नए हॉस्टल खोलने का प्रस्ताव दो साल बाद भी नहीं हुआ मंजूर

नए हॉस्टल
  • डेढ़ सौ छात्रों को नही मिल सकेगा योजना का लाभ

    भोपाल/रवि खरे/बिच्छू डॉट कॉम। माध्यमिक शिक्षा मंडल की दसवीं की परीक्षा में शीर्ष पर रहने वाले छात्र-छात्राओं के लिए सुपर 100 योजना के तहत खुलने वाले तीसरे हॉस्पिटल पर दो साल बाद भी कोई निर्णय नहीं हो पा रहा है। इसकी वजह से इस हॉस्टल की सुविधा से इस साल भी डेढ़ सौ छात्र-छात्राओं को लाभ से वंचित रहना पड़ेगा।
    इस वजह से इस साल भी केवल 300 छात्र छात्राओं को ही इस सुविधा का लाभ मिल सकेगा। दरअसल लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा दो साल पहले जबलपुर या ग्वालियर में इस तरह का एक नया हॉस्टल खोलने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया था लेकिन, इस पर अब तक कोई भी फैसला नहीं लिया गया है। उस समय डीपीआई द्वारा भेजे गए इस प्रस्ताव पर तत्कालीन शिक्षा मंत्री विजय शाह ने दोनों जिलों के नामों पर असहमति जताते हुए प्रस्तावित हॉस्टल खंडवा में खोलने के आदेश विभाग को दिए थे। इस पर स्कोप और टीचिंग स्टाफ की कमी को देखते हुए वित्त विभाग ने खंडवा में हॉस्टल बनाने से मना कर दिया था। इसके बाद विधानसभा और फिर लोकसभा चुनाव की वजह से मामला जस का तस पड़ा रहा।
    प्रदेश में नई सरकार बनने के बाद विभाग द्वारा दोबारा से जबलपुर या ग्वालियर जिले का प्रस्ताव शासन को भेजा लेकिन अब सरकार ने खजाने की स्थिति को देखते हुए इतने पैसे देने मना कर दिया है। दरअसल यह योजना ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले होशियार छात्र छात्राओं को शहर में रहकर पढ़ाई करने का मौका देने के लिए की गई थी। जिसे सुपर 100 योजना नाम दिया गया था। इसे प्रदेश में 2011-12 में शुरू किया गया था। इसमें एमपी बोर्ड के दसवीं में प्रत्येक जिले की मेरिट में पहले व दूसरे स्थान पर आने वाले विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाता था लेकिन इस साल योजना में बदलाव करते हुए शासन ने 75 अंक लाने वाले विद्यार्थी को इसमें शामिल होने का प्रावधान कर दिया गया। यह परीक्षा राज्य ओपन बोर्ड द्वारा ली गई थी, जिसमें इस साल लगभग 30 हजार विद्यार्थी शामिल हुए थे।
    हर विषय के डेढ़ सौ को किया जाता है शामिल
    योजना के तहत वाणिज्य,गणित व विज्ञान संकाय के प्रदेशभर के 150 -150 विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाता है । सुपर शो के तहत बच्चों के ठहरने की व्यवस्था फिलहाल इंदौर एवं भोपाल में ही है इस कारण 300 छात्र-छात्राओं को ही इसका लाभ मिल पाता है। यदि समय रहते तीसरा हॉस्टल खुल जाता तो 150 और विद्यार्थियों को इस योजना का लाभ मिल सकता था।

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