भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। एक दशक पहले शुरु की गई प्रदेश की महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना बीते पांच सालों में मंद गति पर आ चुकी है। इन सालों में इस योजना के तहत लोगों को लंबे इंतजार के बाद ही यात्रा करने का मौका मिल पा रहा है। अब प्रदेश में नई सरकार बन चुकी है, लेकिन अभी तक योजना के तहत प्रदेश में किसी भी व्यक्ति को इस योजना का लाभ नहीं मिल सका है। प्रदेश में इस योजना के तहत अंतिम ट्रेन विधानसभा चुनाव से पहले 10 अक्टूबर को रवाना की गई थी। इसे ब्यावरा (राजगढ़) से जगन्नाथ पुरी रवाना किया गया था।
इसके बाद से कोई भी ट्रेन रवाना नहीं की जा सकी है। यही नहीं अभी तक विभाग नया शेड्यूल भी नहीं बना पाया है। यह बात अलग है कि हाल ही में सरकार ने प्रदेश के बुजुर्गों को अयोध्या दर्शन पर ले जाने की घोषणा की है, लेकिन उसकी तारीखों का भी ऐलान अभी नहीं किया गया है। गौरतलब है कि पूर्व की सरकार ने जिस तरह से चुनाव के लिए लोकलुभावन कई योजनाओं का संचालन करते हुए उस पर भारी भरकम राशि खर्च की है, उसकी वजह से प्रदेश की माली हालत बिगड़ चुकी है , जिसकी वजह से इस योजना पर ब्रेक लगा हुआ है। अब माना जा रहा है कि इस योजना का संचालन अब नए बजट के बाद ही हो पाएगा। विभागीय सूत्र भी कुछ इसी तरह की संभावनाओं से इंकार नहीं कर रहे हैं। शीर्ष स्तर पर योजना के लिए निर्णय का इंतजार किया जा रहा है। 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद सरकार ने बुजुर्गों को अयोध्या दर्शन कराने का ऐलान किया है। विधानसभा चुनाव के पहले शिवराज सरकार ने 2 अगस्त से 10 अक्टूबर तक प्रदेश के अलग-अलग शहरों से तीर्थ दर्शन के लिए 29 ट्रेनें रवाना की थीं। इस दौरान लगभग साढ़े 18 हजार बुजुर्गों ने देश के विभिन्न तीर्थ क्षेत्रों की यात्रा की थी। पहली यात्रा इंदौर से रामेश्वरम के लिए रवाना की गई थी। हालांकि संभावना जताई जा रही है कि अगले माह सरकार तीर्थ दर्शन योजना फिर से शुरू कर सकती है। इसके तहत बुजुर्ग तीर्थ यात्रियों को फ्लाइट से रामलला के दर्शन कराने ले जाया जा सकता है।
यह है योजना
वर्ष 2012 में इस योजना को शिवराज सरकार द्वारा शुरु किया गया था। इस योजना के तहत 60 वर्ष या अधिक आयु के व्यक्ति जो आयकर दाता नहीं है, उन्हें तीर्थ यात्रा करवाई जाती है। महिलाओं को उम्र में दो साल की छूट दी जाती है। इस योजना को प्रदेश के बाहर स्थित विभिन्न नाम निर्दिष्ट तीर्थ स्थानों में से किसी एक स्थान की यात्रा कराई जाती है। तीर्थ यात्रियों को विशेष रेल से यात्रा, नाश्ता, भोजन एवं शुद्ध पेयजल, तीर्थ स्थान पर रुकने की व्यवस्था, जहां आवश्यक हो बस से यात्रा व अन्य सुविधाएं धार्मिक न्यास और धर्मस्व विभाग, मध्यप्रदेश शासन से अनुबंधित इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन लिमिटेड के द्वारा उपलब्ध करायी जाती है।
31/01/2024
0
114
Less than a minute
You can share this post!