- मप्र के ब्यूरोक्रेट्स की पत्नियों के पास करोड़ों के मकान, दुकान और कृषि भूमि
- गौरव चौहान

मप्र के नौकरशाहों की गिनती देश के धनवान अफसरों में की जाती है। लेकिन हैरानी की बात यह है कि इन अधिकारियों की पत्नियां भी खासी रईस हैं। अधिकांश वरिष्ठ अफसरों की पत्नियां करोड़पति हैं। उनकी खुद की अलग प्रॉपर्टी है और पति के साथ हिस्सेदारी में भी खूब संपत्ति है। रोचक बात यह है कि संपत्ति के मामले में आईएएस की तुलना में आईपीएस व  आईएफएस की पत्नियां ज्यादा मालदार हैं। इसका खुलासा ब्यूरोक्रेट्स द्वारा अपनी संपत्ति की दी गई जानकारी में हुआ है।
गौरतलब है की मप्र देश का सबसे शांत और संरक्षित राज्य है। इसलिए मप्र कैडर का हर नौकरशाह चाहें वह किसी भी राज्य का मूल निवासी हो वह अपनी नौकरी के दौरान प्रदेश में निवेश जरूर करता है। प्रदेश के नौकरशाह जमीनों में सबसे अधिक निवेश करते हैं। अधिकांश अफसर अपनी पत्नी के नाम पर निवेश करते हैं। वहीं नौकरशाहों की पत्नियां अपने पतियों के इतर खुद का व्यवसाय करती है। इस कारण उनकी पत्नियां उनसे अधिक रईस हैं।
50 फीसदी हिस्सेदारी पत्नी की
अफसरों की संपत्ति का आकंलन करने के बाद यह तथ्य सामने आया है कि पंजाब के मोहाली में मप्र के सीएस इकबाल सिंह बैंस की पत्नी सिमरन बैंस का 1.10 करोड़ का मकान हिस्सेदारी में है। पचास फीसदी हिस्सेदारी पत्नी की है। इससे चार लाख रुपए की कमाई भी है। बाकी सीएस की अन्य संपत्ति अलग है। आईपीएस में देखें तो डीजीपी सुधीर सक्सेना की पत्नी प्रियंवदा का नोएडा – आम्रपाली में खुद का फ्लैट है। कीमत नहीं बताई है। पति के साथ हिस्सेदारी में भोपाल के फैथ रिचमोंट में 50 लाख का फ्लैट है। बाकी डीजीपी की दो संपत्ति अलग हैं। इंडियन फॉरेस्ट सर्विस (आइएफएस) में प्रधान मुख्य वन संरक्षक व वनबल प्रमुख रमेश कुमार गुप्ता की पत्नी कीर्ति गुप्ता के पास भोपाल के दानिश नगर में 85 लाख का मकान है। वहीं पति के साथ हिस्सेदारी में भोपाल – अरन्यवली में 68 लाख का प्लॉट है। इसके अलावा पति की संपत्ति अलग है।
इनकी पत्नियों के नाम मकान दुकान और कृषि भूमि
अफसरों ने अपनी संपत्तियों की जो जानकारी दी है, उसके अनुसार उनकी पत्नियों के नाम पर मकान, दुकान और कृषि भूमि है। एसीएस अनुराग जैन की पत्नी नमिता जैन का भोपाल के  प्रेमपुरा में 55 लाख का मकान, यूपी में 79 लाख का फ्लैट है। एसीएस जेएन कंसोटिया की पत्नी प्रेमलता कंसोटिया की सिवनी मालवा-नर्मदापुरम में 36 लाख की कृषि भूमि है। एसीएस मोहम्मद सुलेमान की पत्नी सीमा सुलेमान की सहारनपुर (यूपी) में दो करोड़ की कृषि भूमि है। एसीएस अजीत केसरी की पत्नी रितु केसरी की रायपुर में जमीन हिस्सेदारी में अन्य प्रॉपर्टी भी है। एसीएस मलय श्रीवास्तव की पत्नी उदिता श्रीवास्तव का भोपाल-विद्यानगर में दो करोड़ और बरखेड़ीखुर्द में 1.35 करोड़ का प्लॉट है। इसके अलावा हुजूर में 65 लाख की जमीन है। एसीएस अशोक वर्णवाल की पत्नी की बिसनखेड़ी- हुजूर में जमीन, बावडिय़ा कला में 80 व 75 लाख के दो मकान और बावडिय़ा कला में दो करोड़ का कमर्शियल कॉम्पलेक्स है।
इनकी भी पत्नियां मालदार
पीएस केसी गुप्ता की पत्नी का हुजूर-जाटखेड़ी में 55 लाख का 3585 वर्ग फीट का मकान है। पीएस नीरज मंडलोई की पत्नी सीमा के पास इंदौर- शालीमार में 60 लाख और निपानिया में 35 लाख की संपत्ति है।  पीएस संजय दुबे की पत्नी रचना दुबे का भोपाल में 50 लाख का फ्लैट एक करोड़ का मकान भी है। पीएस संजय शुक्ला की पत्नी संध्या शुक्ला की सीहोर में दो कृषि भूमि बाकी चार संपत्ति में हिस्सेदारी भी है। पीएस उमाकांत उमराव की पत्नी रुचि उमराव का उत्तर प्रदेश में एक करोड़ का प्लॉट और 15 लाख की कृषि भूमि है। इसके अलावा भोपाल- जाटखेड़ी में 68 लाख का घर है। सचिव पी. नरहरि की पत्नी भगवती गीता की तेलंगाना में 1.68 करोड़ की जमीन है।
पत्नियों के नाम अधिक संपत्ति
अफसरों द्वारा अपनी संपत्ति की दी गई जानकारी का आकंलन करने पर यह तथ्य सामने आया है कि प्रदेश के आईएएस अफसरों की संपत्ति करोड़ों की है, तो उनकी पत्नियां भी पीछे नहीं। कई आईएएस अफसरों की पत्नियां करोड़ों की संपत्ति की मालकिन हैं। आईएएस अफसरों की ज्यादातर संपत्ति उनकी पत्नियों के साथ संयुक्त रूप से है, जबकि कुछ की पत्नियों के पास संयुक्त के अलावा भी खुद के नाम पर लाखों-करोड़ों की संपत्ति है, इसलिए दोनों तरह से ये पत्नियां करोड़ों की संपत्ति की मालकिन हैं। आईएएस, आईपीएस और आईएफएस प्रमुखों की पत्नियों की बात करें, तो आईपीएस व आईएफएस की पत्नियों के पास ज्यादा संपत्ति है।

 
											 
											 
											