
- गौदी की वास्तुकला से पिकासो की चित्रकला तक… मुख्यमंत्री ने देखा पर्यटन
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। एमपी के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने स्पेन प्रवास के अंतिम दिन यानि 19 जुलाई को स्पेन के बार्सिलोना में कला, संस्कृति और स्थापत्य की विश्वप्रसिद्ध धरोहरों का भ्रमण किया। उन्होंने यहां के तीन प्रमुख स्थलों पार्क गुएल, सागरदा फैमिलिया और पिकासो संग्रहालय का भ्रमण किया। सीएम मोहन यादव ने इन स्थलों में दर्शायी गई रचनात्मकता, स्थापत्य सौंदर्य और सांस्कृतिक संरक्षण के उदाहरणों को मध्यप्रदेश के विकास संदर्भ में गहराई से देखा और समझा। बाद में उन्होंने बार्सिलोना के पार्क गुएल की तरह एमपी में भी थीम बेस्ड पार्क बनाने की बात कही। विश्व प्रसिद्ध पार्क गुएल को प्रकृति और वास्तुकला के विलक्षण समन्वय का प्रतीक माना जाता है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विश्वविख्यात वास्तुकार अंटोनियो गौदी द्वारा डिजाइन किए गए इस यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल को विशेष रुचि से देखा।
पिकासो संग्रहालय भी घूमने गए
बार्सिलोना यात्रा के अंतिम दिन मुख्यमंत्री डॉ. यादव, पिकासो संग्रहालय भी घूमने गए। पाब्लो पिकासो की रचनाओं से समृद्ध यह संग्रहालय कला, नवाचार और अभिव्यक्ति का जीवंत उदाहरण है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने यहां प्रदर्शित लॉस मेनिनास जैसी श्रृंखलाओं, क्यूबिज्म आंदोलन और म्यूजियम की इंटरेक्टिव गैलरीज को देखा। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने बार्सिलोना प्रवास के अनुभवों के साथ भारत लौटने की तैयारी की। वे रात में बार्सिलोना से दुबई होते हुए दिल्ली के लिए रवाना होंगे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि विदेश में बसे भारतीय केवल नागरिक ही नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति के संवाहक भी हैं। उन्होंने कहा कि बार्सिलोना में भारतीयों का जो अपनापन दिखा, वह उन्हें उज्जैन की अनुभूति कराता है। भारतीय जहां भी जाते हैं, वहां परंपरा और पर्वों की गरिमा बढ़ाते हैं। उन्होंने कहा कि यह केवल एक संवाद नहीं, बल्कि हृदय से हृदय का जुड़ाव है। सरकार निवेश को केवल आर्थिक लेन-देन नहीं मानती, बल्कि उसे भावनात्मक और दीर्घकालिक भागीदारी का माध्यम मानती है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव बार्सिलोना में शुक्रवार को प्रवासी भारतीयों और फ्रेंड्स ऑफ एमपी के बीच आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे।
सीएम ने कहा- बार्सिलोना में ऐसा लग रहा जैसे उज्जैन में हूं
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा है कि बार्सिलोना में आप सभी का उत्साह देखकर लग रहा है कि मैं उज्जैन में हूं। काउंसल जनरल इनबासेकर सुंदरमूर्ति के प्रभावशाली भाषण ने दिखा दिया है कि स्पेन के प्रवासी भारतीय आज भी अपनी मिट्टी से जुड़े हुए हैं। ईश्वर ने भारतीयों को यश दिया है कि जहां चाहें उसे ही स्वर्ग बना देते हैं। महाकाल की नगरी उज्जैन का गौरवशाली इतिहास रहा है। भारतीयों को देखकर लोग होली-दिवाली मना लेते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतवंशियों की प्रतिष्ठा बढ़ी है। भारतीय, दूध में शक्कर की तरह घुल-मिल जाते हैं। ये देश है वीर जवानों का भारतीय संस्कृति को दिखाता है। भारत वीरों का देश है। वर्तमान समय में भारत ने दुनिया में अपनी साख बनाई है। भारत की प्रगति देखकर दुनिया दांतो तले ऊंगलियां दबा लेती है।
मप्र में भी सुसज्जित पार्क विकसित किए जाएंगे
यहां की प्राकृतिक आकृतियों, रंगीन मोजाइक से सजे ‘ड्रैगन स्टेयर’, 86 स्तंभों वाले ‘हाइपोस्टाइल हॉल’ और ‘सर्पेन्टाइन बेंच’ जैसे स्थलों ने सभी को लुभाया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश में भी इस प्रकार की थीम आधारित कलात्मकता और पारंपरिक कला से सुसज्जित पार्क विकसित किए जाएंगे। सीएम डॉ. मोहन यादव ने साग्रादा फमिलिया चर्च का भी भ्रमण किया। यह यूरोप का सबसे भव्य ऐतिहासिक गिरजाघर है जोकि 140 वर्षों से निर्माणाधीन है। विश्वभर में यह चर्च सांस्कृतिक आस्था और वास्तु नवाचार का प्रतीक है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रसिद्ध वास्तुकार अंटोनिया गौदी की इस सबसे महत्त्वाकांक्षी परियोजना में धार्मिक स्थापत्य की गहराई, जैविक आकारों का प्रयोग और प्रतीकात्मक कला को विशेष रूप से रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि उज्जैन, ओंकारेश्वर, चित्रकूट जैसे धार्मिक स्थलों के उन्नयन में दीर्घकालिक दृष्टि, लोक सहभागिता और वैश्विक डिजाइन समन्वय का दृष्टिकोण अपनाया जाना चाहिए।