली का उत्पादन करने के लिए प्रतिदिन तीन सौ किलोलीटर पानी बाणसागर जलाशय से बीहर नदी के जरिए प्लांट तक पहुंचाया जाएगा। फिलहाल सौ किलो लीटर पानी दिया जा रहा है। उत्पादन शुरू होने पर 23 दिसंबर 2022 से 200 किलोलीटर प्रतिदिन जल आवंटन होगा। इसके लिए वार्षिक जल के अनुसार एक माह का जलकर और उपकर के समतुल्य आवंटन शुल्क नकद जमा करना होगा।
एक माह के भीतर करना होगा अनुबंध
खास बात यह है कि जल निगम को शहडोल स्थित पक्का बांध परियोजना के ईई साथ एक माह के भीतर अनुबंध करना होगा। समय सीमा में अनुबंध न करने पर आवंटन जल होता है निरस्त माना जाएगा। आवंटित जल की मात्रा के हिसाब से पांच जल दर की राशि का नियमित भुगतान करना होगा। जल निगम को उक्त जल स्रोत से लिए गए जल को नापने के लिए स्वचालित उपकरण की स्थापना और अनुरक्षण करना होगा। इसके लिए भी स्वयं राशि खर्च करनी होगी। मझगांव बांध से पन्ना जिले की सिघौरा को 15.816 मिलियन घन मीटर पानी तथा नगर परिषद उन्हेल को पेयजल के लिए नर्मदा क्षिप्रा लिंक परियोजना से एक मिलियन घनमीटर पानी देने की भी मंजूरी दी गई है।