कार्यकर्ताओं की सक्रियता बढ़ाने दिग्गजों ने संभाला मोर्चा

भाजपा
  • नए अध्यक्ष के इंतजार में पदाधिकारियों पर छायी सुस्ती

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। पांच महीने से दौड़ रही मप्र भाजपा के नए अध्यक्ष के घोषणा की खबर मुकाम तक नहीं पहुंच पाई है। भाजपा के इतिहास में ये संभवत सबसे लंबा इंतजार है कि जब मप्र में पूरी भाजपा बेसब्र होकर नए अध्यक्ष की बाट जोह रही है, लेकिन अब तक पार्टी में इस एक नाम पर बहुप्रतीक्षित मुहर नहीं लग पाई है। इससे पदाधिकारियों में सुस्ती छाने लगी है। ऐसे में कार्यकर्ताओं में जान फूंकने और उनकी सक्रियता को बढ़ाने के लिए दिग्गज नेताओं ने मोर्चा संभाल लिया है। इन नेताओं की कोशिश है कि जब तक नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा नहीं हो जाती तब तक कार्यक्रमों के जरिए कार्यकर्ताओं की सक्रियता बढ़ाई जाए।
मप्र भाजपा मुख्यालय में बीते तीन महीने से सन्नाटा है. आवेदन लेकर और अपनी नई भूमिका की तलाश में पार्टी मुख्यालय पहुंचने वाले कार्यकर्ता भी हताश हैं। जानते हैं कि अभी सारे कागज और प्रक्रियाएं लंबित ही रह जाएंगी। अब जो भी होगा पार्टी संगठन में नए बदलाव के बाद ही होगा। मप्र में लगातार टलते जा रहे प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के चुनाव का  इंतजार छोड़  संगठन के वरिष्ठ नेताओं ने जिलों में कोर कमेटी सहित पदाधिकारियों की बैठकें और अन्य कार्यक्रमों का सिलसिला शुरू कर दिया। अध्यक्ष का चुनाव अटकने से जिलों की कार्यकारिणी गठन आगे बढ़ गया। निगम-मंडलों में दर्जा मंत्रियों और सदस्यों की ताजपोशी भी टल गई। समितियों में होने वाली हजारों कार्यकर्ताओं की नियुक्तियां भी नहीं हो पा रहीं। प्रदेश भाजपा महामंत्री एवं विधायक भगवानदास सबनानी का कहना है कि वरिष्ठ नेताओं के जिलों में प्रवास के दौरान कोर कमेटी के साथ संगठन के कामकाज पर विचार विमर्श हो रहा है। संगठन पर्व अर्थात प्रदेश अध्यक्ष चुनाव होने तक टाइम बीइंग जिलों में पदेन पदाधिकारियों के साथ यह सिलसिला शुरू किया गया है।  
कार्यक्रमों पर बढ़ा फोकस
  भाजपा के मैदानी कार्यकर्ताओं में उदासीनता और सुस्ती हॉवी न हो जाए इसके लिए भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल और प्रदेश भाजपा प्रभारी डॉ. महेंद्र सिंह सहित प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा ने जिलों के दौरे शुरू कर दिए। हितानंद ने रविवार को बालाघाट में बैठक ली। जिलों में मौजूद कोर ग्रुप की टीम और वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठकें चल रही है। इनमें खासतौर से तबादले की अनुशंसाएं और उससे जुड़े अन्य मुद्दों पर सहमति बनाई जा रही है। दो दिन पहले ग्वालियर में प्रदेश प्रभारी डॉ. सिंह ने कोर कमेटी और निगम के पार्षदों को समझाइश दी कि अफसरों के पास पूरी तैयारी से जाएं। कामकाज का होमवर्क पुख्ता होना चाहिए। सभी जिलों में देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। संगठन के अन्य कार्यक्रम भी चल रहे हैं। इन्हें गति देने ही संगठन के वरिष्ठ नेता जिला कोर कमेटियों की बैठकों के साथ कार्यकर्ताओं की सक्रियता बढ़ाने के लिए विभिन्न समितियों में नियुक्ति के लिए पात्र लोगों की सूची भी बनवाने लगे हैं।
राजनीतिक नियुक्तियां रूकी
प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव नहीं होने के कारण प्रदेश में होने वाली राजनीतिक नियुक्तियां रूकी हुई हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार, प्रदेश की  विभिन्न संस्थाओं में करीब 55 हजार कार्यकर्ताओं को एडजस्ट किए जाने की संभावना है। सहकारी समितियों में ही हजारों की संख्या में कार्यकर्ताओं की नियुक्तियां होना है। ये सभी नियुक्तियां संगठन चुनाव पूर्ण होने अर्थात प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति के लिए अटकी हुई हैं। इनमें राज्य सहकारी संघ, मार्केटिंग सोसायटियां, विपणन संघ, सहकारी आवास संघ, सहकारी उपभोक्ता संघ, बीज उत्पादन एवं विपणन संघ, सहकारी मुद्रणालय, सहकारी भंडार गृह, मप्र राज्य सह. शक्कर कारखाना संघ, जन औषधि सह. विपणन संघ एवं लघु वनोपज संघ। महिला वित्त विकास निगम, हर संभाग में दुग्ध संघ, ऐल्डर मैन, नोटरी और शासकीय अभिभाषक, दीनदयालय अंत्योदय समिति, विकास प्राधिकरण, युवा, बाल और महिला आयोग आदि।

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