उज्जैन में बाबा महाकाल की पांचवीं सवारी में उमड़ा जनसैलाब

बाबा महाकाल
  • जय श्री महाकाल के जयकारों से गुंजायमान हुआ शहर

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। भगवान श्री महाकालेश्वर की श्रावण-भाद्रपद माह में निकलने वाली पंचम सवारी सोमवार को सायं 4 बजे परम्परानुसार श्री महाकालेश्वर भगवान की सवारी धूमधाम से निकली। सवारी में भगवान श्री महाकालेश्वर ने पांच विभिन्न स्वरूपों में भक्तों को दर्शन दिए। इसमें पालकी में श्री चन्द्रमौलेश्वर, गजराज पर श्री मनमहेश, बैलगाड़ी में गरूड़ पर शिवतांडव, नंदी पर श्री उमा-महेश एवं श्री होल्कर के स्वरूप में विराजमान होकर अपनी प्रजा का कुशलक्षेम जानने नगर भ्रमण पर  निकले। बाबा की सवारी में शामिल होने हजारों भक्त पहुंचे थे।
श्री महाकालेश्वर भगवान की पंचम सवारी निकलने के पूर्व श्री महाकालेश्वर मंदिर के सभामंडप में भगवान श्री चंद्रमौलेश्वर का षोडोपचार पूजन अर्चन किया गया। पूजन शासकीय पुजारी पं. घनश्याम शर्मा ने सम्पन्न करवाया। श्री महाकालेश्वर मंदिर परिसर के सभामंडप में उज्जैन के प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल, राज्यमंत्री कृष्णा गौर, विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा,  नगर निगम सभापति कलावती यादव, माखन सिंह चौहान आदि ने भी भगवान श्री चन्द्रमौलेश्वर का पूजन-अर्चन किया और आरती में सम्मिलित हुए। सभी गणमान्यों ने पालकी को कंधा देकर नगर भ्रमण हेतु रवाना किया।
सभामंडप में पूजन उपरांत अवंतिकानाथ भगवान श्री चन्द्रमौलेश्वर के स्वरूप में पालकी में सवार होकर अपनी प्रजा का हाल जानने और भक्तों को दर्शन देने के लिए नगर भ्रमण पर निकले। पालकी जैसे ही श्री महाकालेश्वर मंदिर के मुख्य द्वार पर पहुंची, सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा रजत पालकी में विराजित भगवान श्री चन्द्रमौलेश्वर को सलामी (गार्ड ऑफ ऑनर) दी गई। राजाधिराज भगवान श्री महाकालेश्वर की सवारी में लाखों भक्त भगवान शिव का गुणगान करते हुए तथा विभिन्न भजन मंडलियां झांझ-मंजीरे, डमरू बजाते हुए चल रहे थे। सवारी अपने परम्परागत मार्ग से होती हुई रामघाट पहुंची। जहां रामघाट पर मां क्षिप्रा के जल से भगवान का अभिषेक और पूजन किया गया।
जनजातीय कलाकारों के दल ने मनमोहा
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव की मंशानुरूप बाबा श्री महाकालेश्वर की सवारी को भव्य स्वरूप देने के लिए 4 जनजातीय कलाकारों के दल श्री महाकालेश्वर भगवान की पंचम सवारी में सहभागिता की। इसमें बैतूल से मिलाप इवने के नेतृत्व में गोण्ड जनजातीय ठाट्या नृत्य, खजुराहो से गणेश रजक के नेतृत्व कछियाई लोक नृत्य, दमोह से पंकज नामदेव नेतृत्व में बधाई लोक नृत्य एवं डिण्डोरी के सुखीराम मरावी के नेतृत्व गेडी जनजातीय नृत्य की प्रस्तुतियां देते हुए सम्मिलित हुए। यह सभी दल श्री महाकालेश्वर भगवान की सवारी के साथ अपनी प्रस्तुति देते हुए चले। जनजातीय दलों ने संस्कृति विभाग भोपाल, जनजातीय लोक कला एवं बोली विकास अकादमी मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद व त्रिवेणी कला एवं पुरातत्व संग्रहालय के माध्यम से भगवान श्री महाकालेश्वर जी की पंचम सवारी में सहभागिता की गई।

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