
- भाजपा में प्रदेश स्तर पर भी लागू रहेगा 30 प्रतिशत महिला आरक्षण का फार्मूला
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। भाजपा के केन्द्रीय नेतृत्व की मंशा के अनुरूप मध्यप्रदेश भारतीय जनता पार्टी संगठनात्मक नियुक्तियों में 30 प्रतिशत महिला आरक्षण के फार्मूले को जमीन पर उतार रही है। बूथ से लेकर जिलों तक में 30 प्रतिशत महिला आरक्षण लागू है, अब प्रदेश स्तर पर भी इसी फार्मूले के आधार पर नियुक्तियां होंगी। वर्तमान नियुक्तियों में भी महिला पदाधिकारियों का अनुपात लगभग 29 प्रतिशत है। लेकिन नई कार्यकारिणी में 3-4 महिलाएं बढऩे का अनुमान है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के निर्वाचन के दो महीने बाद पार्टी की जिला इकाइयों की घोषणा शुरू हो चुकी है। बुधवार शाम तक 13 जिलों की कार्यकारिणी घोषित हो चुकी हैं। प्रत्येक जिले की कार्यकारिणी में अनुपातिक 30 प्रतिशत के फार्मूले के साथ 5 से 7 तक महिलाओं को महामंत्री, उपाध्यक्ष, सचिव और सह मीडिया प्रभारी जैसे पदों पर अवसर मिले हैं। सभी जिला कार्यकारिणी घोषित होने के बाद इसी फार्मूले से प्रदेश कार्यकारिणी घोषित होगी, जिसमें महिला पदाधिकारियों की संख्या बढऩा तय है। भाजपा के सात मोर्चा और 17 प्रकोष्ठ हैं। महिला मोर्चा छोडक़र शेष सभी मोचौँ में अध्यक्ष और प्रभारी तथा शेष कार्यकारिणी एवं प्रकोष्ठों में संयोजकों और सह संयोजक पदों पर पुरुष कार्यकर्ताओं की नियुक्ति है। लेकिन भविष्य में अन्य मोर्चाओं में महिला पदाधिकारियों की संख्या बढ़ सकती है। वहीं मीडिया विभाग में सह प्रभारी जैसे पद पर भी महिलाओं की संख्या बढ़ सकती है। वर्तमान में कुल छह में से एक क्षमा त्रिपाठी इस पद पर हैं।
प्रदेश टीम में अभी 9 प्रमुख पदों पर महिलाएं
भाजपा की वर्तमान प्रदेश कार्यकारिणी में भी लगभग 29 प्रतिशत प्रमुख पक्षों पर महिलाओं की नियुक्ति है। महामंत्री के चार में से एक पद पर कविता पाटीदार, उपाध्यक्ष के 13 पदों में से चार पर संध्या राय, सुमित्रा वाल्मिक, सीमा सिंह जादौर और ललिता यादव एवं प्रदेश मंत्री के 13 में से चार पदों पर लता वानखेड़े, मनीषा सिंह, नंदनी मरावी और संगीता सोनी की नियुक्ति है। नई टीम में उपाध्यक्ष और मंत्री पदों पर महिलाओं की संख्या एक-दो बढऩे की संभावना है।